Thursday, May 2, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » स्वयंसेवकों ने संघ के संस्थापक का मनाया जन्मदिवस

स्वयंसेवकों ने संघ के संस्थापक का मनाया जन्मदिवस

फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वावधान में चंद्रनगर महानगर द्वारा जगह-जगह नव संवत्सर प्रतिपदा कार्यक्रम धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर स्वयंसेवक बंधुओं द्वारा वर्ष में एक बार संघ संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार जी को आघ सर संघचालक प्रणाम किया गया। वहीं जगह-जगह लोगों को चंदन लगाकर हिंदू नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। साथ ही पक्षियों के लिए जल की व्यवस्था भी की गई।
विदित हो कि संघ की दृष्टि से संपूर्ण चंद्रनगर महानगर दस छोटे-छोटे नगरों में विभाजित है और यह प्रत्येक नगर 7-7 बस्तियों में अर्थात 70 बस्तियां संघ की रचना के अनुरूप हैं। प्रत्येक बस्ती स्तर पर संघ के कार्यक्रम मंगलवार को वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर आयोजित हुए। जहां स्वयंसेवक बंधु पूर्ण गणवेश में एवं कुछ मंगलवेश में एकत्रित हुए। सभी स्वयंसेवकों द्वारा ठीक 7ः15 पर आघ सरसंघचालक प्रणाम किया गया। संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार का जन्मदिवस मनाया। इसके पश्चात सभी बंधुओं द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को नववर्ष की मंगल हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की। करौली मंदिर स्थित बगीची में स्वयंसेवकों द्वारा पक्षियों को जल की व्यवस्था का शुभारंभ किया। इसके पश्चात स्वयंसेवक बंधुओं ने श्रद्धालुओं को चंदन लगाकर हिंदू नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रमों में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि आज के ही दिन हमारी नव संवत्सर का शुभारंभ हुआ। जो कि अंग्रेजी वर्ष से पूर्व की काल गणना है। आज से विक्रम संवत 2081 का शुभारभ हुआ है। आज के ही दिन भगवान ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि की रचना की गई थी। आज के विशेष दिन ही भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ और राम राज आया था। आज शक्ति की परिचायक देवियों की पूजा का आरंभ होता है। यह दिन विशेष दिवस के रूप में हिंदू पौराणिक कथाओं में भी वर्णित है। वास्तविकता में हमारा नववर्ष आज से ही प्रारंभ हुआ है। उन्होंने बताया आज संघ रूपी वट वृक्ष संपूर्ण विश्व में नजर आता है। उसके संस्थापक डॉ साहब का जन्म आज ही हुआ था। इन सभी दृष्टियों से यह संघ के प्रमुख छह उत्सवों में से पहला उत्सव है। इस अवसर पर नगर के गणमान्य नागरिक एवं सभी दायित्ववान संघ के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।