सिकन्द्राराऊ/ हाथरस,जन सामना। ऑनलाइन परीक्षा का विरोध करते हुए आईटीआई ऐसोसियेशन के बैनरतले औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं के संचलाकों सिकन्द्रराराऊ आई.टी.आई के प्रधानाचार्य ने ज्ञापन सौंपा। जनपद की प्राइवेट आई.टी.आई एसोसिएशन के समस्त कार्यकर्ता व पदाधिकारियों ने सिकन्द्राराऊ राजकीय आई.टी.आई पर धरना प्रदर्शन कर ऑनलाइन परीक्षा के विरोध में जमकर नारेबाजी की। प्राइवेट आई.टी.आई एसोसिएशन के प्रेसिडेंट व वाइस प्रेसिडेंट पुष्पेंद्र सिंह और सुधीर दीक्षित ने संयुक्त रूप से बताया कि ऑनलाइन परीक्षा कराकर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परीक्षा की सूचना मेल के माध्यम से 23 जनवरी को दी गई है, जिसमें 28 जनवरी को ऑनलाइन परीक्षा संचालित कराई जानी है। जबकि 24 व 26 जनवरी का अवकाश होने की वजह से परीक्षार्थी अपनी तैयारी नहीं कर सकता है। इतने कम समय में परीक्षा से संबंधित कार्यों का निष्पादन और छात्रों को एकत्र करना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि सत्र 2018-20 के प्रशिक्षणार्थियों का प्रशिक्षण जुलाई 2020 में समाप्त हो चुका है। अब ऐसे छात्र जीविका के लिए दूसरे राज्य में जा चुके हैं|
जिन्हें सूचना देने के बावजूद इतने कम समय में परीक्षा के लिए उपस्थित होना संभव नहीं होगा। सरकार द्वारा दिया गया परीक्षा का माध्यम गलत है। इस तरह की पद्धति से परेशान छात्र अब प्रशिक्षण छोड़ने के लिए मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी कई संस्थान है जहां ऑनलाइन परीक्षा कराने की सुविधा नहीं है। इसमें उन्होंने बताया कि छात्रों और आईटीआई संचालकों को समय नहीं दिया गया और बोर्ड द्वारा तत्काल ही फैसला कर ई-मेल डाल दिया गया। जिससे सभी आई.टी.आई संचालकों में खलबली मच गई है। संचालकों का कहना है कि इतनी जल्दी इतना सब कुछ कैसे संभव हो सकता है। इन सब बातों के विरोध में राजकीय कालेज के प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन देने वालों में दो दर्जन से अधिक हाथरस जिले की निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रबंधक व प्रधानाचार्य मौजूद थे|