Thursday, April 25, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » फसली ऋण मोचन प्रमाण पत्र प्रिन्ट कराने में नियमानुसार सावधानी बरती जाये: डीएम

फसली ऋण मोचन प्रमाण पत्र प्रिन्ट कराने में नियमानुसार सावधानी बरती जाये: डीएम

प्रथम चरण 5 हजार किसानों को मिलने वाले फसली ऋण मोचन प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम की तैयारियों की भली भांति समीक्षा कर ले: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। फसली ऋण मोचन प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम के तैयारियों के सिलसिले में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि जनपद में 9 सितंबर को स्टेडियम प्रागंढ़ में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में पात्र 5 हजार किसानों को ऋण मोचन प्रमाण पत्र जनपद के प्रभारी मंत्री व प्रदेष के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, सांसद, विधायकगण आदि के माध्यम से दिलाया जायेगा। जिसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अधिकारीगण फसली ऋण मोचन प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम को सफल बनाने की सभी तैयारियां पूरी कर ले। उन्होंने कहा कि पात्र लाभार्थी प्रमाण पत्रों का विवरण फसली ऋण मोचन प्रमाण पत्र प्रिन्ट कराने में नियमानुसार सावधानी बरती जाये। प्रिन्ट कराने हेतु निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग तथा उत्तर प्रदेश शासन द्वारा विशेष दिशा निर्देश सलाह दी है जिनका अध्ययन जानकारी कर प्रिन्टिंग की कार्यवाही की जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रथम चरण में अवमुक्त धनराशि को कृषकों के खातों में समायोजित करते हुए सफली ऋण मोचन योजना के अन्तर्गत संबंधित कृषक की अर्हता की जांच समस्त बैंक शाखाओं के जिला समन्वयक बैंकर्स जांच पुनः अंतिम रूप से कर ली जाये यदि शाखा के संज्ञान में कोई ऐसा मामला आता है जिससे किसी अनर्ह कृषक के खाते में धनराशि प्राप्त हो रही है तो ऐसे कृषकों को प्राप्त धनराशि को रोकते हुए इसकी सूचना संबंधित बैंक के नोडल अधिकारी एवं जिलास्तरीय समिति को भी दी जाये। किसी भी दशा में अनर्ह कृषकों के खाते में योजना अन्तर्गत प्राप्त हुयी धनराशि को समायोजित नही किया जाये।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि अधिकारी प्रथम चरण की तैयारियों के साथ ही द्वितीय चरण फसली ऋण मोचन योजना की सफल बनाने की कार्यवाही शुरू कर दे। उन्होंने कहा कि फसली ऋण मोचन द्वितीय चरण के लाभ के लिए जो इस योजना के पात्र लाभार्थी किसान है वे अपना आधार कार्ड चार दिन के भीतर जिस बैंक से किसान ने ऋण लिया है उस बैंक के शाखा प्रबन्धक को आधार कार्ड की छायाप्रति देकर लिंक करा ले। उन्होंने कहा कि जो किसान योजना हेतु पात्रता रखते है उनके ऋण मोचन सहायता प्रणाली के तहत आधार कार्ड से भी लिंक करवाना जरूरी है अतः जिनके पास आधार कार्ड नही है वे किसान शीघ्र ही आधार कार्ड बनवा ले। उन्होंने पात्रता बताते हुए कहा कि लघु एवं सीमान्त किसानो द्वारा 31 मार्च 2016 तक के लिए गये फसली ऋण में वर्ष 2016-17 में जमा की गयी धनराशि को घटाते हुए 31 मार्च 2016 तक बकाया धनराशि का रूपये 1 लाख सीमा तक ऋण मोचन योजना हेतु पात्रता रखी गयी है। जिन किसानों के पास आधार कार्ड नही है वे शीघ्र ही अपना आधार कार्ड बनवा ले जिससे पात्रता की स्थिति में योजना का लाभ दिया जा सके।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सभी एसडीएम को कहा कि प्रथम चरण के फसली ऋण मोचन प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की कमी न रहे यदि कोई सत्यापन कार्य में किसी भी प्रकार की कमी लग रही है तो उसे पुनः सत्यापित करा ले किसी भी दशा में प्रथम चरण के पात्र किसान न छूटे और न ही अपात्र लिस्ट में षामिल हो। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में 5 हजार किसानों को ऋण मोचन प्रमाण पत्र जनपद के प्रभारी मंत्री व प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, सांसद, विधायकगण आदि के माध्यम से दिलाया जायेगा बाद में निर्धारित तिथियों में शेष 12143 किसानों को शीघ्र ही उनके क्षेत्र तहसील स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में फसली ऋण मोचन प्रमाण पत्र दिया जायेगा। जिलास्तरीय समिति ने पाया कि 17143 लाभार्थी जिनका आधार कार्ड है जो सत्यापन उपरांत पात्र पाये गये है उनमें से 5 हजार को प्रथम चरण में फसली ऋण मोचन योजना का प्रमाण पत्र जिलास्तरीय कार्यक्रम में दिया जाना है। अवशेष 12143 लाभार्थियों को उनके क्षेत्र में तहसील पर आयोजित कार्यक्रम में प्रमाण पत्र दिया जायेगा। अवशेष लगभग 40 हजार ऋणी किसानों की कर्जमाफी के सम्बन्ध में परीक्षण व सत्यापन के उपरांत कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि फसल ऋण मोचन योजना के अन्र्तगत 82544 प्राप्त डाटा के अनुसार लाभार्थियों की फीडिंग का कार्य कराया गया जिसमें कुल आधार युक्त लाभार्थी 42623 पाये गये इन 42623 आधार कार्ड वाले लाभार्थियों की ग्रामवार सूची को लखनऊ भेजा गया जिन्हें विभिन्न फिल्टर्स के माध्यम से सत्यापित किया गया। इसके अलावा इन 42623 लाभार्थियों की ग्रामवार सूची तहसीलों को भी इस आशय से उपलब्ध करायी गयी कि वे राजस्व अभिलेखों से जांच कर ले कि लाभार्थी के पास 2 हेक्टेअर से अधिक भूमि तो नही है साथ ही लाभार्थी मृतक तो नही है। तहसील से लाभार्थीवार राजस्व परिषद के निर्देशानुसार तहसील से लाभार्थियों की सत्यापित सूची व घोषणा पत्र तहसीलों से पुनः प्राप्त की गयी तहसील से सत्यापन के आधार पर पुनः फीडिंग का कार्य कराया गया तथा फीड किये गये डाटा का मिलान भी सत्यापित सूची से कराया गया। राज्यस्तर पर विभिन्न फिल्टर्स के माध्यम से डाटा चेकिंग का कार्य किया गया है। फिल्टर्स के परिप्रेक्षा में इस तथ्य के दृष्टिगत कि बैंक व तहसील दोनो संस्थाओं द्वारा कार्य किया गया हैं, फिल्टर्स में उपलब्ध डाटा की पुनः गहन जांच करायी गयी जिससे कि अपात्र को योजना का लाभ न मिले और पात्र योजना के लाभ से वंचित न रहे।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने उत्तर प्रदेश की लघु एवं सीमान्त किसानों के उन्नयन व सतत विकास हेतु फसल ऋण मोचन योजना में अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिला कृषि अधिकारी, उपकृषि निदेशक को निर्देश दिये है कि सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग लखनऊ के माध्यम से प्राप्त फसल ऋण मोचन प्रमाण पत्र को प्रिन्ट कराकर ऋण मोचन प्रमाण पत्र प्रथम चरण में उपलब्ध कराये जाने की कार्यवाही शीघ्र करें। फसल ऋण मोचन हेतु जिला स्तरीय समिति ने पाया कि ऋणी किसानों में से प्रथम चरण में 17143 किसान ऐसे है जिनके पास आधार कार्ड है तथा जिन्हें विभिन्न फिल्टर्स के माध्यम से सत्यापन कराया गया जिनमें 5 हजार लोगों को ऋण मोचन प्रमाण पत्र प्रभारी मंत्री द्वारा जिलास्तरीय स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में 9 सितंबर को दिया जाना है। उन्होंने कहा कि जो किसान योजना हेतु पात्रता रखते है उनके ऋण मोचन सहायता प्रणाली के तहत आधार कार्ड से भी लिंक करवाना जरूरी है अतः जिनके पास आधार कार्ड नही है वे किसान शीघ्र ही आधार कार्ड बनवा ले। लघु एवं सीमान्त किसानो द्वारा 31 मार्च 2016 तक के लिए गये फसली ऋण में वर्श 2016-17 में जमा की गयी धनराशि को घटाते हुए 31 मार्च 2016 तक बकाया धनराशि का रूपये 1 लाख सीमा तक ऋण मोचन योजना हेतु पात्रता रखी गयी है। जिन किसानों के पास आधार कार्ड नही है वे शीघ्र ही अपना आधार कार्ड बनवा ले जिससे पात्रता की स्थिति में योजना का लाभ दिया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि प्रथम चरण में पात्र 5 हजार किसानों को स्टेडियम में जनपदस्तरीय आयोजित होने वाले कार्यक्रम में फसली ऋण मोचन प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम की तैयारियों की भली भांति समीक्षा कर ले। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह, एडीएम एफआर विद्याशंकर सिंह, एडीएम प्रशासन शिव शंकर गुप्ता, सभी एसडीएम व बैंकर्स उपस्थित रहे।