कानपुर देहात। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत जनपद स्तरीय दो दिवसीय औद्यानिक विकास गोष्ठीध्सेमिनार जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह ने विकास भवन के आडिटोरियम हाल में दीप प्रज्जवलित कर व फीताकाटकर शुभारंभ किया। मुख्य विकास अधिकारी ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि किसान नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकी से खेती कर अधिक लाभ उठा सकते हैं।
मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह ने गोष्ठी एवं सेमिनार का फीता काटकर उद्घाटन किया। मुख्य विकास अधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि कृषि से संबंधित सभी विभागीय अधिकारी कृषकों के साथ हैं, किसान वैज्ञानिक ढंग से खेती कर फसलों में अधिक उत्पादन करें। उन्होंने कहा कि कृषि यंत्रों पर अनुदान प्राप्त करने के लिए किसानों को सर्वप्रथम ऑनलाइन पंजीकरण के उपरांत विभिन्न औपचारिकताएं पूर्ण करते हुए कृषि कार्यालय में आवेदन करना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों को मृदा परीक्षण अवश्य कराना चाहिए। इससे न केवल फसलों का उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि किस खाद और उर्वरक की आवश्यकता है इसकी भी जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही जानकारियों का किसानों को अवश्य लाभ लेना चाहिए। उन्होंने खेती के साथ कृषि विविधीकरण एवं अन्य व्यवसाय अपनाने का सुझाव दिया, जिससे कम लागत में अधिक लाभ प्राप्त हो सके। किसान मेले एवं गोष्ठी में पशु चिकित्सा, उद्यान, मत्स्य, भूमि, स्वरूस्थ विभाग एवं जल संरक्षण तथा वन एवं बाल विकास विभाग आदि विभागों द्वारा अपने-अपने विभाग से सम्बंधित प्रदर्शनी भी लगाई गईं थीं। कृषि विभाग से सम्बंधित अधिकारियों के साथ मुख्य विकास अधिकारी ने एक-एक स्टाल पर जाकर गहनता से निरीक्षण किया। इस अवसर पर रसायन एवं उर्वरक से संबंधित निजी प्रतिष्ठानों द्वारा स्टाल लगाए गए थे। गोष्ठी में कृषि, पशु पालन, मत्स्य, उद्यान, नलकूप आदि विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग से संबंधित जानकारी दी गई और कृषि विज्ञान केंद्र उझानी के वैज्ञानिकों ने कृषको से संवाद करते हुए उनकी शंकाओं और जिज्ञासाओं का समाधान किया।
इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 हीरा सिंह, डीडीएजी विनोद कुमार यादव, जिला उद्यान अधिकारी आदि विभागों के अधिकारी व वैज्ञानिकगण व सैकडों की संख्या में किसान उपस्थित रहे।