विश्व बंधु शास्त्री: बागपत। उत्तर प्रदेश में बागपत के खेकड़ा क्षेत्र में 5 दिन से लापता मासूम शौर्य का शव पुलिस ने मंगलवार को गड्ढे से बरामद किया। शौर्य की हत्या का आरोप उसी के चचेरे भाई और उसके कुछ दोस्तों पर हैं, जिन्होंने दादा के पेंशन की रकम हड़पने को पहले तो मासूम शौर्य का अपहरण किया और फिर निर्मम तरीके से उसकी हत्या कर शव गड्ढे में छिपा दिया। फिलहाल पुलिस ने मासूम के शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गई है।
दरअसल, खेकड़ा थाना क्षेत्र के फखरपुर गांव से 15 दिसंबर की शाम ट्यूशन से लौटते हुए 7 साल के मासूम शौर्य का अपहरण कर लिया गया था। जिसके बाद पुलिस लगातार बच्चे की तलाश कर रही थी। जंगलों में ड्रोन और डॉग स्क्वायड की मदद से भी बच्चे की तलाश जारी थी, लेकिन 7 साल के मासूम का कोई सुराग नहीं लग पा रहा था।
पुलिस ने मासूम का पता बताने वाले को 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा तक भी कर दी थी। लेकिन उसके बाद भी पुलिस के हाथ खाली ही थे।
घटना का अनावरण करने के लिए पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में 6 टीमें गठित की गयी जिनके द्वारा सीसीटीवी, सर्विलांस की मदद से सर्च ऑपरेशन लगातार जारी रहा था। इसके बाद भी पुलिस को कामयाबी नहीं मिल पा रही थी। पुलिस आसपास के सीसीटीवी पुलिस खंगाल रही थी। इसी बीच पुलिस को सीसीटीवी से कुछ सुराग मिले और इसके 5 दिन बाद ही केस की परतें खुलने शुरू हो गईं।पुलिस ने शक के आधार पर शौर्य के चाचा विनीत पुत्र इन्द्रपाल, चचेरा भाई अक्षित पुत्र सुधीर व एक अन्य नीरज उर्फ डैनी सभी निवासीगण ग्राम फखरपुर को हिरासत में लिया और उससे कड़ी पूछताछ की तो पता चला कि चचेरे भाई ने ट्यूशन से लौटते वक्त शौर्य का अपहरण किया था और फिर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस पूछताछ के दौरान महत्वपूर्ण इनपुट प्राप्त होने पर अपहृत के परिजन चाचा विनीत ने बताया कि उसके द्वारा रिश्ते में अपने भतीजे अक्षित पुत्र सुधीर के साथ मिलकर और गांव के ही नीरज उर्फ डैनी पुत्र नानक के सहयोग से शौर्य का ट्यूशन से लौटते समय मोटर साइकिल पर घुमाने के बहाने अपहरण किया गया। अपहरण कर कुछ ही मिनट में हत्या कर दी एवं उसके शव को गांव से बाहर गन्ने के खेत में मिट्टी के अन्दर दबा दिया। घटना में विनीत के द्वारा अपनी मोटर साइकिल एवं अक्षित के द्वारा अपने पिता की मोटर साइकिल का इस्तेमाल किया गया। बालक की हत्या करने के पश्चात् परिजनों के साथ सर्च ऑपरेशन में मिलकर बच्चे को खोजने लगे। जिसके कारण किसी को उन पर शक न हो। पूछताछ के दौरान विनीत ने यह भी बताया कि बालक शौर्य के अपहरण की योजना पिछले 06 महीने से बना रहा था। इसलिए वह बच्चे से मिलता रहता था। जिससे परिवार को उस पर शक न हो। विनीत ने बताया कि घटना का उद्देश्य अपहरण के पश्चात् 50 लाख रूपये की रकम शौर्य के दादा जगवीर से लेने की योजना थी। पूछताछ में अक्षित ने बताया कि जो भी रूपये मिलते उनका तिहाई हिस्से में तीनों का बटवारा होता। बच्चा शौर्य विनीत और अक्षित के बेहद करीब था तथा उनके साथ अक्सर खेलता था। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को पुलिस हिरासत में लिया है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच गहनता से कर रही है।