कानपुर। अखिल भारतीय कुर्मिक्षत्रिय महासभा कानपुर के संयोजन में सामाजिक न्याय की पहल करने वाले कोल्हापुर नरेश राजर्षि छत्रपति शाहू जी महाराज का जयंती समारोह स्थानीय बर्रा-7 बाईपास रोड पर स्थित एक निजी नर्सिंग होम के सभागार में धूमधाम से आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महासभा के जिलाध्यक्ष डाॅ0 अनिल कटियार ने की। छत्रपति शाहू जी महाराज के चित्र पर भव्य माल्यापर्ण के बाद आयोजित गोष्ठी में वक्तओं ने उनके जीवन और कार्यशैली पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज एक संवेदनशील राजा थे जो अपने राज्य में भेष बदलकर जनता के दुख दर्द का हाल चाल लिया करते थे और समस्याओं का न्यायपूर्ण निवारण करते थे और दोषी अधिकारियों को भी दण्डित करते थे। सभी धर्मों का उन्होंने आदर करते हुए सबको समानता से जीने का अधिकार दिया, महिलाओं और गरीब बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, युवाओं को रोजगार, किसानों की उन्नति हमेशा उनकी प्राथमिकता में रहे। उनके साहसी और न्यापूर्ण कार्यों के कारण सम्पूर्ण देश उन्हें श्रद्धा से याद करता है। जिलाध्यक्ष डाॅ0 अनिल कटियार ने हाल ही में प्राप्त उपलब्धियों के बारे में बताया कि छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर ने उनके नाम पर षोधपीठ की स्थापना की सहमति प्रदान की है।
इसी के साथ महाराष्ट्र की मराठा महासभा ने सौ वर्श पूर्व 1919 में फूलबाग कानपुर में शाहूजी को ‘‘राजर्षि’’ उपाधि से अलंकृत करने के उपलक्ष्य में राजर्षि कृतज्ञता परिषद गठित कर महासभा कानपुर इकाई के प्रतिनिधियों को आमंत्रित कर भव्य सम्मान किया। गोष्ठी का संचालन संजय कटियार ने किया।
गोष्ठी में पवन वर्मा, राजेन्द्र कटियार पारस, जयनारायण कटियार, रणधीर सिंह सचान, डाॅ0 जे0पी0 वर्मा, अरविन्द कटियार, रोहित सचान, प्रदीप कटियार, प्रभात वर्मा, उत्तम, सुरेश सचान, स्वपनिल पटेल, आचार्य छेदालाल शास्त्री, एल0 बी0 सिंह पटेल, अजय प्रताप वर्मा, धीरू पटेल, रामगोपाल उत्तम मौजूद रहे।