Monday, November 25, 2024
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कानपुर की शाम्भवी बनी सबसे युवा डेटा साइंस एजुकेटर !

कानपुर। आज हम बात करेगें कानपुर की एक एसी लड्की शाम्भवी गुप्ता की जिसने अपनी कठिन मेहनत और लगन की मदद से अपने सपनों को पूरा करने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने अपने जीवन में अनेकों मुश्किलों का सामना किया है, लेकिन वह हमेशा अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित रहती हैं
शाम्भवी के जीवन का सफर एक सीधा साधा सफर नहीं रहा है। वह कानपुर शहर से हैं, जहां उनका जन्म हुआ था। उन्होंने अपने बचपन से ही अपनी सीखने की आदत को बनाए रखा, उन्होंने हमेशा से अपने सपनों को पूरा करने की चाह रखी, जब उन्होंने बी टेक में प्रवेश लिया, तब उन्होंने डेटा साइंस विषय के बारे में सुना, और उन्होने कॉलेज के साथ साथ डेटा साइंस के विषय में अध्ययन करना शुरु किया और इस विषय में अपने कैरियर को आगे बढाने का चुनाव किया।
शाम्भवी ने डेटा साइंस के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए भारत की सबसे Youngest Data Science Educator बनने में सफलता हासिल की । उन्होंने लोगों को डेटा साइंस और पायथन लैंग्वेज के उपयोग के बारे में मुफ्त में शिक्षा देने के लिए एक YouTube चैनल शुरू किया जिसका नाम  ‘Fun with Data Science’ है। इस चैनल पर, उन्होंने लाखों छात्रों को पायथन और डेटा साइंस के बारे में सिखा रही है। इससे बढ़कर, उन्होंने 50 से अधिक कॉलेजों में सेमिनार, वर्क शॉप और बूटकेम्प किये जो की आज तक लगातार जारी हैं।शाम्भवी ने 20 साल की उम्र में बहुत कुछ हासिल कर कानपुर का सम्मान बढ़ाया हैं।
आज वह अमेरिका और इण्डिया की बड़ी बड़ी ED-TECH कम्पनियों, जैसे  Udemy, Geeks for Geeks , Tata Digital, Lambda test, Great learning  और UpGrad में फ़्री लान्सर के रुप मे काम कर रही हैं, उन्होंने अपने संघर्ष और मेहनत के बल पर इतनी सफलता हासिल की है कि वह जोश टॉक्स में भी 3 बार स्पीकर के रुप मे अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी हैं। जिसे देख कर 1 मिलियन से भी ज्यादा लोग प्रेरित हो चुके हैं ।
शाम्भवी के बनाये हुये कोर्स विश्व के 173 कंट्री मे पढ़े जा रहे हैं। शाम्भवी की सफलता का राज हमेशा से यही रहा है कि उन्होंने कभी हार नहीं मानी और हमेशा से अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश की है। वह अपने सफलता के लिए अपनी मेहनत, उत्साह अविरत अभ्यास और अपने परिवार को श्रेय देती हैं।
इस सफलता की यात्रा में शाम्भवी 21 साल की उम्र मे आज एक आदर्श बन गई है शाम्भवी की सफलता की यात्रा में अनुभव करने वाले सभी युवाओं और कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए, उनकी उपलब्धियों से प्रेरणा लेना बहुत आवश्यक है। शाम्भवी के जीवन में कुछ बातें हैं, जो हमें उनसे सीखनी चाहिए।
पहली बात यह है कि जब हम कुछ सोचते हैं तो हम उसको अपने जीवन में लाने के लिए कार्य करना शुरू कर देना चाहिये। शाम्भवी ने अपनी सोच को एक उद्देश्य बनाकर अपनी मेहनत और उत्साह के साथ इसे पूरा करने की कोशिश की।
दूसरी बात, शाम्भवी ने कभी हार नहीं मानी। अगर उन्हें अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए एक मुश्किल रास्ते से गुजरना पड़ा तो उन्होंने इसका सामना किया और उससे निकलने के लिए अपनी इच्छाशक्ति का उपयोग किया।
तीसरी बात, शाम्भवी को सफलता हासिल करने के लिए लगभग दो साल लग गए, इस समय में उन्होंने न केवल मेहनत की बल्कि अपने सपनों और उद्देश्यों के लिए अविरत अभ्यास किया।
शाम्भवी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से आज हजारों छात्र डाटा साइंस की ओर बढ़ रहे हैं और अपने जीवन को सार्थक बना रहे हैं।