मथुरा। दो सगे भाईयों की हत्या,के मामले में गवाह की हत्या करने के बाद छह साल तक मेवात में अवैध हथियारों का कारोबार करते रहे शातिर ईसरी की पुलिस टोह तक नहीं ले सकी। पैगांव अड्डा से ग्राम विशम्भरा को जाने वाले मार्ग से 15 हजार के इनामी मेवात के गांव विशम्भरा निवासी ईसरी अब पुलिस पुलिस के हत्थे चढ़ गया। थाना शेरगढ पुलिस एवं स्वाट की संयुक्त टीम ने हत्या के अभियोग में छह वर्षों से फरार ईनामी अपराधी को पैगांव अड्डा से ग्राम विशम्भरा को जाने वाले मार्ग पर लक्ष्मी इंटर कालेज के सामने से गिरफ्तार किया। इसके कब्जे से एक तमंचा व दो जिन्दा कारतूस .315 बोर बरामद किए हैं। ईसरी उर्फ ईशराईल पुत्र मुंशी निवासी ग्राम विशम्भरा थाना शेरगढ वर्ष 2012 में दोनों सगे भाइयों मृतक खुर्शीद व हकमू निवासीगण विशम्भरा की अपने साथियों के साथ मिलकर निर्मम हत्या की उसके बाद गवाहों को डराया था जो नहीं डरे तो वर्ष 2018 में ग्राम विशम्भरा में अपने साथियों के साथ मिलकर एक और हत्या मृतक कुर्सीद पुत्र ईलियास निवासी ग्राम विशम्भरा थाना शेरगढ जनपद मथुरा की गोली मारकर हत्या करके भाग गया था। जनपद मथुरा में घटना करके मेवात में छिपकर अवैध शस्त्रों की तस्करी कर अवैध तरीके से धन अर्जित करने में लगा था। शातिर अपराधी की गिरफ्तारी के लिए जनपद मथुरा एवं प्रदेश की अनेक यूनिट, टीमों द्वारा गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा था लेकिन अपराधी शातिर होने के कारण पुलिस की टीमों से बचता रहा लगातार छह वर्ष के प्रयासों के पश्चात शेरगढ़ पुलिस को शातिर इनामी अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। थाना शेरगढ़ पर वर्ष 2012 में धारा 147, 148, 149, 302, 307, 506 आईपीसी, वर्ष 2018 में धारा 302, 307 आईपीसी, वर्ष 2019 धारा 174 ए आईपीसी में मुकदमा पंजीकृत हुए थे। अन्य अभियानों के सम्बन्ध मंे हरियाणा, राजस्थान से जानकारी की जा रही है।