हाथरस,जन सामना। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल की आपातकालीन बैठक शहर अध्यक्ष विष्णु गौतम के आवास पर आयोजित की गई। जिसमें खाद्य विभाग के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार एवं अशिष्ट व्यवहार की उच्चाधिकारियों से की गई शिकायत पर भी कोई कार्यवाही न होने पर आक्रोश व्यक्त किया गया। व्यापारियों द्वारा पूर्व ऊर्जा मंत्री एवं सादाबाद विधायक रामवीर उपाध्याय, सदर विधायक हरीशंकर माहौर व पालिका अध्यक्ष पं0 आशीष शर्मा को अलग.अलग ज्ञापन सौंपे गए। बैठक में शहर अध्यक्ष विष्णु गौतम एवं जिला अध्यक्ष आईटी मंच भाजपा तरूण पंकज व उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश मंत्री राजीव वार्ष्णेय ने युवा व्यापारी के द्वारा जनपद के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हरीन्द्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार व उच्चाधिकारियों से की गई शिकायत पर कोई कार्यवाही न होने पर शिकायतकर्ता के प्रतिष्ठान पर बदले की भावना से कार्यवाही की कड़े शब्दों में निंदा की गई। अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के जिला अध्यक्ष सुमित वार्ष्णेय एवं वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष अतुल चौधरी ने भ्रष्ट मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हरीन्द्र सिंह को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की। वरिष्ठ व्यापारी पप्पन पहलवान एवं कृष्णा शर्मा ने भ्रष्ट मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी के खिलाफ चल रहे जनआंदोलन को और उग्र बनाने की बात कही। बैठक के बाद सभी व्यापारियों द्वारा पूर्व ऊर्जा मंत्री एवं सादाबाद विधायक रामवीर उपाध्याय, सदर विधायक हरीशंकर माहौर व पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा को अलग.अलग ज्ञापन सौंपे गए। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी को तुरंत बर्खास्त करने एवं व्यापारियों पर हो रहे अत्याचार व अवैध चैथ वसूली को रोकने की मांग की। व्यापारियों की मांग पर सदर विधायक हरीशंकर माहौर एवं पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय ने तत्काल फोन द्वारा अलीगढ़ मंडल कमिश्नर से वार्ता की और उक्त अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए कहा गया। जबकि पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा द्वारा व्यापारियों को आश्वस्त किया गया कि वह जिलाधिकारी से मिलकर उक्त अधिकारी को बर्खास्त कराने व उत्पीड़न से व्यापारी को बचाने के लिए मांग करेंगे। बैठक व ज्ञापन देने वालों में शहर अध्यक्ष विष्णु गौतम, प्रदेश मंत्री राजीव वार्ष्णेय, युवा व्यापारी कन्हैया वार्ष्णेय तेल वाले, अतुल चौधरी, सुमित वार्ष्णेय, हरीमोहन, शुभम ऐलानी, आकाश शर्मा, राजेन्द्र वार्ष्णेय, ललित कुमार, हेमंत कुमार, महेश चंद आदि तमाम व्यापारी शामिल थे।