Friday, September 20, 2024
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डीएम ने फाइलेरिया से बचाव की दवा खाकर किया आईडीए अभियान का शुभारंभ

चंदौली। जिले में राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन के लिए आईडीए अभियान बृहस्पतिवार से शुरू हो गया। यह अभियान 28 अगस्त तक चलेगा। महेंद्र टेक्निकल इंटर कॉलेज के 2000 बच्चों की मौजूदगी में जिलाधिकारी निखिल टी फूंडे ने फाइलेरिया से बचाव की दवा खाकर फाइलेरिया उन्मूलन ट्रिपल ड्रग थेरेपी आईडीए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर डीएम ने लोगों से अपील की कि फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा का सेवन जरूर करें। फाइलेरिया बीमारी से बचाव के लिए अभियान के दौरान घर-घर जा रहे स्वास्थ्यकर्मी के समाने ही दवा खाएं। दवा के सेवन से ही फाइलेरिया बीमारी से पूरी तरह मुक्ति मिल जायेगीद्य साथ ही सीएमओ डॉ वाई के राय, एसीएमओ डॉ आरबी शरण, नोडल अधिकारी डॉ हेंमत कुमार, डीएमओ पीके शुक्ला एवं सहायक मलेरिया राजीव सिंह, डब्ल्यूएचओ, पीसीआई, पाथ संस्था और अन्य तैनात कर्मचारियों ने भी दवा खाई।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वाई के राय ने कहा कि हमें जिले से ही नहीं देश से भी फाइलेरिया रोग का उन्मूलन करना है, इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी को साथ आना होगा। इसके लिए अभियान के दौरान घर जाने वाले स्वास्थ्यकर्मी का सहयोग करने के साथ सामने ही दवा का सेवन करना है, क्योंकि हाथीपांव हो जाने के बाद पूरे जीवन इस बीमारी के साथ ही जीना होगा। इस बीमारी से पैरों में सूजन एवं महिलाओं के स्तन में भी सूजन आ जाती है। फाइलेरिया के लक्षण पांच से 15 साल में दिखाई देते हैं। इस लिए अभियान में शामिल होकर दवा का सेवन करें।
जिला मलेरिया अधिकारी पीके शुक्ला ने बताया यह क्यूलेक्स मादा मच्छर के काटने से फैलता है। जब यह मादा मच्छर किसी फाइलेरिया ग्रस्त व्यक्ति को काटती है तो वह संक्रमित हो जाती है। फिर वही मादा मच्छर रात में किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को काटकर उसको संक्रमित कर देती है यानि फाइलेरिया रोग के परजीवी रक्त के जरिए स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया से ग्रसित कर देते हैं। ज्यादातर संक्रमण अज्ञात या मौन रहते हैं और लंबे समय बाद इनका पता चलता है। इस बीमारी का कारगर इलाज नहीं है। इसकी रोकथाम ही इसका समाधान है।
सहायक मलेरिया अधिकारी राजीव सिंह ने अभियान के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आशा, आशा संगिनी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाएंगे। एक वर्ष से कम आयु के बच्चों एवं गर्भवती और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को दवा का सेवन नहीं करना है। अभियान को सफल बनाने के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में दो साल से ऊपर 20 लाख आबादी को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें पूरे जनपद में 27 बूथ एवं 1600 टीम व 300 सुपरवाइजर की टीम गठित की गई हैं। यह टीम घर-घर जाकर जन समुदाय को उम्र एवं लंबाई के अनुसार अपने सामने दवा खिलाएंगी। दवा किसी को वितरित नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि साल में एक बार पांच साल तक दवा के सेवन से इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है। फाइलेरिया के लक्षण समान्यतः स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते हैं। बुखार, बदन में खुजली तथा पुरुषों के जननांग और उसके आस-पास दर्द और सूजन की समस्या दिखाई देती है। पैरों व हाथों में सूजन, हाथी पाँव और हाइड्रोसिल के रूप में भी यह समस्या सामने आती है।
फाइलेरिया से बचाव-मच्छरों से बचने के लिए मच्छर दानी का प्रयोग करें, घर के आस-पास कूड़े को इकठ्ठा न होने दें, कूड़ेदान का प्रयोग करें, आसपास पानी न जमा होने दें, गन्दे पानी में केरोसिन डाल दें, चोट या घाव वाले स्थान को हमेशा साफ़ रखें, पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
दवा खाने के बाद काम पर भी गए-धानापुर ब्लॉक निवासी रमेश कुमार (29 ) ने कहा कि दवा खाने के लगभग एक घंटे के बाद भी कोई परेशानी नहीं हुई। बहुत ही अच्छा है कि स्वास्थ्य कर्मी घर आकर अपने समाने दवा खिला रहें हैं। दवा खाने के बाद वह अपने काम पर भी गए। इसी ब्लॉक से दुर्गा (51) ने बताया कि आशा कार्यकर्ता और सीएचओ ने अपने समाने फाइलेरिया की दवा हमें खिलाई। आधा घंटा हो जाने के बाद कोई दिक्कत नहीं हुई। खाना खाने के बाद ही दवा का सेवन किया।
कृमि मुक्ति दिवस भी मनाया गया-
सीएमओ डॉ वाई के राय ने बताया कि बरहनी ब्लॉक में कृमि मुक्ति दिवस के तहत बृहस्पतिवार को एक से 19 साल तक के 35 हजार के सापेक्ष शत प्रतिशत बच्चों-किशोरों को पेट के कीड़े निकालने की दवा खिलाई गई। इस ब्लॉक के जो बच्चे दवा खाने से छूट गये हैं, उन्हें 17 अगस्त को मॉपअप राउंड में दवा खिलाई जाएगीद्य उन्होने बताया कि जनपद का यह ब्लाक (बरहनी) ट्रांसमिशन असेसमेंट सर्वे (टास) में फाइलेरिया मुक्त घोषित हो चुका है, इसलिए यहाँ आईडीए अभियान नहीं चलेगा। इसके अलावा ब्लाक चंदौली सदर, चहानियाँ, चकिया, धानापुर, नियमताबाद, नौगढ़, शहाबगंज, सकलडीहा, डीडीयू नगर में आईडीए अभियान चल रहा है, जिसमें सभी को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा रही है।