Sunday, October 6, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » खेतों तक पहुंचने के लिए किसानों को नहीं मिल रहा रास्ता

खेतों तक पहुंचने के लिए किसानों को नहीं मिल रहा रास्ता

फिरोजाबाद। खेतों तक पहुंचने का रास्ता बंद होने के बाद किसान एकजुट होकर उप मुख्य यातायात प्रबंधक रेलवे कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने रेलवे जीएम के संबोधित ज्ञापन देकर खेतों तक रास्ता देने की मांग की है। तीन दिन पहले ग्रामीणों ने रेलवे लाइन पर प्रदर्शन किया था।
मंगलवार दोपहर 12 बजे उप मुख्य यातायात प्रबंधक अमित सुदर्शन के कार्यालय पहुंचे किसानों ने उन्हें ज्ञापन देकर अपनी समस्या बताई। किसानों ने बताया कि टूंडला से मितावली के बीच खंबा नंबर 1250/36 पर रेलवे द्वारा बैरिकेडिंग करने से किसानों का खेतों तक पहुंचने का रास्ता बंद हो गया है। गांव बन्ना, नगला गोला, गढ़ी भक्ति, एत्मादपुर, भीकनपुर आदि गांवों के किसानों की कृषि भूमि रेलवे लाइनों के बीच में है। चारों ओर से रेलवे लाइन से घिरी इस खेती तक पहुंचने का एक मात्र रास्ता था, जिसे भी रेलवे ने बेरीकेडिंग कर बंद करा दिया। अभी आलू और गेहूं समेत विभिन्न फसलों का काम चल रहा है। ऐसे में किसानों को खेतों तक पहुंचने के लिए अंडरपास बनवाने की कृपा करें, जिससे किसान अपनी फसल कर सकें। उप मुख्य यातायात प्रबंधक ने उनके ज्ञापन को उच्चाधिकारी तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। ग्रामीणों ने तीन दिन पहले भी रेलवे लाइन पर पहुंचकर प्रदर्शन किया था।
ज्ञापन देने वालों में नाहर सिंह, जगदीश प्रसाद, राजेंद्र सिंह, विजय सिंह, नेपाल सिंह, पुष्पेंद्र सिंह बघेल, भूपेंद्र कुमार, रामकिशन, श्याम सिंह, रामगोपाल, प्रेमपाल सिंह, रामनिवास, कप्तान सिंह, राकेश, श्री कृष्ण, रघुवीर सिंह, राम खिलाड़ी, गोपीचंद, लायक सिंह, शिव कुमार, जयपाल सिंह, मूलचंद, राम, जयप्रकाश, थान सिंह, राजवीर, ज्ञान सिंह, कालीचरण, विजय सिंह, राजवीर, शिशुपाल सिंह, ओम चरण, राकेश कुमार, पूरन सिंह, भगवान दास, निरंजन सिंह, गोविंद राम, अजय कुमार, महेंद्र सिंह आदि शामिल रहे।