Tuesday, November 26, 2024
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मिड-डे-मील एनजीओ की मनमानी, बच्चों को खिलाये जा रही चावल

हाथरसः नीरज चक्रपाणि। जनपद के ज्यादातर विद्यालयों में मिड डे मील ठेकेदार के द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में मानक के अनुसार नहीं दिया जा रहा है दोपहर का भोजन, सरकारी मैन्यू को धता बताकर ज्यादातर हर रोज चावल ही खिलाये जा रहे है बच्चों को, खाने की घटिया क्वालिटी को लेकर बच्चों ने खाना खाने से किया इनकार और कर दी खाने की हड़ताल।आपको बता दे हाथरस में सरकारी प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में दोपहर का भोजन बच्चों को बांटने के लिए मिड डे मील का ठेका एनजीओ को दे रखा है वही उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा बच्चों को प्रत्येक दिन का खाने का अलग-अलग मेन्यू भी जारी कर रखा है जिसके अनुसार बच्चों को हर रोज बदल बदल कर खाना और दूध दिया जाएगा लेकिन हाथरस के मिड डे मील ठेकेदार के द्वारा न खाने में मानक का प्रयोग नही किया जा रहा है ना मैंन्यू का ध्यान रखा जा रहा है ज्यादातर विद्यालयों में बच्चों को हर रोज चावल ही खिलाये जा रहे हैं गुणवत्ता भी खाने की ठीक दिखाई नहीं देती है जिसके कारण नगला बिहारी के प्राथमिक विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा खाना खाने से इंकार करते हुए खाने का बहिष्कार कर खाने की हड़ताल कर दी गई। ऐसा नहीं है की है मिड डे मील ठेकेदार के द्वारा बच्चों को परोसे जारहे घटिया खाने का यह कोई कोई पहला मामला हो पूर्व में भी मिड डे मील का खाना खाने से हाथरस जनपद में बच्चे बीमार पड़ चुके हैं गुणवत्ता खराब होने के कारण कई विद्यालयों में खाने का बहिष्कार भी कर चुके हैं सामाजिक संगठनों ग्रामीणों से लेकर अध्यापकों के द्वारा भी मिड डे मील ठेकेदार की शिकायत अधिकारियों से कर दी गई है लेकिन उसके बावजूद भी पूर्व में यहां तैनात रहे जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा आज तक मिड डे मील ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जब खाने की गुणवत्ता और बच्चों को मेन्यू के अनुसार दिए जाने वाले खाने के बारे में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पवार से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि उनके संज्ञान में मामला नहीं था मिड डे मील बांटने वाली एनजीओ से तत्काल नोटिस देकर तीन दिवसीय स्पष्टीकरण मांगेंगे और जो भी दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे।