रसूलाबाद, कानपुर देहात। मातमी धुनों के साथ शांतिपूर्ण ढंग से जुलूस ए हुसैनी निकाला गया। जहाँ या हुसैन या हुसैन के नारे लगे रसूलाबाद कस्बे में जुलूस ए हुसैनी सौहार्दपूर्ण ढंग से निकाला गया। रसूलाबाद कस्बे के विभिन्न मार्गाे से ताजिया जुलूस निकाला गया। हज़रत इमाम हुसैन व उनके खानदान के लोगों की शहादत की याद में ताजिया और जुलूस निकाले जाते हैं। मोहर्रम से ही इस्लामिक नए साल की शुरुआत होती है। मोहर्रम के दसवें दिन जुलूस निकाला जाता है। रसूलाबाद कस्बे की जामा मस्जिद व तहसील के निकट स्थित इमाम चौक पर सभी बस्तियों के ताजिया और जुलूस एकत्र हुए। जहां से जुलूस मुख्य चौराहा होते हुए पठान मुहाल पहुंचा। उसके बाद जुलूस आजाद नगरबस्ती, इमाम चौक से होते हुए वापस पठान मुहाल इमाम चौक से होते हुए मुख्य चौराहा गुलपीर नगर होते हुए हजरत गुलपीर शाह के आस्ताने पर पहुंचा। जहां परंपरागत ढंग से अखाड़ा खेला गया इसके बाद ईदगाह में ताजियों को बाद दुरूदों फ़ातिहा सुपुर्द ए खाक किया गया। पूरे जुलूस में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध रहे। मौके पर उपजिलाधिकारी नीलिमा यादव, पुलिस क्षेत्राधिकारी तनु उपाध्याय, कोतवाल सुरजीत सिंह, नेहरूनगर के खलीफा, शरीफ सिद्दीकी, मुस्तफा हुसैन, नसरुददीन, सम्मी सिद्दीकी, मुबीन सिद्दीकी, अतहर खान भुटटो, हाजी फैजान खान, मुबीन सिद्दीकी राजा, लल्लन खान, नियाज अहमद, परवेज अहमद, इजहार मंसूरी, सभासद सुहैल अहमद, हाशिम खान, मशरूफ़ नवाज़, फरहान, इश्तियाक कुरैशी, सिराज मंसूरी, रियाज मेवाती, अकबर अली, आफ़ताब वारसी, उस्मान अली, सिराज अहमद, आज़ाद अली, शफीक खान, हाजी हाशिम, अकरम वारसी, शाहरुख मंसूरी सहित हजारों लोग शामिल रहे