पैरामिलिट्री फोर्स की मौजूदगी में सीओ सिटी ने करायी सैकडों वाहनों की जांच
फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर एसएसपी अशोक कुमार के निर्देशन में जगह-जगह पुलिस टीमों का चेकिंग अभियान जारी रहा। वहीं गाड़ियों में लगे हूटर को भी हटवाया गया।
शनिवार को शहर के सुभाष तिराहे पर सीओ सिटी हरिमोहन सिंह के नेतृत्व में पैरामिलिट्री फोर्स के साथ चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान सैकड़ों वाहनों को गंभीरता से चेक किया गया। सीओ सिटी हरिमोहन सिंह ने बताया कि विस चुनाव के मद्देनजर जगह-जगह हमारा चेकिंग अभियान जारी है।
भाजपाईयों ने सरकार की उपलब्धियों के प्ले कार्ड का सुभाष तिराहे पर किया प्रदर्शन
फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। राष्ट्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर शनिवार को प्रत्येक विधानसभा में प्रमुख चौराहों पर सरकार की उपलब्धियों के प्ले कार्ड लेकर जिलाध्यक्ष भाजयुमो अंकित तिवारी महानगर के नेतृत्व में सुभाष तिराहे पर व्याख्यान किया गया।
जिलाध्यक्ष भाजपा महानगर राकेश शंखवार ने कहा कि युवा मोर्चा द्वारा कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इसे जनता तक सरकार की समस्त उपलब्धियां पहुंचाने का काम बड़े ही सुंदर तरीके से हो रहा है। युवा मोर्चा एक ऐसा संगठन है जो अनुशासन के साथ कोविड-19 व आचार संहिता का पालन कर इस कार्यक्रम द्वारा सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएगा। जिलाध्यक्ष भाजयुमो अंकित तिवारी ने कहा कि आगे प्रत्येक दिन यह कार्यक्रम दो घंटे विधानसभा के प्रमुख पांच स्थानों पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार चलाया जाएगा।
जनपद में 118 निकले संक्रमित मरीज
फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। जनपद में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ता देखा जा रहा है। जिसमें लोगों की लापरवाही साफ उजागर होती दिख रही है। लोग बढ़ते केसों के बाद भी गंभीर नजर नहीं आ रहे है।
शनिवार को कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 118 पर पहुंचा। फिरोजाबाद में सक्रिय केसों की संख्या 614 हो गई है। वही कुल सक्रिय केसों की संख्या 620 पर पहुंच गई है। होम आइसोलेशन की बात की जाये तो 616 में से 613 जिले एवं तीन अन्य शहरों में है। वही अन्य शहरों में एक्टिव केस छह में से तीन केस होम आइसोलेशन में है। साथ ही होम आइसोलेशन से शनिवार 118 को डिस्चार्ज किया है। साथ ही 4434 की रिपोर्ट अभी आना बाकी ह।
आदर्श आचार संहिता एवं कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए ‘‘उत्तर प्रदेश दिवस‘‘ का आयोजन किया जायेः जिलाधिकारी
कानपुर देहातः जन सामना ब्यूरो। शासन के निर्देशों की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि 24 जनवरी 2022 को ‘‘उत्तर प्रदेश दिवस‘‘ आयोजित करने के निर्देश दिये गये है। जिलाधिकारी ने बताया कि वर्ष 2018 से प्रतिवर्ष 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश राज्य की स्थापना दिवस के रूप में उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन किया जा रहा है। विगत वर्षाे की भांति इस वर्ष भी आगामी 24 जनवरी 2022 को उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन प्रदेश के समस्त जनपदों में वर्तमान समय में लागू आदर्श आचार संहिता एवं कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए किया जाना है। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, जिला सूचना अधिकारी आदि को निर्देश देतेे हुए कहा है कि इस अवसर उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन ‘ आजादी का अमृत महोत्सव एवं चौरी-चौरा शताब्दी समारोह की थीम पर किया जायेगा। जनपद स्तरीय कार्यक्रमों का निर्धारण करते हुए कराये जाने वाले कार्यक्रमों में वन्दे मात्रम का गायन एवं पुलिस बैण्ड द्वारा राष्ट्रधुन का वादन आदि को भी सम्मिलित किया जाये। एक जनपद एक उत्पाद के अन्तर्गत प्रत्येक जनपद का अपना एक पारम्परिक विशिष्ट उत्पाद है, जिसके अनेक शिल्पी / कर्मकार कार्य करते हैं ऐसे शिल्पियों की कला का प्रदर्शन स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से तथा यू0पी० के स्टार्टअप पर आधारित प्रदर्शनियों का आयोजन प्रत्येक कार्यक्रम स्थल पर किये जाने का प्रयास किया जाये।
Read More »यात्रा के दौरान बीमार महिला यात्री की मौत
फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। जीआरपी टूण्डला क्षेत्र में दो लोगों की मौत हो गयी। जिनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया।
विगत रात्रि में थाना जीआरपी टूंडला क्षेत्र बरहन के समीप रेलवे ट्रेक पर एक व्यक्ति का शव मिला था। जिसकी शिनाख्त परिजनों ने गोरखपुर क्षेत्र खसूरी शनि चौक निवासी 60 वर्षीय रामसुख गुप्ता पुत्र विधिराम के रूप में की गयी है। वही दूसरी घटना में रेलगाडी में सवार होकर यात्रा कर रही एक महिला 71 वर्षीय चंद्रवती पत्नी श्याम लाल निवासी बाग विरहगंज हसरतगंज बनारस की बीमारी के चलते टूंडला के समीप मौत हो गयी। मृतक महिला यात्री को रेलगाडी से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया गया। जहॉ उसकी पोस्टमार्टम कार्यवाही की गयी। जीआरपी ने बताया कि मृतका अपने परिजनों के साथ कानपुर की ओर यात्रा कर रही थी।
पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्र पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजने की कार्यवाही की है।
थाना मक्खनपुर पुलिस ने विगत रात्रि मे चैकिंग के दौरान रूपसपुर कट के समीप से अनिल पुत्र होतीलाल राजपूत निवासी मोहिनीपुर शिकोहाबाद को दबोच लिया। पुलिस ने बताया कि उक्त अभियुक्त काफी समय से वांछित चल रहा था। दूसरी घटना में थाना एका पुलिस ने भी विगत रात्रि मे चैकिंग के दौरान एका क्षेत्र गांव कोडरा निवासी संतोष कुमार पुत्र वीरपाल, सिकन्दरपुर निवासी सत्यदेव पुत्र दुषाशन आदित्य कुमार पुत्र सत्यदेव को दबोच लिया। जिनके पास से पुलिस ने अवैध तमंचे कारतूस भी बरामद किये है। थानाध्यक्ष एका नरेन्द्र कुमार ने बताया कि उक्त अभियुक्तों पर पूर्व से अभियोग थाने में दर्ज थे।
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों का नामांकन हेतु कक्ष निर्धारित
कानपुर देहात। अपर जिलाधिकारी प्रशासन/उप जिला निर्वाचन अधिकारी गरिमा सिंह ने बताया कि विधान सभा सामान्य निर्वाचन- 2022 हेतु जनपद कानपुर देहात में समाविष्ट 205-रसूलाबाद(अ0जा0), 206-अकबरपुर रनिया, 207 सिकन्दरा एवं 208- भोगनीपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों का नामांकन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रमानुसार दिनांक 25-01-20022 से प्रारम्भ हो जाएगा। उक्त विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों का नाम- निर्देशन पत्र दाखिला, नाम निर्देशन पत्रों की जाँच व वापिसी का कार्य अकबरपुर माती मुख्यालय स्थित निम्नलिखित कक्षों में प्रातः 11 बजे से 03 बजे तक होगा।
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की संख्या व नाम 205 रसूलाबाद (अ0जा0) का कक्ष संख्या 103 न्यायालय कक्ष अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व), 206 अकबरपुर रनियां का कक्ष संख्या 102 न्यायालय कक्ष जिलाधिकारी/जिला मजिस्टेªट कानपुर देहात, 207 सिकन्दरा का कक्ष संख्या 104 न्यायालय कक्ष अपर जिलाधिकारी न्यायिक कानपुर देहात, 208 भोगनीपुर का कक्ष संख्या 106 न्यायालय कक्ष अपर जिलाधिकारी प्रशासन कानपुर देहात में किया जायेगा।
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हे फुतकी गोरैया
गोरैया पक्षी (Sparrow Birds) की एक युगल जोड़ी सप्ताह में एक दिन कहीं से उड़ मेरे आंगन आती हैं । मेरे यहाँ कबूतर है, सोचा– वे भी कहीं न कहीं घोंसले बनाकर टिक जाएंगी । परंतु नहीं, वह कबूतर को दिए चावल के दाने चुन फुर्र उड़ जाती हैं, शायद हम मानवों से भय खाती हैं । कटिहार- मालदा रेलखंड पर कुमेदपुर रेलवे स्टेशन है, मैंने 2 साल पीछे देखा था, वहाँ हजारों की संख्या में गोरैये रह रहे हैं, अभी भी है ! भागलपुर जंक्शन में भी देखने को हमें इस फुतकी गोरैये के संरक्षण की दरकार है । सरकार के आसरे पर नहीं, अपितु सामाजिक सरोकार को जगाकर ! इसके लिए महीन दाने खेत- पथारों में कुछ यूँ छोड़ देने चाहिए व छिटने चाहिए । गोरैया में ‘गो’ शब्द का हिंदी अर्थ ‘जाना’ होता है, क्या यही हो गया ? तो हे ‘आरैया’ ! यानी ‘आ’ से आ जाओ, यहाँ मैं अकेला हो गया हूँ ! रे फुतकी गोरैया कहाँ चली गयी तू ! 20 मार्च को विश्व गोरैया दिवस रही ! जिनके लिए दिवस, वह प्राणी अल्पसंख्यक हो गए हैं ! राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में गोरैया को राज्यपक्षी का दर्जा प्राप्त है।
Read More »“ज्ञान, भक्ति और कर्म से ही जीवन साफ़ल्य होता है”
इंसान के जीवन में ज्ञान, भक्ति और कर्म का समन्वय हो तो आत्मा का कल्याण हो निश्चित है। ज्ञान फूल है, भक्ति सुगंध है और कर्म वो फल है जिसका रस आख़री साँस तक जिह्वा को शहद सी मिठास देता है।
एकः शत्रु र्न द्वितीयोऽस्ति शत्रुः ।
अज्ञानतुल्यः पुरुषस्य राजन् ॥
इन्सान का एक ही शत्रु है, अन्य कोई नहीं, वह है अज्ञान।
अज्ञान इंसान को जड़ बना देता है। पर सिर्फ़ ज्ञानी होने से जीवन का उद्धार नहीं होता, ज्ञान को पचाकर जीवन में उतारना अति आवश्यक है। ज्ञान वो उर्जा है जो इंसान को सही गलत की पहचान करवाते गलत कर्म करने से रोकता है। जहाँ से जितना मिले ज्ञान बटोरना चाहिए और ज्ञान बांटना भी चाहिए। जरूरी नहीं पढ़ाई-लिखाई से ही ज्ञान प्राप्त हो। हमारे आसपास हो रही गतिविधियाँ हमें बहुत कुछ सिखाती है। कभी-कभी एक छोटा बच्चा भी हमें ज़िंदगी का बहुत बड़ा सबक दे जाता है। मामूली सी चींटी को कभी देखा है? दो अलग-अलग दिशा से आवन-जावन करने वाली चींटी एक दूसरे को गले मिले बिना आगे नहीं बढ़ती। ये छोटी सी बात सही पर देखा जाए तो हम इंसानों को सीखने की जरूरत है हर किसीको अपना समझते प्यार से मिलना और रहना चाहिए। यही तो ज्ञान है।
भक्ति की बात करे तो महकती धूपबत्ती सी सराबोर सुगंधित है। इंसान का ईश्वर के साथ साक्षात्कार करवाते मोक्ष का मार्ग आसान करती है।
“श्रवणं कीर्तनं विष्णोः स्मरणं पादसेवनम्।
अर्चनं वन्दनं दास्यं सख्यमात्मनिवेदनम्”
भक्ति वो शक्ति है जो जन्म-जन्मों के संचित पाप काटती है। भक्ति हमारी बुद्धि और हृदय को इतनी शुद्ध और निर्मल कर देती है कि हमारी अन्तरात्मा की आवाज हमें गलत कार्य करने के पहले रोक देती है। भक्ति करते-करते अन्तरात्मा की आवाज दृढ और साफ सुनाई देने लगती है। अन्तरात्मा की आवाज सुनने और मानने से वह और बुलंद होती चली जाती है। भक्ति मनुष्य को मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत बनाती है। भक्ति हर परिस्थिति से लड़ने का संबल प्रदान करती है। भक्ति की ही शक्ति थी जिसके बल पर हनुमानजी समुद्र पार कर गए थे, और शबरी जैसी आम भिलनी से भगवान श्री राम खुद मिलने गए थे।ईश्वर के किसी भी रुप का ध्यान एक ही शक्ति की पूजा है। ब्रह्मा, विष्णु, महेश अलग नहीं एक ही शक्ति के नाम है। जो भी नाम पर श्रद्धा हो उठते-बैठते, सोते-जागते वो नाम दोहराया करो। किसी भी परिस्थिति में अंत:करण की प्रार्थना पर ईश्वर को भक्तों को साक्षात्कार देना पड़ता है।भक्ति के साथ सुकर्मों का समन्वय भव सागर पार लगा देगा कर्म के फल पर आत्मा का आवागमन ठहरा है।
*नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मण: शरीरयात्रापि च ते न प्रसिद्धयेदकर्मण*
शास्त्रों में बताए गए अपने धर्म के अनुसार कर्म करो, क्योंकि कर्म न करने की अपेक्षा कर्म करना श्रेष्ठ है तथा कर्म न करने से शरीर निर्वाह भी सिद्ध नहीं होगा।भगवद् गीता का यही संदेश है “जैसा कर्म करेगा वैसा फल देगा भगवान” हमें समझाता है कि सत्कर्मी हंमेशा सुखशैया पर सोता है। गलत काम करने वालें भले उपर से सुखी दिखते हो पर उनकी अंतरात्मा कचोटती जरूर है, और अंत समय उनका घिनौना होता है। सत्कर्मों का फल मिश्री सा मीठा होता है। बड़े बुज़ुर्गो के अच्छे कर्म उनके बच्चों को सुखी रखता है और आने वाली कई पीढ़ी यों पर ईश्वर का आशिर्वाद बना रहता है।जीवन सिर्फ़ मौज मस्ती या ऐशो-आराम का नाम नहीं। आत्मा का कल्याण भी जरूरी है, जिससे लिए ज्ञान, भक्ति और कर्म का समन्वय होना आवश्यक है। ये वो कश्ती है जिनके सहारे जीवन नैया भव सागर पार लगाती है।
भावना ठाकर ‘भावु’ (बेंगलूरु, कर्नाटक)
कोरोना पीक़ – ईसीआई की बंदिशें बिल्कुल ठीक
आदर्श आचार संहिता, कोविड के समग्र दिशानिर्देशों के पालन में सभी राजनीतिक पार्टियों का सहयोग ज़रूरी
पांच चुनावी राज्यों में जो उम्मीदवार कोविड के समग्र दिशानिर्देशों का पालन करें, मतदाता उसपर ज़रूर विचार करें – एड किशन भावनानी
गोंदिया – वैश्विक स्तर पर कोरोना महामारी और उसके आेमिक्रान वेरिएंट जिस तरह पीक स्तरपर तांडव मचा रहे हैं ख़ास करके अमेरिका और ब्रिटेन के जो आंकड़े भयावह स्थिति पैदा कर रहे हैं उसका संज्ञान वैश्विक स्तरपर लिया जा रहा है और हर देश अपनेअपने स्तर पर रणनीतिक रोडमैप बनाकर क्रियान्वयन कर रहे हैं।
साथियों बात अगर हम भारत की करें तो स्वास्थ्य व कल्याण मंत्रालय की दिनांक 15 जनवरी 2022 की सुबह जानकारी के अनुसार, देश में अब तक कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के 6,041 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें कल के मुकाबले 5.01 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है। पिछले 24 घंटों के दौरान देश में 268,833 नए मामले सामने आए हैं, 402 लोगों की जान गई है जबकि 122,684 लोग इस बीमारी से ठीक हुए है। वहीं यदि दैनिक पोसिटिविटी रेट की बात की जाए तो वो बढ़कर 16.66 प्रतिशत पर पहुंच गई है। अब तक देश में 70.07 करोड़ कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं।
साथियों बात अगर हम रोज़ बढ़ते हुए मामलों से गंभीर स्थिति आने के सूचक की करें तो, उसे ध्यान में रखते हुए हर राज्य, हर नागरिक द्वारा अनिवार्य रूप से कोविड उपयुक्त व्यवहारका पालन करना अत्यंत ज़रूरी है।खासकर के 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए वहां के नागरिकों को चुनावी सभाओं, रैलियों, जुलूस, भीड़ भाड़ से बचने का स्वतःसंज्ञान लेना होगा।क्योंकि अब समय आ चुका है कि हम अपनी सुरक्षा खुद करें और दूसरों को भी सुरक्षित करें!!!
साथियों बात अगर आम कोरोना पीक-बंदिशें बिल्कुल ठीक की करें तो दिनांक 15 जनवरी 2022 को देरशाम चुनाव आयोग द्वारा 15 जनवरी तक लगाई गई दिशानिर्देशों की तारीखों में विस्तार कर अब 22 जनवरी 2022 तक कर दिया है जो बिल्कुल ठीक, उचित और सही कदम है। बस!!! अब इसका क्रियान्वयन सभी दलों,नागरिको नेताओं, कार्यकर्ताओं सबको मिलकर जनभागीदारी, ज़वाबदारी के साथ करना है।
साथियों बात अगर हम निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों की करें तो, मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने चुनाव आयुक्तों के अलावा महासचिव और संबंधित उप चुनाव आयुक्तों के साथ चुनाव वाले पांच राज्यों में कोविड महामारी की मौजूदा स्थिति और अनुमानित रुझान की व्यापक समीक्षा की। इस अवसर पर फ्रंटलाइन कर्मचारियों एवं मतदान कर्मचारियों के बीच पात्र लोगों के लिए पहली, दूसरी और बूस्टर डोज के लिए टीकाकरण तेजी से पूरा करने के लिए टीकाकरण की स्थिति और कार्ययोजना की भी समीक्षा की गई।
भारतीय निर्वाचन आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय; गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवों व स्वास्थ्य सचिवों के साथ-साथ चुनाव वाले इन राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ अलग-अलग वर्चुअल बैठकें कीं।आयोग ने एसडीएमए प्रतिबंधों और महामारी के दौरान जनसभाओं के मानदंडों को विनियमित करने वाले राज्य केंद्रित मौजूदा विनिर्देशों पर भी विचार विमर्श किया।
अब, वर्तमान स्थिति, तथ्यों और परिस्थितियों के साथ ही इन बैठकों पर मिली जानकारियों पर विचार करने के बाद, आयोग ने निम्नलिखित निर्देश दिए हैं- (1) 22 जनवरी, 2022 तक किसी रोड शो, पद यात्रा, साइकिल/बाइक/वाहन रैली और जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी। आयोग उसके बाद स्थिति की समीक्षा करेगा और इस क्रम में आगे दिशानिर्देश जारी करेगा। (2) राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों (संभावित सहित) या चुनाव से जुड़े किसी अन्य समूह की किसी रैली (फिजिकल रैली) के लिए 22 जनवरी, 2022 तक अनुमति नहीं होगी। (3) हालांकि, आयोग ने 300 लोगों या भवन की 50 प्रतिशत क्षमता या एसडीएमए द्वारा सुझाई गई सीमा के तहत इंडोर बैठकों के लिए राजनीतिक दलों को छूट दे दी गई है। (4) राजनीतिक दलों को चुनाव से जुड़ी गतिविधियों के दौरान सभी अवसरों पर कोविड व्यवहार और दिशानिर्देश तथा आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित करना होगा। (5) 8 जनवरी, 2022 को जारी चुनाव संचालनके लिए संशोधित बोर्ड र्दिशानिर्देश, 2022 में शामिल सभी बंदिशें लागू रहेंगी।सभी संबंधित राज्य/ जिला प्राधिकरणों को इन निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करना होगा।
साथियों बात अगर हम चुनाव आदर्श आचार संहिता की करें तो, आदर्श आचार संहिता राजनैतिक दलों और अभ्यर्थियों के मार्गदर्शन के लिए निर्धारित किए गए मानकों का एक ऐसा समूह है जिसे राजनैतिक दलों की सहमति से तैयार किया गया है और उन्होंने उक्त संहिता में सन्निहित सिद्धांतों का पालन करने और साथ ही उनकों मानने और उसका अक्षरश: अनुपालन करने के लिए सभी ने सहमति दी है।
भारत निर्वाचन आयोग, भारत के संविधान के अनुच्छेद 324 के अधीन संसद और राज्य विधान मंडलों के लिए स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण निर्वाचनों के आयोजन हेतु अपने सांविधिक कर्तव्यों के निर्वहन में केन्द्र तथा राज्यों में सत्तारूढ़ दल (दलों) और निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों द्वारा इसका अनुपालन सुनिश्चित करता है। यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि निर्वाचन के प्रयोजनार्थ अधिकारी तंत्र का दुरूपयोग न हो। इसके अतिरिक्त यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि निर्वाचन अपराध, कदाचार और भ्रष्ट आचरण यथा प्रतिरूपण, रिश्वतखोरी और मतदाताओं को प्रलोभन, मतदाताओं को धमकाना और भयभीत करना जैसी गतिविधियों को हर प्रकार से रोका जा सके। उल्लंघन के मामले मे उचित उपाय किए जाते हैं।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि कोरोना पीक- ईसीआई की बंदिशें बिल्कुल ठीक तथा आदर्श आचार संहिता, कोविड के समग्र दिशानिर्देशों के पालन में सभी राजनीतिक पार्टियों का सहयोग अत्यंत ज़रूरी है एवं पांच चुनावी राज्यों में जो उम्मीदवार कोविड के संबंध समग्र दिशानिर्देशों का पालन करें मतदाता उस पर ज़रूर विचार करें।