Friday, April 26, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » अस्पताल परिसर में खड़ा रहा शव वाहन, ई रिक्शा पर ले जाया गया

अस्पताल परिसर में खड़ा रहा शव वाहन, ई रिक्शा पर ले जाया गया

2017.04.30. 1 ssp shav-e rikshaअस्पताल कर्मियों की बड़ी लापरवाही……
पिता के शव को अपनी माँ के साथ गोदी में उठाकर पोस्टमार्टम हेतु ले जाने को मजबूर दिखा बीमार पुत्र
हाथरस, जन सामना ब्यूरो। रविवार को हाथरस के जिला अस्पताल कर्मियों की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। अस्पताल में लगभग 18 घण्टे से पोस्टमार्टम के लिए पड़े अपने पिता के शव को अपनी माँ के साथ गोदी में उठाकर ले जाने को मजबूर एक लाचार माँ और उसका बीमार बेटे को देखकर राहगीरों की आखों से आंसू बह निकले परन्तु अस्पताल प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। बीमार और लाचार पुत्र पर अपने पिता का अंतिम संस्कार करने की बात तो बहुत दूर उसके पास पोस्टमार्टम तक ले जाने के भी पैसे नही थे। लोगो की मदद से ई-रिक्शे के द्वारा उसे शव को पोस्टर्माटम गृह तक ले जाने को मजबूर होना पडा। जबकि अस्पताल परिसर में शव वाहन खड़ा रहा।
जानकारी के अनुसार 62 वर्षीय असगर पुत्र आसीफ अली निवासी मौहल्ला शीशगर सिकन्दराराव शनिवार को पंत चैराहे पर अज्ञात वाहन की टक्कर से गम्भीर घायल हो गया था जिसे उपचार हेतु बागला जिला अस्पताल लाया गया जहां उसकी रात्रि को उपचार के दौरान मौत हो गयी। शव को पोस्टर्माम हेतु ले जाने के लिए सुबह से दोपहर बाद तक मृतक का पुत्र जाहिद और उसकी वृद्व मां नगीना अस्पताल परिसर में शव के पास बैठे रहे परन्तु अस्पताल कर्मियों ने उनकी ओर मुडकर भी नही देखा। जाहिद के पास शव को पोस्टमार्टम के लिए लेजाने के लिए पैसे नही थे तो वह और उसकी मां शव के पास ही विलख रहे थे। आस पास से गुजर रहे लोगों ने जब उनकी आप बीती सुनी तो उनका दिल पसीज गया और उसकी मदद को हाथ आगे बढाये लोगों की मदद से जाहिद अपने पिता के शव को ईरिक्शा में डालकर पोस्टमार्टम हेतु ले गया। वावजूद इसके अस्पताल प्रशासन ने इनकी कोई खैर खबर नही ली जबकि अस्पताल परिसर में शव वाहन खड़ा हुआ था।