फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने बीएसए कार्यालय पर धरना देकर दस सूत्रीय मांग पत्र बीएसए को सौंपा। मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
जिलाध्यक्ष डा. शौर्यदेव मणि त्रिपाठी के नेतृव में गुरूवार को सभी शिक्षक बीएसए कार्यालय पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर धरना शुरू कर दिया। धरने में वक्ताओं ने कहा है कि सरकार शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है और मांगे पूरी नही हो रही है। धरने के दौरान मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से दिया है। ज्ञापन में कहा है कि एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन से जोड़ा जाए।
मई दिवस पर वामपंथी दलों की हुंकार, श्रम संहिताओं की वापसी तक संघर्ष तेज करने की चेतावनी
चकिया, चंदौली। अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर चकिया नगर में भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) समेत विभिन्न वामपंथी संगठनों ने जोरदार जुलूस निकालते हुए गांधी पार्क में जनसभा का आयोजन किया। “लाल सलाम”, “मजदूर दिवस जिंदाबाद”, “साम्राज्यवाद मुर्दाबाद”, “समाजवाद जिंदाबाद” जैसे नारों के साथ मजदूरों की आवाज़ बुलंद की गई। सभा में वामपंथी नेताओं ने शिकागो के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि एक मई मजदूर वर्ग के उस ऐतिहासिक संघर्ष की याद दिलाता है, जिसने दुनिया भर में 8 घंटे के कार्यदिवस को स्थापित किया। नेताओं ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार श्रम कानूनों में संशोधन कर मजदूरों के अधिकारों को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में लाई गई चार श्रम संहिताएं मजदूर विरोधी हैं और इन्हें अविलंब वापस लिया जाना चाहिए।
एनटीपीसी में श्रमिक दिवस पर महिला श्रमिकों का हुआ सम्मान
ऊंचाहार, रायबरेली। एनटीपीसी ऊंचाहार में इंटक यूनियन के संयोजन में अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। इंटक यूनियन कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में परियोजना प्रमुख अभय कुमार श्रीवास्तव ने परियोजना में कार्यरत महिला श्रमिकों को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया। अपने संबोधन में श्री श्रीवास्तव ने ऐसे पुनीत कार्य करने के लिए इंटक यूनियन की पूरी टीम की सराहना की तथा इसी प्रकार सामाजिक एवं जनकल्याण से जुड़े कार्यक्रम करते रहने की अपील की। इस अवसर पर महाप्रबंधक (अनुरक्षण एवं प्रचालन) आशुतोष विश्वास, मानव संसाधन प्रमुख रूमा दे शर्मा, अपर महाप्रबंधक आलेख सिन्हा, चंद्रजीत सिंह, हरलीन सचदेवा, संतोष कुमार, सत्यवान गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं एनटीपीसी कर्मचारियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
ऊर्जा और उत्साह से सराबोर रहा एनटीपीसी ऊँचाहार का स्पोर्ट्स कार्निवल
ऊंचाहार, रायबरेली। एनटीपीसी ऊँचाहार में 25 से 30 अप्रैल 2025 तक छह दिवसीय स्पोर्ट्स कार्निवल का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें कर्मचारियों, उनके परिवारजनों एवं बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस आयोजन में 60 से अधिक खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें सभी वर्गों के प्रतिभागियों ने खेल भावना और जोश के साथ बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पूरे सप्ताह टाउनशिप में एक उत्सवमय और ऊर्जा से भरपूर माहौल बना रहा। इस आयोजन ने कर्मचारियों के बीच सौहार्द, सहभागिता और टीम भावना को और मजबूत किया।
सार्थक और प्रेरणादायी रहा अमेठी और रायबरेली का दौरा : राहुल गांधी
रायबरेली/अमेठी। नेता विपक्ष और सांसद राहुल गांधी ने अपने दो दिवसीय दौरे में रायबरेली और अमेठी के लोगों से मुलाकात कर विकास कार्यों की समीक्षा की और कई नई परियोजनाओं का शुभारंभ किया। राहुल गांधी लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे, जहां कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान प्रमोद तिवारी, आराधना मिश्रा ‘मोना’, अमेठी सांसद के एल शर्मा, सांसद तनुज पूनिया और पूर्व विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जिला मजिस्ट्रेट ने एसडीएम के आदेश पर लगाई रोक पूर्व स्थिति कायम
हाथरस। लाल वाला पेच स्थित भूखंड को लेकर चल रहे विवाद में उपजिलाधिकारी सदर ने एक पक्ष द्वारा नक्शा पास कराने को अनुचित ठहराते हुए स्टे लगा दिया था। एसडीएम के आदेश के विरुद्ध अशोक रावत द्वारा जिलाधिकारी के यहां अपील की गई थी। जिलाधिकारी राहुल पांडेय ने दोनों पक्षों के विद्वान अधिवक्ताओं की बहस सुनकर उपजिलाधिकारी सदर के स्टे आदेश को रोकते हुए सुनवाई के लिए अगली तारीख नियत की है। उल्लेखनीय है कि नगर के वरिष्ठ पत्रकार प्रमुख समाजसेवी अशोक रावत ने शहर के बीचोबीच एक भूखंड का नक्शा पास कराया। श्याम खेतान ने अशोक रावत पर नक्शा पास कराने में तथ्यों को छुपाने का आरोप लगाते हुए उपजिलाधिकारी सदर के न्यायालय में वाद दायर कर दिया। उपजिलाधिकारी ने अपने आदेश में यथोचित स्थिति बनाए रखने के आदेश दे दिए।
Read More »अक्षय तृतीय पर सर्राफा की दुकानों पर ग्राहकों की रही भीड़
फिरोजाबाद। अक्षय तृतीय के अवसर पर सोने, चांदी आदि का सामान खरीदना शुभ माना जाता है। बुधवार को नगर सर्राफा बाजार में सोने-चॉदी की दुकानों पर ग्राहकों की भीड उमड़ पड़ी।
शहर के रविन्द्रनाथ कन्हैयालाल सर्राफ की दुकान पर अक्षय तृतीय के दिन सोने-चॉदी की खरीददारी के लिए ग्राहकों की भीड़ उमडी। ग्राहकों ने अपनी पसंद अनुसार सोने-चांदी के सामानों की जमकर खरीददारी की। वहीं अक्षय तृतीय के दिन सोने-चांदी की खरीददारी करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसलिए सर्राफा की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रही।
सुहागनगरी में सामूहिक विवाह समारोह की रही धूम
फिरोजाबाद। अक्षय तृतीय के अवसर पर सुहागनगरी में सामूहिक विवाह समारोह की धूम रही। विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा सर्वधर्म सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन कर वर-वधुओं को परिणय सूत्र में बांधा गया। लगभग एक साथ सैकड़ो जोड़ो ने अग्नि के समक्ष सात फेरे लेकर जीवनभर साथ निभाने का वादा किया।
बुधवार को अखतीज के अवसर पर महात्मा ज्योतिवा राव फुले सेवा समिति द्वारा कोटला रोड स्थित एडवांस वाटिका में लगभग 56 बेटियों का विवाह सम्पन्न कराया गया। जिसमें 54 हिंदू जोडों ने अग्नि के समक्ष सात फेरे लेकर जीवनभर साथ निभाने का वादा किया। वहीं दो मुस्लिम जोड़ो का निकाह कराया गया। समिति के संस्थापक एवं हजारो बेटियों के पिता डाॅ राधेश्याम कुशवाह ने कहा कि आज 56 कन्याओं का विवाह सम्पन्न कराया गया।
कैबिनेट ने अगली जनगणना में जातिगत गणना को शामिल करने का लिया फैसला
जन सामना डेस्कः नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को बताया कि केंद्र सरकार ने आगामी जनगणना में जाति आधारित गणना को शामिल करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति ने इस विषय पर सहमति जताई है।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए वैष्णव ने कहा, ’यह फैसला हमारी सरकार की सामाजिक न्याय और समानता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जैसे पहले हमने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को 10% आरक्षण देने का साहसिक कदम उठाया था, अब जातिगत आंकड़ों को औपचारिक रूप से जनगणना में शामिल किया जाएगा।’
मजदूरों का भारत: शोषण के साए में खड़ा विकास
“जिन हाथों ने इस देश की इमारतें खड़ी कीं, उन्हीं हाथों को आज रोटी, छत और पहचान के लिए जूझना पड़ रहा है। दिहाड़ीदार मजदूर केवल श्रम नहीं देते, वे इस देश की नींव हैं — लेकिन सबसे उपेक्षित भी। विकास की रफ्तार में उनका पसीना झलकता है, पर उनकी आवाज़ नहीं सुनाई देती। क्या यही है ‘नए भारत’ का सपना — जहाँ श्रमिक अनदेखे, अनसुने और असुरक्षित रहें?”
-डॉ. सत्यवान सौरभ
बदलते दौर में जब तकनीक, पूंजी और ग्लैमर की दुनिया भारत को चमकाता दिखता है, तब देश का एक बड़ा तबका ऐसा है जो उस चमक की नींव बनाता है लेकिन खुद अंधेरे में घुटता रहता है। यही तबका है — दिहाड़ीदार मजदूर। जिनकी बदौलत गगनचुंबी इमारतें खड़ी होती हैं, सड़कों पर रफ्तार दौड़ती है, और शहर सांस लेता है। परन्तु विडंबना यह है कि इन मजदूरों के जीवन में न तो स्थिरता है, न सुरक्षा, न पहचान और न ही संवेदनशीलता।
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