Saturday, May 4, 2024
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बिजली का निजीकरण बंद हो, गरीबों को फ्री बिजली मिलेः अनिल पासवान

चकिया, चन्दौली। बिजली का निजीकरण बंद किए जाने, बिजली बिल 2022 वापस लिए जाने, पंजाब की तरह कृषि काम के लिए मुफ्त और सभी के लिए 300 यूनिट फ्री बिजली दिए जाने, बकाया वसूलने में प्रताड़ना और कनेक्शन कट बंद किए जाने, गरीबों को फ्री बिजली का झांसा देकर भारी और फर्जी बिलिंग देना बंद किए जाने, रसूखदार और सरकारी संस्थाओं के लाखों के बकाया भी गरीबों से वसूली कर भरपाई करने पर रोक लगाए जाने, कनेक्शन मीटर जोड़ने के लिए 2850 रुपए ऐंठना बंद किए जाने, क्षेत्र के तमाम गांव में बस्तियों एवं घरों से गुजरे तारों एवं खंभों को हटाने की गारंटी किए जाने, सभी गरीबों की बिजली बिल माफ करने एवं फ्री बिजली दिए जाने सहित तमाम मांगों को लेकर अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा तथा अखिल भारतीय किसान महासभा संयुक्त राज्य व्यापी आह्वान पर कार्यकर्ताओं ने उपखंड अधिकारी कार्यालय चकिया के समक्ष एक दिवसीय धरना देकर मुख्यमंत्री को संबोधित 9 सूत्रीय ज्ञापन उप खंड अधिकारी चकिया को सौंपा तथा सभा की।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) राज्य स्थाई समिति सदस्य तथा चंदौली जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान ने कहा कि भाजपा की योगी-मोदी सरकार एक एक कर सरकारी संस्थाओं को निजी हाथों में बेच रही है इसी कड़ी में अब बिजली विभाग को भी निजी हाथों में बेचने की तैयारी शुरू कर दी गई है, इसीलिए बिजली विभाग में समस्याओं को सरकार प्रायोजित पैदा करना तथा हल करने के नाम पर कोई कार्यवाही करने की बजाय गरीबों का कनेक्शन काटना तथा उनसे भारी व फर्जी बिल दे कर पैसा वसूलना शुरू किया गया है जो योगी-मोदी सरकार की मजदूर किसान विरोधी चरित्र को उजागर करता है।माले जिला सचिव ने कहा कि गांव-गांव गरीबों की गोलबंदी बढ़ रही है लोग बिजली विभाग को निजी हाथों में बेचने की सरकारी साजिश को समझ रहे हैं। अगर सरकार बिजली विभाग का निजीकरण नहीं रोकती है और बिजली बिल 2022 वापस नहीं लेती हो तो पूरे प्रदेश में आंदोलन और तेज होगा।
अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के जिला संयोजक कामरेड रामायण राम ने कहा कि गांव में बिजली विभाग के कर्मचारी पहुंच बकाया बिजली बिल की बात कह कर गरीबों के कनेक्शन काट दे रहे हैं जबकि बिजली बिल अनियमित भेजने की वजह से और कई महीने या सालों बीत जाने के बाद अचानक से हजारों लाखों रुपए का बिल भेंजने की वजह से उसकी भरपाई करना गरीबों के लिए मुश्किल हो जाता है। सरकार गरीबों को फ्री बिजली का झांसा देकर लाखों रुपए वसूल रही है जबकि क्षेत्र के तमाम गांव में घरों के ऊपर से गुजरे तारों को बार बार हटाने की मांग उठ रही है क्योंकि जर्जर तार व खंभों की वजह से दुर्घटनाएं होती है इन पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है।
सभा को भाकपा (माले) ब्लॉक सचिव शहाबगंज चंद्रिका यादव, ब्लॉक सचिव चकिया विजयी राम, खेग्रामस ब्लॉक संयोजक शहाबगंज परमहंस राम, खेग्रामस ब्लॉक संयोजक चकिया राम वचन पासवान, किसान महासभा जिला कौंसिल सदस्य राम किशुन पाल,राम वचन बनवासी सहित तमाम वक्ताओं ने संबोधित किया अध्यक्षता भाकपा (माले) जिला कमेटी सदस्य तथा खेग्रामस जिला कौंसिल सदस्य धर्मपाल राम तथा संचालन जिला संयोजक रामायण राम ने किया।