Thursday, April 25, 2024
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बढ़ीं बिजली दरें वापस न लीं तो सपा करेगी आन्दोलन

हाथरसः जन सामना ब्यूरो। केन्द्र व प्रदेश सरकारों की नीतियों के विरोध में आज समाजवादी पार्टी द्वारा नई कलेक्ट्रेट पर धरना देकर प्रदर्शन किया गया और राज्यपाल के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। सपा ने मांग की है कि तत्काल रूप से बिजली की बढी हुई दरों को वापस लिया जाये अन्यथा सपा सडकों पर उतरकर आन्दोलन करेगी।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने आज कलेक्ट्रेट पर जिलाध्यक्ष श्रीमती ओमवती यादव के नेतृत्व धरना दिया और प्रदर्शन किया। इस दौरान सपा नेताओं ने कहा कि देश में भाजपा की आर्थिक नीतियों के चलते नोटबंदी और जी.एस.टी के कारण आम जनता बुरी तरह परेशान है। महंगाई सुरसा के मुंह की तरह बढती जा रही है। परन्तु अभी राज्य में नगर निकाय चुनाव खत्म होते ही उ.प्र. की भाजपा सरकार ने जिस तरह बिजली की दरें बढाकर घरेलू अर्थव्यवस्था पर चोट की है उससे लोगों की कमर टूट गई है। ग्रामीण और विशेषकर किसानों को मिलने वाली बिजली की दरों में अचानक हुई भीषण बढोत्तरी भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों का प्रदर्शन है। पूरे प्रदेश में लोग इसको लेकर आक्रोशित हैं। समाजवादी पार्टी की मांग है कि विद्युत दरों में वृद्धि को तत्काल वापस लिया जाये।
वक्ताओं ने कहा कि उ.प्र. की भाजपा सरकार ने राज्य के विकास की दशा में 9 माह में कोई कदम नहीं उठाये हैं और बिजली व्यवस्था को बर्बाद करने में किसी प्रकार की कोई कोर कसर नहीं छोडी है। नगरीय निकाय चुनाव के दिनों में बिजली दरों में वृद्धि का प्रस्ताव छुपाकर ठीक चुनाव प्रक्रिया समाप्त होते ही बिजली दरों में भारी वृद्धि लागू करना भाजपा सरकार का आचरण जनविरोधी है। किसी भी तरह इस प्रकार की कार्यवाही को उचित नहीं माना जा सकता है क्योंकि इससे राजनीति में दोहरे चरित्र की मानसिकता और शासकीय स्वार्थ परता को बढावा मिलेगा।
वक्ताओं ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा किसानों, गांवों और समाज के कमजोर वर्ग के हितों को प्राथमिकता दी है। उनके साथ भाजपा सरकार द्वारा किये जा रहे अन्याय को बर्दास्त नहीं किया जा सकता। भाजपा सरकार द्वारा गरीबों और किसानों को दण्डित किये जाने वाले व्यवहार का समाजवादी पार्टी कडा विरोध करती है। जनहित में मांग है कि तत्काल बिजली दरों में वृद्धि के प्रस्ताव को वापस कराने के लिए भाजपा सरकार को निर्देश दिये जायें। अन्यथा समाजवादी पार्टी को बाध्य होकर सडकों पर संघर्ष के लिए उतरना पडेगा।
धरना प्रदर्शन में सपा जिलाध्यक्ष ओमवती यादव के अलावा मूलचन्द्र निम, शिव कुमार वाष्र्णेय, रामनारायन काके, पिंकू मधुर, विजयपाल सिंह, ताजेन्द्र निम, महेन्द्र सिंह सोलंकी, गिर्राज किशोर, गोविन्द सिंह सिसौदिया, विवेक यादव, रोहितास यादव, चै. मेहराजुद्दीन, सुमित्रा देवी, मनजीत चैधरी, रामदेवी, सुनीता यदुवंशी, हीरेन्द्र सिंह यादव, सतीश यादव, श्याम सिंह, अनूप यादव, भोला यादव, बालकृष्ण यादव, सुनील दिवाकर, रजनेश कुशवाहा, जी.पी. सिंह आदि तमाम लोग मौजूद थे।