Thursday, May 2, 2024
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मिशन लाइफ अभियान के प्रचार-प्रसार एवं उसमें जन सहभागिता सुनिश्चित कराने के निर्देश

लखनऊ। उप्र के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में राज्य में मिशन लाइफ अभियान के प्रचार-प्रसार एवं उसमें जन सहभागिता सुनिश्चित कराने के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों के बैठक आयोजित की गई।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि मिशन लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) कार्यक्रम की शुरुआत मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा 20 अक्टूबर, 2022 को गुजरात से की गई थी। मिशन लाइफ-जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए व्यक्तियों में व्यवहार परिवर्तन पर आधारित है। यह विनाशकारी और नासमझी से प्राकृतिक संसाधानों के दुरुपयोग को रोककर प्राकृतिक संसाधनों के सावधानीपूर्वक उपयोग के लिए प्रोत्साहित करने का वैश्विक आंदोलन है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में चल रहे इस ‘मिशन लाइफ’ अभियान का समापन आगामी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के दिन मेगा इवेंट के साथ होगा। मेगा इंवेंट के दिन ग्राम प्रधान व अर्बन लोकल बॉडीज के जनप्रतिनिधियों को पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली अपनाने की शपथ दिलायी जायेगी। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के साथ स्थानीय लोगों को भी जोड़ा जाये। 5 जून को शपथ के लिये समय निर्धारित कर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये और सभी विभाग के कर्मियो को भी शपथ दिलायी जाये।
उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान प्रदेशभर में 75000 माइक्रो इवेंट का आयोजन कराया जाये, जिसमें लोगों को पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार करने के लिये जागरूक किया जाये। इस अभियान को सफल बनाने के लिये सभी सम्बन्धित विभागों द्वारा विशेष सचिव स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करते हुये इसकी सूचना वन एवं पर्यावरण विभाग को उपलब्ध करा दी जाये। इवेंट्स के वीडियो व फोटोग्राफ्स भारत सरकार के मिशन लाइफ पोर्टल पर अवश्य अपलोड किये जायें। उन्होंने प्रत्येक शहर में ‘रन फार लाइफ’ नाम से दौड़ आयोजित कराने का भी सुझाव दिया।
उन्होंने कहा कि इवेंट्स के दौरान मिशन लाइफ पोर्टल पर उपलब्ध क्रिएटिवस का अधिक से अधिक उपयोग किया जाये। सभी इंवेन्ट्स में मिशन लाइफ का लोगो अवश्य प्रदर्शित होना चाहिये। बेसिक, प्राइमरी, माध्यमिक, विश्वविद्यालय सहित सभी शिक्षण संस्थानों में विशेष सफाई अभियान चलाया जाये। इसी प्रकार अभियान चलाकर सभी कार्यालयों, सड़क, पार्क, थाना, पुलिस चौकी, औद्योगिक क्षेत्रों को साफ-सुथरा बनाया जाये। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवर को स्वच्छ बनाने के लिये यह सबसे उपयुक्त समय है, इसे भी इस अभियान में शामिल किया जाये। गांवों को स्वच्छ बनाने के लिये पंचायतीराज विभाग द्वारा ग्रीन एण्ड क्लीन पंचायत अभियान चलाया जाये।
उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में लाइफ स्टाइल पर आधारित निबंध लेखन, वाल पेन्टिंग, पेन्टिंग आदि एक्टिविटी का आयोजन कराया जाये। सोशल मीडिया पर भी एक मैसिव कैम्पेन चलाया जाये। अभियान में एनसीसी, एनएसएस, स्काउड गाइड, रोटरी क्लब आदि स्वयंसेवी संस्थाओं को शामिल किया जाये। अभियान में अन्य रचनात्मक गतिविधियों को भी जोड़ा जा सकता है। जीरो लीक कैम्पेन, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, जीरो पराली बर्निंग, मिलेट्स जैसे तमाम सारे कार्यक्रम विभाग में पहले से संचालित हैं, इन्हें इस अभियान से जोड़ते हुये विशेष ध्यान केन्द्रित करने की जरूरत है। महिलायें घर में कम से कम सामान वेस्ट करें और घर में सफाई रखें, इसके लिये आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एक्टिविटी का आयोजन कराकर महिलाओं को जागरूक किया जाये।
अंत में मुख्य सचिव ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली अपनाने की शपथ दिलायी।
बैठक में अपर मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण मनोज सिंह, प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा सुभाष चन्द्र शर्मा, सचिव पर्यावरण आशीष तिवारी, सचिव नगर विकास रंजन कुमार, सचिव महिला कल्याण अनामिका सिंह, निदेशक नगरीय निकाय नेहा शर्मा सहित सम्बन्धित विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।