कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। डीएम राकेश कुमार सिंह ने निर्देश दिये है कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के तहत प्रत्येक ब्लाक में तीन-तीन दिन अन्त्योदय प्रदर्शनी व मेला संगोष्ठी आदि का भव्यता के साथ आयोजन किया जा रहा है जिसे भव्य तरीके से मनाने में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरते। उन्होंने खंड विकास अधिकारी मलासा को निर्देश दिये कि वे अपने विकास खंड में आयोजित होने वाले अन्त्योदय प्रदर्शनी व मेला संगोष्ठी का 19, 20, 21 जुलाई मलासा को भव्य तरीके से आयोजित करें तैयारी के साथ ही वृक्षारोपण भी करायें। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने निर्देश दिये है कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष समारोह कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विकास खंडों के मुख्यालय पर अन्तयोदय मेला व संगोष्ठी प्रदर्शनी आदि का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाये। 12,13 व 14 जून को मैथा, 21,22 व 23 जून को सरवनखेडा तथा 29,30 जून व 1 जुलाई को डेरापुर विकास खंड में, 05, 06, 07 जुलाई झींझक, 10, 11 व 12 जुलाई अमरौधा भव्य अन्त्योदय मेला संगोष्ठी प्रदर्शनी आदि का आयोजन किया जा चुका है। 19, 20, 21 जुलाई मलासा, 25, 26, 27 जुलाई संदलपुर 02, 03, 04 अगस्त राजपुर 16, 17, 18 अगस्त रसूलाबाद 23, 24, 25 अगस्त विकास खंड अकबरपुर में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। जनपद मुख्यालय पर 11, 12, 13 सितंबर को अन्त्योदय मेला प्रदर्शनी आदि का आयोजन किया जायेगा। जिसे खंड विकास अधिकारी भव्य तरीके से कार्यक्रमों का आयोजन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि उपरोक्त तिथियों में आयोजित होने वाले पं० दीन दयाल उपाध्याय जी के जीवन आदर्शों, विचारों तथा संघर्षों को आमजन को सरल, सहज तरीके से बताया जाये। प. दीनदयाल उपाध्याय का लक्ष्य अन्त्योदय, पन्थ अन्त्योदय, प्रण अन्त्योदय, विश्वास अन्त्योदय का मूलमंत्र था आज के परिवेश में ज्यादा प्रसांगिक हैे प्रदेश व केन्द्र सरकार पं. दीनदयाल उपाध्याय के मूल मंत्र को लेकर देश व समाज के विकास की ओर आगे बढ रही है। अन्त्योदय मेला प्रदर्शनी में आईसीडीएस द्वारा महिलाओं/किशोरियों को कुपोषण की जानकारी दी जाये तथा कुपोषण का टीकारण के महत्व को भी बताया जाये। किसानों को उत्तम किस्म की खाद, उत्तम बीज के साथ ही कृषि विभाग द्वारा मिलने वाली सुविधाओं, श्रम विभाग की कल्याणकारी योजना तथा जुलाई माह में संघन वृक्षारोपण के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जाये। चिकित्सा शिविरों के माध्यम से निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाये।