⇒जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन, बैण्ड को जबरन ध्वनि प्रदूषण में न शामिल करने की मांग
⇒पुलिस के लिए बैण्ड वाले बन जायेंगे कमाई का साधन
कानपुर, स्वप्निल तिवारी। कानपुर बैण्ड संचालक वेलफेयर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मण्डल जिलाधिकारी से मिला तथा उन्हे ध्वनि प्रदूषण पर अपनी समस्या से अवगत कराते हुए एक ज्ञापन दिया।
इस अवसर पर अध्यक्ष रमेश चन्द्र कुण्डे ने बताया कि बैण्ड बाजा एक चलता फिरता संगीत है जो सिर्फ रात में 2-3 घण्टे शादियों में बजता है, इससे किसी भी प्रकार का ध्वनि प्रदूषण नही होता है तो इसे जबरन ध्वनि प्रदूषण में शामिल न किया जाये और न ही किसी बैण्ड वाले को परमीशन के लिए बाध्य किया जाये। कहा इससे पुलिस के लिए बैण्ड वाले एक कमाई का जरिया बन जायेगे, जिससे बैण्ड वाले परेशान हो जायेंगे। कहा बैण्ड से लोगो के परिवार पलते है सरकार को चाहिये कि वह उनके अच्दे वर्तमान व भविष्य के लिए अनुदान दे, ऋण दे तथा सस्ते दामों में दुकाने दे। कहा वैसे भी बैण्ड वाबाजा वालों को 40-50 दिन बजाने को मिलते है बाकी के 315 दिन सहालग हा इंतजार करना पडता है और यह समस्या पूरे प्रदेश की है। कहा सभी बैण्ड वो ध्वनि प्रदूषण को लेकर जनवरी के अतं तक उच्च न्यायालय में अपनी अपील करेंगे। इस अवसर पर राकेश गुप्ता, राजेन्द्र कलसे, किशोर कटारिया, रमेश सिंह, शान, राजू सैनी सहित रमईपुर, बिधनू, पतारा, घाटमपुर, सजैती, रूमा, सरसौल, महाराजपुर, रनिया, अकबरपुर, चैबेपुर आदि स्थानो से बैण्ड दुकानदार मौजूद रहे।