आत्महत्या के लिए मजबूर कर रहे छात्रों को, काॅलेज अफसर बोला कुछ न बिगाड़ पाओगे इस सरकार में
महाराणा प्रताप में छात्रों का शोषण, तीन हजार फाईन जमा कर रोता हुआ लौटा छात्र
सत्ता की हनक में शाॅपिंग माॅल की तरह शोषण पर ऑफर
काॅलेज में अवैध वसूली का पुराना है इतिहास, एकेटीयू को रखता ठेंगे पर
कानपुर। शहर के कोठी मंधना स्थित महाराणा प्रताप ग्रुप ऑफ काॅलेजेज में छात्रों के शोषण का इतिहास पुराना है। लेकिन मजाल है कोई कार्यवाही काॅलेज पर हो जाए! आरोप है कि शिक्षकों को फाईन के नाम पर अवैध वसूली के टारगेट मिलते हैं। टारगेट पूरे करने के लिए अनुपस्थिति पर, फीस लेट जमा करने सहित कई मद में फाईन लगाकर वसूली की जाती है। कोरोना काल में जहां बहुत से अभिभावक आर्थिक मंदी से जूझ रहे है वहीं छात्रों से अवैध बसूली की जा रही है। वसूली का आलम यह है कि शाॅपिंग माॅल की तरह फाईन पर ऑफर चलाया जा रहा है। टारगेट की निश्चित दिनांक पर फीस जमा करने पर फाईन की 50 प्रतिशत राशि देनी होगी। जिन छात्रों पर 5000 रूपए फीस के बकाया है उन पर 50 रूपए प्रतिदिन जिन छात्रों का दस हजार बकाया है उनपर 75 रूपए प्रतिदिन व 20 हजार और इससे अधिक पर 250 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से फाईन की राशि बसूली जा रही है। फाईन न जमा करने की दशा में छात्रों को सैशनल नम्बर काट देने और परीक्षा में बैठने से रोकने की धमकी दी जा रही है। काॅलेज में फाईन के लिए बाकायदा अकाउण्ट सेक्शन बनाया गया है। कुछ छात्रों ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि कोरोना काल में परिवार आर्थिक मुसीबतों से जूझ रहा है। हम फीस ही नहीं भर पा रहे तो फाईन कैसे दें। उनका कहना है कि हम अपनी फीस जमा करेंगे। इसके लिए समय चहिए और वैसे भी कोर्स पूरा होने में काफी महीने हैं। कैरियर खराब करने की धमकी दी जा रही है। यदि कैरियर खराब हो गया तो जीकर क्या करेंगे? छात्रों के इस तरह के बयान चौंकाने वाले थे। हमने छात्रों की समस्या को छापने का आश्वास दिया तो छात्र शांत हुए। भाजपा के उच्चनेताओं और शहर के भाजपा एमएलसी शलिल विश्नोई से रिश्तेदारी की हनक ऐसी कि महाराणा प्रताप ग्रुप की शिकायत एकेटीयू तक में नहीं सुनी जाती। आज तक काॅलेज के खिलाफ एसी शिकायतों पर कोई जांच तक नहीं बिठाई गई। एकेटीयू के मुताबिक काॅलेज में फाइन की बसूली अवैध है और इसकी शिकायत पर मान्यता तक रद्द हो सकती है।