Thursday, May 2, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाने 27 को आएंगी शिवानी बहन

मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाने 27 को आएंगी शिवानी बहन

फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की ख्याति प्राप्त मोटिवेशनल स्पीकर शिवानी बहन लोगों को मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए 27 अप्रैल को जनपद में आएंगी। वह एफएम वाटिका में तनाव दूर करने और जीवन को खुशहाल बनाने का मंत्र देंगी।
ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की मुख्य संचालिका राजयोगिनी सरिता बहन ने बताया कि 27 अप्रैल को शिवानी बहन विशेष कार्यक्रम आनन्दमय जीवन जीने की कला को संबोधित करेंगी। शाम साढ़े पांच बजे से आठ बजे तक वह प्रवचन के माध्यम से लोगों को जीवन में खुशहाली लाने और मानसिक तनाव को दूर करने के उपाय बताएंगी। उन्होंने बताया कि संस्था का अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय राजस्थान में अरावली की सुन्दर वादियों में माउन्ट आबू में स्थित है। यह विश्व विद्यालय विश्व के 140 देशों में स्थित 8500 से भी अधिक सेवा केन्द्रो द्वारा अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में दी गई सेवाओं के लिए इसे अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये जायेंगे। शिवानी बहन ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडल प्राप्त करने के बाद नौकरी की तिलांजलि देकर अपने सम्पूर्ण जीवन को समाज के लिए अर्पित कर दिया। ब्रह्माकुमारीज के माध्यम से भारत के साथ विदेशो में भी सेवायें दे रही हैं। इनको एसोचौम लेडीज लीग द्वारा वूमेन ऑफ द डिकेड अचीवर्स अवार्ड व 2019 में राष्ट्रपति द्वारा नारी शक्ति अवार्ड प्राप्त हो चुका है। इन्होंने लगभग एक दर्जन पुस्तकें लिखीं हैं। जैसे हैप्पीनेस इंडेक्स, हैप्पीनेस अनलिमिटेड, बिंग लव, द पावर ऑफ वन थॉट आदि। वार्ता के दौरान उद्योगपति देवीचरन अग्रवाल, डॉ प्रभास्कर राय, खुशी बहन आदि मौजूद रहे।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से मिलेगा प्रवेश
कार्यक्रम में प्रवेश हेतु क्यूआर कोड के माध्यम से निःशुल्क ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन के पश्चात सभी आगंतुकों को पास जारी किए जाएंगे। एक प्रवेश पास पर एक ही व्यक्ति मान्य होगा। कार्यक्रम में 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का प्रवेश निषेध है। रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 22 अप्रैल है।