Thursday, May 2, 2024
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लोकसभा चुनाव-2024 तारीखों का हुआ ऐलान, 19 अप्रैल से शुरू होगी वोटिंग, 4 जून को आऐंगे नतीजे

नई दिल्लीः राजीव रंजन नाग। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया की शुरुआत की घोषणा करते हुए आज कहा कि 543 लोकसभा सीटों के लिए 2024 का आम चुनाव सात चरणों में होगा जो 19 अप्रैल से शुरू होगा और 1 जून तक चलेगा। चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किये जायेंगे। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म होने वाला है और उससे पहले नये सदन का गठन करना होगा। चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो जाती है।
चार राज्यों सिक्किम, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा के लिए एक साथ चुनाव होंगे। जम्मू और कश्मीर, जो 2018 से राष्ट्रपति शासन के अधीन है, आयोग की सूची में नहीं था। बिहार, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान और तमिलनाडु सहित कई राज्यों में 26 विधानसभा सीटों के लिए भी उपचुनाव होंगे। सीईसी ने तारीखों की घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों के प्रसार पर कड़ा संदेश देते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को जिम्मेदार सोशल मीडिया व्यवहार सुनिश्चित करना चाहिए। बढ़ाने से पहले इनको सत्यापित करें। उन्होंने कहा, मौजूदा कानूनों के अनुसार फर्जी खबरों से गंभीरता से निपटा जाएगा। आईटी अधिनियम की धारा 79 (3) (बी) प्रत्येक राज्य में नोडल अधिकारियों को गैरकानूनी सामग्री हटाने का अधिकार देती है।
दूसरा कड़ा संदेश नफरत फैलाने वाले भाषणों के मामले में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर था। उन्होंने कहा, मुद्दा आधारित अभियान होना चाहिए, कोई नफरत फैलाने वाले भाषण नहीं, जाति या धार्मिक आधार पर कोई भाषण नहीं, किसी के निजी जीवन की आलोचना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया को स्पष्ट करना चाहिए कि जब वे राजनीतिक विज्ञापन देते हैं तो उन्हें समाचार के रूप में पेश नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उम्मीदवारों को व्यक्तिगत संदेश भेजे जाएंगे। आयोग ने इन मुद्दों पर नजर रखने के लिए 2,100 सलाहकारों को नियुक्त किया है और इस संबंध में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता और 40 प्रतिशत विकलांगता वाले विकलांग व्यक्ति घर से मतदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा, लगभग 82 लाख मतदाता 85 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
चुनाव की घोषणा चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के पद छोड़ने के कुछ दिनों बाद हुई है, जिससे तीन सदस्यीय आयोग केवल मुख्य चुनाव आयुक्त के पास रह गया है। हालांकि गुरुवार को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली एक समिति ने दो सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों सुखबीर सिंह संधू और ज्ञानेश कुमार को चुनाव आयुक्त के रूप में नामित किया। अगले दिन उन्होंने शपथ ली।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि लोकसभा सीटों के लिए 7 चरणों में 19 अप्रैल से 1 जून तक मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी। सीईसी ने कहा कि छठे चरण में उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर के कुछ क्षेत्रों के 57 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। गजट अधिसूचना 29 अप्रैल को जारी होगी और मतदान 25 मई को होगा।
सीटों के लिहाज से उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा 80 सीटें हैं, जबकि महाराष्ट्र में 48, पश्चिम बंगाल में 42, बिहार में 40 और तमिलनाडु में 39 सीटें हैं। इस चुनाव में छह राष्ट्रीय पार्टियाँ- भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, सीपीएम, बहुजन समाज पार्टी, नेशनल पीपुल्स पार्टी (उत्तर पूर्व में पीए संगमा की बनाई पार्टी, जो राष्ट्रीय पार्टी का स्टेटस हासिल करने वाली उत्तर पूर्व की पहली पार्टी है) और आम आदमी पार्टी चुनाव मैदान में हैं। लेकिन यह चुनाव मुख्य तौर पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले ’इंडिया’ ब्लॉक गठबंधन के बीच है।
एनडीए गठबंधन नरेंद्र मोदी के चेहरे के साथ तीसरी बार चुनाव मैदान में होगी, जबकि इंडिया ब्लॉक की ओर से किसी चेहरे पर अब तक सहमति नहीं बनी है।
राष्ट्रीय पार्टियों में बहुजन समाज पार्टी को छोड़कर सभी दल किसी ना किसी गठबंधन का हिस्सा हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण में 19 अप्रैल, दूसरे चरण में 26 अप्रैल, तीसरे चरण में 7 मई, चौथे चरण में 13 मई, पांचवें चरण में 20 मई, छठे चरण में 25 और सातवें चरण में 1 जून को वोट डाले जाएंगे।
7 चरणों में वोटिंग
चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण में 21 राज्य में 19 अप्रैल को 102 सीटों पर चुनाव होगा। दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 13 राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेश में 89 सीटों पर चुनाव होंगेष तीसरे चरण में 7 मई को कुल 12 राज्यों में 94 सीटों पर चुनाव होंगे। चौथे चरण में 13 मई को कुल 10 राज्यों और केंद्र शासित राज्यों 96 सीटों पर चुनाव होंगे। जबकि पांचवें चरण में 20 मई को कुल 49 सीटों पर, छठे चरण 26 मई को कुल 57 सीटों पर और सातवें चरण में 1 जून को कुल सीट 57 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
राज्यों के विधानसभा चुनाव
आंध्र प्रदेश, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और ओडिशा में विधानसभाओं का कार्यकाल जून में अलग-अलग तारीखों पर खत्म हो रहा है। पिछली बार लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा 10 मार्च को की गयी थी और 11 अप्रैल से सात चरणों में मतदान हुआ था। मतगणना 23 मई को हुई थी। आगामी चुनावों में 10.5 लाख से अधिक मतदान केंद्रों पर करीब 97 करोड़ लोग मतदान करने के पात्र हैं। 1.5 करोड़ पोलिंग कर्मचारी व सुरक्षा स्टाफ इसके लिए लगाए गए हैं।
सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि पिछले 11 चुनाव में 3400 करोड़ रुपये जब्त किए गए। इस पूरी रकम में 835 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पिछले संसदीय चुनाव पिछले संसदीय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 303 सीटें जीती थी जबकि कांग्रेस को 52 सीट मिली थीं। वह लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद हासिल करने के लिए पर्याप्त संख्या बल नहीं जुटा पायी थी। आगामी संसदीय चुनाव को विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) के लिए ‘करो या मरो’ के मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है।