– सीधे सेंटर के खाते में प्रत्येक अल्ट्रासाउंड पर 255 रुपये दिए जाते हैं
– सरकारी चिकित्सक द्वारा लिखे जाने पर निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर ले सकेंगी लाभ
मथुरा। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती को निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर माह में दो बार ई रूपी वाउचर से अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिलेगी। शासन की नई व्यवस्था के तहत गर्भवती डॉक्टर द्वारा लिखे जाने पर चयनित निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर यह सुविधा ले सकती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि शहरी क्षेत्र की गर्भवती के लिए, जिला महिला चिकित्सालय, जिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड का प्रावधान है। यहां पर माह में दो बार प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस भी मनाया जाता है। लेकिन ग्रामीण स्तर पर हर जगह अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था नहीं है ऐसे में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव ने पत्र भेजकर जिले में निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों के माध्यम से प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर सीएचसी के जरिये गर्भवती को अल्ट्रासाउंड सेवा प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। नोडल आरसीएच डॉ. मुनीष सिंह पौरुष ने बताया कि पीएमएसएमए दिवस के दौरान जब सरकारी चिकित्सक लिखित रूप से गर्भवती को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कहेगा, उस दशा में वह यह सुविधा ले सकती हैंद्य गर्भवती का रजिस्ट्रेशन होने के बाद शासन से सीधे सेंटर के खाते में प्रत्येक अल्ट्रासाउंड पर 255 रुपये दिए जाते हैं। जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता मुकेश गौतम ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पीएमएसएमए दिवस पर गर्भवती का अल्ट्रासाउंड सहित, यूरिन, हीमोग्लोबिन, शुगर, सिफलिस , वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्रुप और एचआईवी की जांच की जाती है। इसके अलावा केंद्र पर आने वाले दंपति को बास्केट ऑफ चॉइस की सहायता से परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता हैं। वर्तमान में जनपद में अट्ठावन हजार से अधिक गर्भवती रजिस्टर हैं।