हाथरस,जन सामना। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान पर विजय की 50 वीं वर्षगाँठ के रूप में पूरा मुल्क मनायेगा। 13 दिन तक चले इस युद्ध में 16 दिसम्बर 1971 को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल खान नियाजी ने 93000 सैनिकों के साथ समर्पण कर दिया था। जिसके साथ ही पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गये थे। इस विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के पूर्व सैनिकों द्वारा 1971 के युद्ध के जीवित बचे हुए भूतपूर्व सैनिकों के सम्मान के लिए विजय ज्योति यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रवाना किया गया है। इस यात्रा में चार मशालें शामिल हैं, जो एक वर्ष तक पूरे देश के छावनी क्षेत्रों में भ्रमण करेंगी। इसके अन्तर्गत प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के आनन्दपुरी कालोनी केन्द्र के ट्रस्टी और राजयोग शिक्षिका बी.के. शान्ता बहिन के पिता बी.के. कैप्टन अहसान सिंह का सम्मान 20 दिसम्बर को शान्ति भवन, आनन्दपुरी कालोनी स्थित सहज राजयोग प्रशिक्षण केन्द्र पर किया जायेगा। बी.के. कैप्टन अहसान सिंह का जन्म अतरौली के चैमुहा गाँव में एक सीधे-सादे, ईमानदार किसान पिता के घर में 5 जुलाई 1938 में हुआ था। इण्टरमीडिएट के दौरान भारतीय सेना में एक सैनिक के रूप में 29 अगस्त 1957 में पदार्पण किया। 1962 भारत चीन युद्ध, 1965 और 1971 में भारत पाकिस्तान जंग में भाग लिया। 24 फरवरी 1974 से लेकर 1 अगस्त 1985 को सेवानिवृत्ति के बाद कैप्टन सिंह ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के एक समर्पित विद्यार्थी के रूप में आपने सेवायें दी हैं।