Friday, April 19, 2024
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दावेदारों में जनता के सामने हो बहस-मानवीर

हाथरस, जन सामना ब्यूरो। नगर पालिका परिषद हाथरस का अध्यक्ष पद अनारक्षित है और तमाम प्रत्याशी चुनाव मैदान में आयेंगे लेकिन इन तमाम प्रत्याशियों व दावेदारों को एक मंच पर बुलाकर जनता के सामने बहस करायी जाये और इनसे विकास को रोडमैप पूछा जाये। चुनाव को जाति में न बांटकर सिर्फ शहर के विकास से जोड़कर ही देखा व वोट किया जाये।
उक्त बातें आज पूर्व विधायक राजवीर पहलवान के पुत्र एवं चार्टेड एकाउंटेंट मानवीर सिंह ने अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं। मानवीर सिंह ने कहा कि मेरी उक्त बातें मेरी पृष्ठभूमि से जोड़कर न देंखे और मैं आम नागरिक के तौर पर उक्त बातें कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि मेरे परिवार का कोई सदस्य या रिश्तेदार पालिका का चुनाव नहीं लड रहा है। लेकिन मेरी जनता व चुनाव लडने के इच्छुक किसी भी राजनैतिक दल या बिना दल के चुनाव लडना चाहते हैं तो लडने वाला व्यक्ति अपनी योग्यता व कार्य करने क्षमता जनता के प्रति जबाबदेही का आंकलन स्वयं करें कि हम सक्षम हैं या नहीं तथा जनता भी तय करे कि हम किसको चुनें। यह आंकलन करें कि पूर्व में जो गलती है उन्हें दुबारा न दोहराया जाये। जैसे नगर पालिका के वार्डो में प्रस्ताव पास करने के लिये निजी स्वार्थ को वरियता देने के कारण गलत प्रस्ताव बोर्ड में पास कराये जिससे नगर पालिका की बहुत बडी आर्थिक क्षति हुई है जैसे टैक्स सर्वे।
हाउस एण्ड वाटर टैक्स के सर्वे के नाम पर लाखों रूपया सर्वे कम्पनी तथा आमजनता पर टैक्स के रूप में लाखों रूपये साल की देनदारी थोप दी है। जैसे शहर के सफाई की कोई कार्ययोजना नहीं बनी है। नगर पालिका के कर्मचारी आज भी अधिकारियों के यहां सेवा दे रहे हैं जबकि भुगतान नगर पालिका से हो रहा है। नगर पालिका से ठेके के कर्मचारी वार्ड में नियुक्त हो रहे हैं लेकिन वार्ड में सफाई न कर वार्ड सभासद के माध्यम से भुगतान नगर पालिका से ले रहे हैं तथा कुछ कर्मचारी तो नियुक्ति के बाद काम पर नहीं गये और भुगतान नगर पालिका से ले रहे हैं और यह सब चुने हुए पालिका के प्रतिनिधि व अधिकारियों की सांठ गांठ से होता रहा है।
उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि हाथरस से एक नई शुरूआत होती चाहिये। जैसे अध्यक्ष के चुनाव लडने वाले इच्छुक व्यक्तियों की बहस एक निश्चित दिन एवं निश्चित समय पर आम जनता के सामने होनी चाहिये जिससे की उनकी योग्यता तो मतदाता जनता पहचान सके। नगर पालिका के चुनाव के बाद उनके शहर को सुन्दर, साफ और विकास की क्या कार्य योजना होगी। अभी तक चुने हुए प्रतिनिधि जाति के नाम पर, परिवार के नाम पर, धर्म के नाम पर वोट लेते रहे हैं और कुछ प्रतिनिधि दल ऐसे चुने गये है जिन्होंने भ्रष्टाचार का रिकाॅर्ड उ.प्र. में हासिल किया है। यहां यह भी कहना है कि टैक्स के नाम पर एक ऐसा नमूना देखने को मिला है कि उन पर नौ लाख रूपया प्रतिवर्ष का हाउस टैक्स लगा है तथा दो-चार-छः लाख के तो कई है।
जनता से अपील है कि प्रत्याशियों के बहत अगर मीडिया कराये तो निश्चित समय पर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचे। अगर सभी अक्षम अयोग्य प्रत्याशी आते हैं तो नोटा बटन का इस्तेमाल करें। प्रेसवार्ता के दौरान यतेन्द्र वाष्र्णेय, नवीन शर्मा, अंकित बंसल, अंकित गौड, दीपक राना, रिषी सिंह, मुकेश वर्मा आदि मौजूद थे।