Saturday, April 12, 2025
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समझौते के बाद गरीब किसान हुआ जातिगत राजनीति का शिकार व गया जेल

इटावाः डॉ0 राहुल तिवारी। मामला चकरनगर ग्राम गौहानी थाना चकरनगर जनपद इटावा का है जहां पर अपने ही खेत से एक दलित वर्ग की बच्ची को अवैध रूप से आलू खोदने के लिए मना करने पर किसान मोहन तिवारी को विभिन्न धाराओं में मुकद्दमा पंजिकृत कर छेड़खानी के आरोप में जेल भेज दिया गया। जबकि उसी गाँव के एक सैकड़ा से अधिक ग्रामीणों से मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार इस प्रकरण में किसान मोहन तिवारी बिल्कुल ही निर्दाेष है ग्रामीणों के अनुसार विवाद के बाद पुलिस व ग्राम प्रधान की मौजूदगी में दोनो पक्षों में आपसी समझौता होने के बाद भी भीम आर्मी के कुछ सदस्यो ने इस मामले को वेवजह तूल पकड़ा दिया है। ग्रामीणों ने देर शाम एकत्र होकर मोहन तिवारी पुत्र रामानंद तिवारी को सामूहिक रूप से निर्दाेष बताते हुए कहा कि, इस मामले में किसान मोहन तिवारी की कोई गलती नहीं है उनके द्वारा अपने ही खेत से आलू उठाने पर उस बच्ची को रोका गया था और उसका आलू से भरा थैला रखवा लिया था। लेकिन इस बात पर दलित समाज ने इकट्ठा होकर मोहन को झूठे आरोपों में फंसा कर जेल भिजवा दिया है। उक्त घटना से अब ग्राम गौहानी के ब्राह्मण व ठाकुर समाज में फर्जी मुकद्दमा दर्ज होने को लेकर दहशत व भय का माहौल भी व्याप्त है। ग्राम प्रधान का भी यही कहना है कि मैं उनके परिवार को जानता हूँ मोहन तिवारी ऐसा कार्य नहीं कर सकता है लेकिन अब इस घटना के बाद से ही हमारे अमन चौन के गाँव का आपसी समरसता का माहौल बेहद ही खराब हो गया है मैं चाहता हूँ कि, जिला प्रशासन को भी जल्द ही इस मामले का संज्ञान लेकर निष्पक्षता से न्याय करना चाहिये। जिससे इस प्रकार की कोई अन्य घटना की पुनरावृत्ति गाँव मे न फिर से न हो।
स्थानीय ग्रामीणों ने यह भी बताया है कि मोहन तिवारी के बुजुर्ग पिता रामानंद तिवारी को लकवा मार चुका है वे पिछले 4 साल से बिस्तर पर ही पड़े हुये है घर मे मोहन के दो नाबालिग मासूम छोटे छोटे बच्चे भी है मोहन के सिवाय परिवार का भरण पोषण करने वाला कोई भी व्यक्ति नही है। चारपाई पर बीमार पड़े रामानंद तिवारी ने बताया कि, मेरे बेटे को देर रात्रि 1 बजे पुलिस घर से घसीटते हुए ले गई। मोहन तिवारी की पत्नी इस कार्यवाही से काफी डरी व सहमी हुई है उसके अनुसार कोई भी महिला पुलिसकर्मी रात्रि में पुलिसकर्मियों के साथ मेरे घर नही आई थी। वही दिनांक 30-3-2022 को उक्त घटना का संज्ञान लेकर जनपद का ब्राह्मण समाज इकट्ठा होकर ब्राह्मण नेता प0 अरुण दुबे व प0 राजकुमार शर्मा के नेतृत्व ग्राम गौहानी थाना चकरनगर पहुंचा था। ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधि मंडल ने मोहन तिवारी के पिता रामानंद तिवारी से उक्त मामले पर विस्तार से बात की और उन्हें सांत्वना भी दी कि,यदि आपका बेटा निर्दाेष है तो भरोसा रखिये उसे हम जल्द से जल्द कानूनी कार्यवाही के माध्यम से रिहा भी अवश्य ही करवाएंगे । ग्रामीणों ने ब्राह्मण समाज को यह भी बताया कि उक्त मामले में पहले राजीनामा हो चुका था जिसमें मौजूदा प्रधान व अन्य लोग भी बैठकर इस बात पर समझौता कर चुके थे उसके बावजूद भी अचानक से देर रात्रि 1 बजे पुलिस मोहन तिवारी को घर से घसीट कर थाने ले गई। मोहन तिवारी की पत्नी का कहना है कि, मेरे पति बिल्कुल निर्दाेष हैं साहब उन्हें झूठे केस में फंसा दिया गया है मेरे बच्चे भूंखे मर जाएंगे। मुझे जिला प्रशासन व सरकार से न्याय चाहिए।