
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि आंगनवाड़ी केन्द्रों की स्थिति सुधारने में विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों की महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह कर सकते हैं क्योंकि सरकार पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप को लगातार बढ़ावा दे रही है।उन्होंने बताया कि रिफ़ाइनरी, GLA ,संस्कृति यूनिवर्सिटी, जिंदल ग्रुप गिर्राज फ़ायलस और वृंदा एग्रो के माध्यम से आंगनवाड़ी केन्द्रों पर संसाधन किट/प्री स्कूल किट उपलब्ध कराई गई है ,यह इस दिशा में पहला क़दम है । नए आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराने ,पुराने आंगनवाड़ी केंद्रों की मरम्मत कराने ,उनका आकर्षक वाल पेंटिंग कराने ,केंद्रों पर पेयजल हेतु RO की व्यवस्था कराने महिलाओं के बैठने हेतु चटाई/दरी इत्यादि की व्यवस्था करने जैसे अनेक कार्य हैं जिसमें उद्यमी CSR फंड के माध्यम से अपना सहयोग दे सकते हैं । मुख्य अतिथि श्री देवेन्द्र शर्मा ने ने भी अपने संबोधन में उद्यमियों से समाज सेवा के कार्य में योगदान देने का आह्वान किया और कहा कि उनके सहयोग से एक ओर जहाँ आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति सुधरेगी वही दूसरी तरफ़ लाभार्थी बच्चों और महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से प्रदान की जाने वाली सेवाओं को और बेहतर किया जा सकेगा ।केंद्रों की स्थिति सुधारने से कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ेगा और वह अपने कार्य में और अधिक रुचि लेंगी। बाल विकास परियोजना अधिकारी छवि सिंह ने बताया कि जनपद में पोषण के हितधारकों के रूप में बहुत सारे उद्यमियों ने अपनी भूमिका का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है जिला प्रशासन पहले से ही इन उद्यमियों के साथ समन्वय बनाकर उनके CSR फंड के माध्यम से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर दिए गए संसाधन संसाधन किट के फलस्वरूप आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चे अधिक संख्या में आने लगे हैं और शाला पूर्व शिक्षा को और गुणवत्तापूर्ण बनाने में मदद मिली है । मुख्यातिथि ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं के कार्य की प्रशंसा की और कहा कि सामाजिक जन जागरूकता में उनका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है । उन्होंने कहा कि प्रोबेशन विभाग द्वारा कन्याओं और बच्चों के लिए चलायी जा रही सभी योजनाओं में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी बराबर की सहभागिता करनी है ।कार्यक्रम में स्वास्थ्य बालक बालिका स्पर्धा प्रतियोगिता का आयोजन सभी विकासखंडों में किया गया था आज जनपद स्तरीय कार्यक्रम में प्रत्येक ब्लॉक के विजेता बच्चों को उपहार देकर सम्मानित भी किया गया ।कार्यक्रम के अंत में सभी को पोषण शपथ दिलायी गई ।कार्यक्रम में बच्चों की माताओं ने अपने अनुभव भी शेयर किए कि किस प्रकार अपने बच्चे को स्वस्थ बनाने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से उन्हें आवश्यक परामर्श ,सहयोग और सुविधा मिली ।विभाग द्वारा हाथ से बने खिलौनों और श्री अन्न से बनाए हुए व्यंजनों का स्टॉल भी लगाया गया । अतिथियों ने स्टॉल का अवलोकन किया और व्यंजनों का स्वाद भी चखा ।
कार्यक्रम में सहायक प्रबंधक जिला उद्योग केंद्र योगेश कुमार ,बाल विकास परियोजना अधिकारी योगेन्द्र सिंह, अशोक सिंह ,ICDS विभाग की सभी सुपरवाइज़र एवं बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं लाभार्थी उपस्थित रहे।
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