Wednesday, July 3, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » सबसे अधिक राजस्व देना वरदान नहीं अभिशाप बना !

सबसे अधिक राजस्व देना वरदान नहीं अभिशाप बना !

किशनपुर/फतेहपुर। किशनपुर से रायपुर भसरौल गुरुवल को जाने वाला मार्ग पहली बारिश में दलदल में तब्दील हो गया है जिससे पचास गांव की लगभग 30 हजार आबादी घर में कैद हो गई है जहां गांवों में एंबुलेंस पुलिस व अन्य किसी प्रकार के वाहन पहुंचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो गया है
किशनपुर रोड से रायपुर भसरौल व गुरवल मार्ग रिमझिम बारिश से दलदल में तब्दील हो गया जिससे मोटरसाइकिल, साइकिल,पैदल निकलना तो दूर कार ट्रैक्टर निकलना दूभर हो गया क्षेत्र के धर्मेंद्र दीक्षित, शत्रुघन यादव, राम आसरे, भागीरथी विश्वकर्मा, भिखारी लाल गुप्ता,रविकरन निषाद, शुभम दुबे आदि ने बताया इस सड़क में लगभग आधा दर्जन मोरंग खदान हैं जिनसे सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए का राजस्व मिलता है इसके बाद भी यह सड़क दशकों से बदहाल पड़ी है जिससे क्षेत्र के मददअलीपुर रहियापुर रमसगरा अंजनाभैरव बहियापुर रेवाड़ी मनीपुर सेमरिया पहाड़पुर चंदवाइन डेरा चातर का डेरा शिवकंठ का डेरा लोहारन डेरा शिवप्रसाद का डेरा समेत दर्जनों गांव के लोग घरों में कैद हो जाते हैं इस रास्ते जरूरत पड़ने पर एंबुलेंस व पुलिस आने से कतराती है मजबूरी में पहुंचते है तो कहीं फंस जाते है कहीं बिगड़ जाते है इस आजादी के अमृत महोत्सव में ऐसी बदहाल सड़क के कारण क्षेत्र के लोग अपने को बदनसीब समझ रहे हैं और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को कोस रहे हैं।वह इस बारे में जब लोक निर्माण विभाग के अधिकारी अनिल कुमार शील से बात हुई तो उन्होंने बताया की जानकारी हुई है विभागीय अधिकारियों को भेज कर मौके का निरीक्षण कर जल्द से जल्द टूटे हुए मार्ग पर गड्ढे सही करवा कर रास्ते को सुगम बनाया जाएगा वहीं दूसरी ओर विधायिका ने बताया कि मुख्यमंत्री से मिलकर यमुना कटारी की कई सड़कों के लिए मांग की गई है जल्दी सड़क का निर्माण शुरू हो जाएगा।




⇒ ‘‘जन सामना’’ वेब न्यूज पोर्टल पर प्रसारित सामग्री जैसे – विज्ञापन, लेख, विचार अथवा समाचार के बारे में अगर आप कोई सुझाव देना चाहते हैं अथवा कोई सामग्री आपत्तिजनक प्रतीत हो रही है, तो आप मोबाइल न0 – 9935969202 पर व्हाट्सएप के माध्यम से संदेश भेज सकते हैं। ई-मेल jansaamna@gmail.com के माध्यम से अपनी राय भेज सकते हैं। यथोचित संशोधन / पुनः सम्पादन बिना किसी हिचकिचाहट के किया जायेगा, क्योंकि हम ‘‘पत्रकारिता के आचरण के मानक’’ का पालन करने के लिये संकल्पवद्ध हैं। – सम्पादक