Monday, November 18, 2024
Breaking News

गांव रूदायन में किया गया सेनेटाइज

सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। चीन से निकले कोरोना वायरस ज्वालामुखी के कण पूरे विश्व में रक्तबीज दैत्य के रक्त की तरह फेल गये हैं इससे बचने के उपाय चिकित्सकों के साथ वैज्ञानिक भी ढूंढ रहे हैं कहीं-कहीं इसका उपचार करने के लिए वैक्सीन आदि के बनाए जाने के भी दाबे किए जा रहे है। मगर सरकार ने लाॅक डाउन कर इस भय को समाप्त करने के लिए लोगों से घरों में रहने की अपील की है। लाॅक डाउन के चलते गांव रूदायन में ग्रामीण युवा संगठन के कार्रकर्ताओं और पदाधिकारियों ने गांव में सेनेटाईज कर लोगों को कोरोना वायरस से बचने के उपाए बताए।

Read More »

जमातियों के कोरोना नेगेटिव आने से ली चैन की सांस

सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। सासनी में करीब एक सप्ताह पूर्व आए जमातियों में से चार जमातियों के टैस्ट में कोरोना पाॅजिटिव आने से अधिकारियों के साथ कस्बा तथा क्षेत्र. में खलबली मच गई। अधिकारियों ने आनन-फानन में कोरोना पाॅजिटिव जमातियों को मुरसान रेफर किया। जहां उनका उपचार किया गया और बाद में मिली रिपोर्ट में नेगेटिव आने से अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
बता दें कि के एल जैन इंटर कालेज में रखे गये जमातियों में चार जमातियों की कोरोना ग्रसित रिपोर्ट पाॅजिटिव आई थी। जिसे लेकर प्रशासन ने चार दिन पूर्व सासनी को सील कर पूर्ण रूप से कफ्र्यू लगा दिया था। मगर चार दिन बाद लोगों को थोडी ढील दे दी। उसके बाद जब उन जमातियों का फिर से टैस्ट किया गया तो रिपोर्ट में कोरोना नेगेटिव आने से प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। एसडीएम हरीशंकर यादव ने बताया कि कोरोना पोजेटिव वाले 4 जमातियों की पुनः जांच कराई गई है जिसमें चारों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इन सभी की एक बार और जांच कराई जाएगी वो भी नेगेटिव आने पर ही इन्हें डिस्चार्ज किया जाएगा।

Read More »

दूसरी जांच में नेगेटिव पाए गए 4 पॉजिटिव जमाती

हाथरस, नीरज चक्रपाणि। दिल्ली निजामुद्दीन जमात में शामिल होने के बाद हाथरस पंहुचने पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा मस्जिदों से पकड़कर केएल जैन इंटर कॉलेज में क्वारंटीन किये गए 22 तब्लीगी जमातियों की 03 अप्रैल को सामने आई पहली जाँच में पॉजिटिव पाए गए 4 जमातियों की 9 अप्रैल को सामने आई दूसरी जाँच रिपोर्ट नेगेटिव पाए जाने के बाद जिला प्रशासन और स्वाथ्य विभाग के लिए बड़ी राहत की बात सामने आई है।
दिल्ली निजामुद्दीन जमात में शामिल होने के बाद हाथरस पंहुचने पर 22 जमातियों को 24 मार्च को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा मस्जिदों से पकड़कर जिले के थाना कोतवाली सासनी क्षेत्र के केएल जैन इंटर कालेज में क्वारंटीन करते हुये सभी 22 जमातियों के सैम्पल की जाँच लिए भेजे थे। 03 अप्रैल को सामने आई 22 जमातियों की पहली रिपोर्ट में 4 जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने चारो जमातियों की दूसरी जाँच के लिए सैम्पल भेजे। दूसरी जाँच में चारो जमातियों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी रहत की बात सामने आई है।
वहीं दूसरी जाँच रिपोर्ट में नेगेटिव पाए गए चारो जमातियों के मामले में मुख्य चिकत्साधिकारी ब्रजेश राठौर का कहना है। चारो जमाती दूसरी जाँच में नेगेटिव पाए गए है। चारो जमातियों की तीसरी जाँच रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो चारो जमातियों को डिस्चार्ज कर दिया जायेगा।

Read More »

(एसीएल) पुणे ने चिकित्‍सा उपकरणों के उत्‍पादन के लिए (बीईएल) के साथ साझेदारी की

बड़े पैमाने पर उत्‍पादन के लिए आवश्‍यक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर डिजाइन पूरे देश के विनिर्माताओं को नि:शुल्‍क उपलब्‍ध कराये जाएंगे
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। सीएसआईआर की अनुषंगी प्रयोगशाला, सीएसआईआर-एनसीएल पुणे पिछले एक दशक से अपने वेंचर सेंटर के माध्‍यम से नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में अग्रणी रहा है। यहां के नए नवाचार कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में मददगार साबित हुए हैं। हाल के दो नवाचार निम्‍न हैं जो कोरोना प्रकोप को कम करने में मदद कर सकते हैं:
1) डिजिटल आईआर थर्मामीटर :: सीएसआईआर-एनसीएल के वेंचर सेंटर के इनक्‍यूबेटर बीएमईके ने हाथ से उपयोग किए जाने लायक एक डिजिटल आईआर थर्मामीटर विकसित किया है जो कोरोना वायरस के प्रकोप को कम करने के लिए एक महत्‍वपूर्ण घटक है। श्री प्रतीक कुलकर्णी बीएईके के प्रमुख हैं। इस थर्मामीटर के लिए मोबाइल फोन या पावर बैंक को ऊर्जा के स्‍त्रोत के रूप में उपयोग किया जा सकता है। आईआर थर्मामीटर का डिजाइन ओपन सोर्स के रूप में उपलब्‍ध है। बड़े पैमाने पर उपकरण के निर्माण के लिए आवश्‍यक हार्डवेयर और सॉफ्वेयर डिजाइन पूरे भारत के विनिर्माताओं के लिए नि:शुल्‍क उपलब्‍ध हैं। यह बड़ी संख्‍या में विनिर्माताओं को सक्षम बनाने का एक प्रयास है जिसकी मदद से वे थर्मामीटर का उत्‍पादन करके स्‍थानीय मांग को पूरा कर सकते हैं। बीईएल (भारत इलेक्‍ट्रोनिक्‍स लिमिटेड, पुणे) के साथ साझेदारी करके इसके पैमाने को बढ़ाया गया है। टीयूवी रीनलैंड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरू में पायलट वितरण और जांच के लिए 100 प्रोटोटाइप इकाइयों का निर्माण किया जाएगा।

Read More »

कोविड-19 के प्रबंधन के लिए आनलाइन (iGOT) के नाम से प्रशिक्षण पोर्टल शुरु किया गया

पोर्टल का उद्देश्य कोविड महामारी से प्रभावी ढ़ग से निबटने के लिए अग्रिम पंक्ति में तैनात लोगों की क्षमताओं को बढ़ाना है
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। भारत सरकार कोविड-19 महामारी के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ रही है और उसके ​ अग्रिम पंक्ति में तैनात लोग पहले से ही कोविड-19 से जुड़े राहत कार्यों में लगे हुए हैं ,तथा सराहनीय काम कर रहे हैं। हालांकि, महामारी के अगले चरणों में बढ़ने वाले पोजिटिव मामलों से निबटने के लिए मौजूदा अग्रिम पंक्ति में तैनात लोगों की जगह लेने के लिए एक बड़े मानव संसाधन की आवश्यकता होगी।
इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने अग्रिम पंक्ति में तैनात कर्मियों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ऐसे लोगों के वास्ते मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दीक्षा प्लेटफार्म पर ऑनलाइन प्रशिक्षण ‘(iGOT) पोर्टल की शुरुआत की है।

Read More »

उपभोक्ताओं के लिए ‘यूजेन्स’ रिण पत्र जारी करने की सुविधा का विस्तार करेगी कोल इंडिया लिमिटेड

नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) मौजूदा वित्त वर्ष 2020-21 में बिजली क्षेत्र के उपभोक्ताओं को अपने कोयला भंडार के लगभग अस्सी प्रतिशत की आपूर्ति कर रही है और साथ ही बिजली क्षेत्र के लिए 550 मिलियन टन कोयला देने की पेशकश की है।
बिजली क्षेत्र के उपभोक्ताओं को राहत देने और कोयले की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सीआईएल ने ईंधन आपूर्ति समझौते (एफएसए) के तहत अग्रिम नकद भुगतान की बजाए भविष्य में एक निश्चित अवधि में भुगतान की सुविधा वाला (यूजेन्स) रिण पत्र जारी करने की सुविधा प्रदान की है। इससे बिजली उत्पादक कंपनियों को अपने कार्यशील पूंजी चक्र को बेहतर बनाने में काफी मदद मिलेगी।
सीआईएल ने इस वर्ष के अप्रैल महीने से गैर बिजली क्षेत्र के उपभोक्ताओं के लिए भी ऐसी ही एक व्यवस्था शुरु की है। इससे बाजारों में कोयले की उपलब्धता को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही कोयला उभोक्ताओं को भी बहुप्रतीक्षित राहत मिलेगी।

Read More »

नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्य के कृषि मंत्रियों के साथ बैठक की

श्री तोमर ने कोविड-19 महामारी जैसे चुनौतीपूर्ण समय में भी कृषि गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए राज्यों के प्रयासों की सराहना की राज्यों से कृषि संबंधित गतिविधियों में छूट के प्रति क्षेत्रीय एजेंसियों को संवेदनशील बनाने और कृषि उपज, कृषि उत्पाद, उर्वरक और कृषि उपकरणों एवं मशीनों की आवाजाही की अनुमति देने को कहा श्री तोमर ने कहा खरीफ राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 16 अप्रैल, 2020 को किया जाएगा
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कल शाम नई दिल्ली में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्यों के साथ बैठक की। वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई इस बैठक में कृषि राज्य मंत्री श्री पुरषोत्तम रुपाला और श्री कैलाश चौधरी, सचिव (एसी एंड एफडब्ल्यू) श्री संजय अग्रवाल, विशेष सचिवों, अपर सचिव (कृषि) और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान, राज्यों कृषि मंत्रियों, अपर प्रधान सचिवों, राज्यों के सचिवों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ खेती के संचालन और कटाई, कृषि विपणन और मंडी संचालन, एमएसपी में खरीद, आगत (बीजों और उर्वरकों) के प्रावधान और रसद एवं कृषि/बागवानी उत्पादों की आवाजाही से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।

Read More »

भारत-अमेरिका साझेदारी इससे पहले कभी भी इतनी अधिक मजबूत नहीं रही -प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी इससे पहले कभी भी इतनी अधिक मजबूत नहीं रही है।
नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति महामहिम डोनाल्ड ट्रम्प के एक ट्वीट का जवाब देते हुए यह बात कही है। दरअसल, श्री डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘कोविड-19’ के खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका की लड़ाई में ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ की आपूर्ति करने संबंधी भारत के फैसले के लिए अपना आभार व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, ‘इस तरह का अप्रत्‍याशित समय मित्रों को और करीब ला देता है। भारत-अमेरिका साझेदारी पहले की तुलना में निश्चित तौर पर अब कहीं ज्यादा मजबूत है। भारत मानवता की मदद के लिए अपनी ओर से हरसंभव अथक कोशिश करेगा।’

Read More »

रेलवे भारत को कोविड-19 से सुरक्षित करने में सबसे आगे

महामारी को कम करने के लिए भारतीय रेल ने लगभग 6 लाख रियूजेबल फेसमास्क एवं 40000 लीटर से अधिक हैंड सैनिटाइजरों का उत्पादन किया है रेलवे के सभी जोन, उत्पादन इकाइयां और पीएसयू इसमें शामिल, डब्ल्यूआर, एनसीआर, एनडब्ल्यूआर, सीआर, ईसीआर और डब्ल्यूसीआर जैसे कुछ जोन इस संबंध में आगे रहे फेसमास्क और हैंड सैनिटाइजरों को ड्यूटी पर आने वाले सभी कर्मचारियों को उपलब्ध कराया जा रहा है, उन्हें संविदा श्रमिक भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए किये जा रहे उपायों की निरंतरता में, भारतीय रेल भारत सरकार की स्वास्थ्य पहलों को सहायता देने के सभी प्रयास कर रही है। इस दिशा में भारतीय रेल अपने सभी जोनल रेलवे, उत्पादन इकाइयों और पीएसयू में ही रियूजेबल फेसमास्क एवं हैंड सैनिटाइजरों का उत्पादन कर रही है।
भारतीय रेल ने 7 अप्रैल 2020 से अपने सभी जोनल रेलवे, उत्पादन इकाइयों और पीएसयू में ही कुल 582317 रियूजेबल फेसमास्क एवं 41882 हैंड सैनिटाइजरों का उत्पादन किया है। भारतीय रेल के कुछ जोन इसमें इसमें आगे रहे हैं जैसे 81008 रियूजेबल फेसकवरों एवं 2569 हैंड सैनिटाइजरों के साथ पश्चिमी रेलवे ( डब्ल्यूआर), 77995 रियूजेबल फेसकवरों एवं 3622 लीटर हैंड सैनिटाइजरों के साथ उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर), 51961 रियूजेबल फेसकवरों एवं 3027 लीटर हैंड सैनिटाइजरों के साथ उत्तर पश्चिम रेलवे (एनडब्ल्यूआर), 38904 रियूजेबल फेस कवरों एवं 3015 लीटर हैंड सैनिटाइजरों के साथ मध्य रेलवे (सीआर), 33473 रियूजेबल फेसकवरों एवं 4100 लीटर हैंड सैनिटाइजरों के साथ पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) और 36342 रियूजेबल फेसकवरों एवं 3756 लीटर हैंड सैनिटाइजरों के साथ पश्चिम मध्य रेलवे (डब्ल्यूसीआर)।

Read More »

कृषि सम्बन्धित जानकारी हेतु कन्ट्रोल रूम में करें सम्पर्क: डीएम

फसलों की कटाई मडाई में काम आने वाले बिक्री प्रतिष्ठान रहेंगे खुले: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कोविड – 19 के दृष्टिगत लाॅक डाउन की स्थिति में रबी की फसलों की कटाई मडाई हेतु शासन के द्वारा दिये गये निर्देशों की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि हंसियाॅ, दराती, थ्रेसर, हार्वेस्टर/कम्बाइन, भूसा बनाने वाली मशीन, स्ट्रा रीपर इत्यादि जो फसलों की कटाई मडाई में काम आता है के बिक्री प्रतिष्ठान तथा उनके सर्विस सेन्टर खुले रहेंगे। कृषकों द्वारा मडाई के उपरान्त प्राप्त अनाज को समय से मण्डी स्थल/क्रय केन्द्र लाने ले जाने की सुविधा रहेगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि पशुओं के चारे, दाना, खली, भूसा, कृषि निवेश/कृषि उत्पाद इत्यादि के परिवहन/बिक्री से सम्बन्धित कार्यों को करने की अनुमति होगी। कटाई मडाई से सम्बन्धित उपकरणों को लाने ले जाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा अनुमति पत्र/पास प्रदान किया जा रहा है जो अन्य जनपदों के लिए भी मान्य होंगे।

Read More »