Wednesday, July 3, 2024
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राष्ट्र धर्म का ग्रंथ है भारतीय संविधान : राजेन्द्र प्रसाद वर्मा

♦ 75 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पीडब्ल्यूए संस्था के विधि प्रकोष्ठ के अधिवक्ताओं ने दी संविधान की जानकारी, बोले किसी भी धर्म के अनुयायी हों पर देश का संविधान सर्वाेच्च
♦ लोकहित में योगदान देने वाले चार शख्सियतों को पीडब्ल्यूए द्वारा किया गया सम्मानित
कानपुरः जन सामना डेस्क। भारतीय संविधान की बदौलत विविधता में भी एकता की मिसाल पेश करके दुनिया में भारतीय गणतंत्र की पहचान कायम की है। संविधान हर भारतीय का राष्ट्रिय धर्म ग्रन्थ है जिसका प्रतिदिन पाठ करना चाहिए। भारतीय संविधान हम सबको कानून के धागे में मोती की तरह पिरो कर एक रखता है। यह बात 75 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर शहर की प्रमुख सामाजिक संस्था पब्लिक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के समारोह में वक्ताओं ने कहीं। इस दौरा जनहित में योगदान देने वाले मनीषियों को सम्मानित किया गया।
कल्यानपुर पुराना शिवली रोड स्थित पब्लिक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश (पीडब्ल्यूए) के मुख्यालय पर संस्था अध्यक्ष अशोक कटियार ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। सभी ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देकर सामूहिक राष्ट्रगान गाया गया। अधिवक्ता अशोक कटियार ने कहा कि संविधान का अक्षरशः पालन ही देश के लोकतंत्र को मजबूती देगा। सभी को 1-2 पन्ने संविधान के हर दिन पढने चाहिए।
महासचिव पंकज कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि जब तक शिक्षा के साथ समझ विकसित नहीं होगी तब तक देश का विकास साकार रूप नहीं ले सकता है। पूर्व सहायक निदेशक राजभाषा व उपाध्यक्ष आरवी भावुक ने कहा कि हमें नेताओं के लालच भरे भाषणों के आकर्षण से बचकर अपने हित और देश के विकास को समझकर वोट की ताकत जाननी होगी।
विधि प्रकोष्ठ के वरिष्ठ अधिवक्ता राजेन्द्र प्रसाद वर्मा ने कहा कि संविधान हमारा धर्म ग्रंथ है इसी से देश की व्यवस्था का संचालन होता है इसे हर घर में रखकर संविधान का अध्ययन करना चाहिए। अधिवक्ता रूपेश गंगवार ने कहा कि हम किसी भी धर्म से ताल्लुक रखते हों पर भारत का संविधान सर्वाेच्च है।
संरक्षक पूर्व वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. सत्येन्द्र कटियार ने कहा कि लोकतंत्र में कानून से वढ़कर कोई नहीं यहां अधिकार हैं तो कर्तव्य भी हैं हमें अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए तब अधिकार की बात करनी चाहिए। समारोह के दौरान जनसेवा में अपना उत्कृष्ट योगदान देने वाले चार मनीषियों का प्रशस्तिपत्र भेट कर सम्मानित किया गया।
पूर्व चिकित्साधिकारी डॉ. हीरेन्द्र सिंह, कार्यालय प्रमुख विपिन पटेल, अखिलेश कटियार, रामसिंह कुशवाह, अभियंता प्रदीप सिंह, मंजेश पटेल, रोली यादव, माया कटियार, मुकुल भदौरिया, नीलिका चौधरी, विशेष पटेल, आशा यादव, अमित रादव, अनामिका भदौरिया, मोन्टी यादव, ज्ञानेन्द्री पटेल आदि मौजूद रहे।
जन कल्याण में योगदान ले लिए ये हुए सम्मानित
शिक्षा के क्षेत्र में गरीब निर्धनों की मदद के लिए सीबीआईसी कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधीक्षक संजय कुमार चौधरी, डीसी लॉ कॉलेज सिविल लांईस कानपुर के राजेश कुमार चौधरी को सम्मानित किया गया। वहीं निःशुल्क विधिक सेवा के साथ ससुराल में पीङिता की मदद व जनहित में कानूनी लङाई लङने वाले अधिवक्ता रामजी बौद्ध व समतामूलक समाज की स्थापना के लिए जनसेवी अवधेश कटियार को पीडब्ल्यूए उत्तर प्रदेश की ओर से प्रशस्तिपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।