नमामि गंगे योजनांतर्गत प्रदेश में स्वीकृत 30 परियोजनाओं से 607 एम0एल0डी0 के सीवेज शोधन संयत्र स्थापित कराकर 1725.49 किमी सीवर लाइन डाले जाने का कार्य अधिकतम दिसम्बर, 2018 तक पूर्ण कराने हेतु समयसारिणी निर्धारित: मुख्य सचिव
स्वीकृत 30 परियोजनाओं में से विगत 30 अप्रैल तक पूर्ण हो चुकी छः परियोजनाओं के अतिरिक्त 05 परियोजनाओं को दिसम्बर, 2018 तक तथा 02 परियोजनाओं को दिसम्बर, 2018 के बाद पूर्ण कराना होगा अनिवार्य: राजीव कुमार
अमृत योजनांतर्गत आवंटित 11000 करोड़ रूपये धनराशि में से 4 हजार करोड़ रूपये की योजनायें स्वीकृत, शासन स्तर पर लंबित अवशेष 4 हजार करोड़ रूपये की योजनायें के डी0पी0आर0 यथाशीघ्र नियमानुसार कराईं जायें स्वीकृति: मुख्य सचिव
अवशेष 3 हजार करोड़ रूपये की योजनाओं की डी0पी0आर0 आगामी 30 जून, 2018 तक जल निगम एवं नगर विकास को को बनाकर प्रस्तुत करना होगा अनिवार्य: राजीव कुमार
अवशेष 13 परियोजनाओं – वृन्दावन, मथुरा, चुनार, मीरजापुर, रामनगर, बिठूर, इलाहाबाद, शुक्लागंज, उन्नाव, फर्ररूखाबाद, गाजीपुर पर निविदा की कार्यवाही प्रचलित: प्रमुख सचिव, नगर विकास
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने निर्देश दिये हैं कि नमामि गंगे योजनांतर्गत प्रदेश में स्वीकृत 30 परियोजनाओं से 607 एम0एल0डी0 के सीवेज शोधन संयत्र स्थापित करा कर 1725.49 किमी सीवर लाइन डाले जाने का कार्य अधिकतम दिसम्बर, 2018 तक पूर्ण करा दिया जाये। उन्होंने कहा कि स्वीकृत 30 परियोजनाओं में से विगत 30 अप्रैल तक पूर्ण हो चुकी छः परियोजनाओं (इलाहाबाद की 05 एवं कन्नौज की 01 परियोजना) के अतिरिक्त 04 परियोजनाओं (इलाहाबाद, मुरादाबाद, नरौरा एवं गढ़मुक्तेश्वर की 01-01 परियोजनायें) को जून, 2018 , 05 परियोजनाओं (इलाहाबाद की 02 कानपुर, अनूप शहर एवं वाराणसी की 01-01 परियोजनायें)को दिसम्बर, 2018 तक तथा 02 परियोजनाओं(कानपुर एवं वाराणसी की 01-01 परियोजनायें) को दिसम्बर, 2018 के बाद पूर्ण कराना अनिवार्य होगा।
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