इस समय विश्व के सभी देशो में कोरोना वायरस की महामारी से हर देश अपने अपने तरीके से जंग लड रहा है जिसमें हमारा देश भी इस महामारी से एक अनोखे तरीके जैसे प्रधानमंत्री के आवाहन पर पहले थाली, घंटी, शंख बजाकर एक जुट होने का हिन्दुस्तानियों ने परिचय दिया दूसरी बार प्रधानमंत्री के आवाहन के बताए हुए समय पर पूरे हिन्दुस्तान की जनता ने अपने-अपने घरों कि लाईट बन्द करके दीपक, दीया, मोमबत्ती, मोबाईल की टार्च जलाकर हिन्दुस्तान की एकता का परिचय दिया। लेकिन हमारे देश में ऐसी महामारी से हमें हमेशा बचाते चले आ रहे वहां लोग है जो सफाई कर्मचारी कहलाते है उनके विषय में सरकारो को हमारे देश की जनता को सोचना चाहिए क्योंकि हमें जब उनकी आवश्यकता होती है तो हमारे देश के प्रधानमंत्री पैर धोकर यहां संदेश देते है कि यहां लोग भी इंसान है जैसे की इस समय कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए हर शहर, हर गांव हर कसवे में कही नोटों फूलों की माला पहनकर हर हिन्दुस्तानी सम्मान कर रहा है लेकिन सोचने की यहां बात है कि जब डरकर घबराकर मौत को सामने देखकर किसी का सम्मान किया तो क्या किया यहां वो सैनिक है जो कोरोना वायरस महामारी जैसी बिमारियों से पहले से ही हम सब लोगों की सुरक्षा करते चले आ रहे है सरकारो को हमारे देश की जनता को पहले से ही इन लोगो को सम्मान देते चले आना चाहिए था अगर यहां लोग सफाई का कार्य बन्द कर दे तो ना जाने कितनी बीमारियां फैल जायेगी और हमारा देश अन्धकार में चला जायेगा।
भाजपा नेता को भारी पड़ी सत्ता की हनक, वीडियो वायरल
कानपुर, अर्पण कश्यप। बर्रा थाना क्षेत्र में रहने वाले भाजपा नेता भगवा रंग का कुर्ता पहने सड़कों पर बिना मास्क लगाये घूमते नजर आये। पुलिस ने जब उन्हे रोकने का प्रयास किया तो नेता जी अपनी सत्ता का रौब दिखा पुलिस को दबाने लगे व पुलिस पर ही चढ़ गये लेकिन जैसे ही पुलिस ने सख्ती दिखाई तो नेता जी का पेट खराब हो गया कहने लगे मै तो दवा लेने जा रहा था। मेरा पेट खराब है।
आपको बताते चलें कि भाजपा नेता एमपी वर्मा ने मोहल्ले में हनक जमाने के चलते अपने घर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विचार मंच नाम से नेम प्लेट लगवा रखा हैं जिसकी वजह से वो खुद को मोदी से कम नही समझता सत्ता की हनक में वह खुद ही लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे थे।
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कोरोना वायरस क्या प्रधानमंत्री के सामने तालाबंदी ही एकमात्र रास्ता था संजय रोकड़े
देश में कोरोना वायरस के संकट से बाहर निकलने के लिए जो तालाबंदी की गई और उसके बाद जिस तरह की दिक्कतें व परेशानियां सामने आई उसे देख कर हम जैसे तमाम भारतीयों के मन में एक सवाल उठने लगा कि- क्या इस वायरस पर विजयी पाने का एकमात्र हल तालाबंदी ही था। देश का अवाम इस समय कोरोना वायरस जैसे संकट से काफी जूझ रहा है। ऐसे समय में ये सवाल तकलीफ देह भी साबित हो सकता है लेकिन सवाल तो बनता है। और शायद इसीलिए पूछा भी जा रहा है।
हालाकि इसका जवाब बेहद सरल और आसान है – और वो है हां। हां तालाबंदी ही इस वायरस पर काबू पाने का एकमात्र विकल्प या रास्ता था।
पर तालाबंदी के कुछ दिनों बाद ही देश भर में जिस तरह से अफरा-तफरी मची, लोग दो वक्त की रोटी को महरूम हो गए उसी के चलत दिलों-दिमाग में यह सवाल खड़ा हुआ कि क्या अचानक से पूरी तरह देश भर में तालाबंदी किया जाना ही एकमात्र विकल्प था?
मीन साहित्य संस्कृति मंच ने राजीव डोगरा ‘विमल को किया’ सम्मानित
मीन साहित्य संस्कृति मंच हरियाणा ने मार्च महीने में प्रेम विषय पर रचनात्मक योगदान के लिए राजीव को प्रशस्ति प्रमाण देकर सम्मानित किया गया। उनको यह सम्मान संस्था की संस्थापिका डॉ मीना कुमारी ने दिया और सम्मान देते हुए अत्यंत खुशी व्यक्ति की और ऐसे ही साहित्य के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए राजीव को उत्साहित किया। सम्मान मिलने पर उनके पिता हंसराज, माता सरोज कुमारी और बड़े भाई पीएचडी शोधकर्ता अमित डोगरा तथा स्कूल के मुख्याध्यापक महेंद्र सिंह, रविंदर नरयाल खण्ड स्त्रोत केंद्रीय समन्वयक खण्ड कांगड़ा के बी.आर.सी, कुल्लू के साहित्यकार तथा संस्कृति के संरक्षक राज शर्मा और शिमला के साहित्यकार रोशन जसवाल ने अत्यंत खुशी व्यक्त की तथा राजीव को ढेरों शुभकामनाएं दी।
Read More »कोविड-19 की महामारी और ताली थाली शंख घंटा व दिया
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर 5 अप्रैल को रात 9 बजे देश भर में जले दियों से दीपावली जैसा नजारा दिखायी दिया| प्रधानमन्त्री जी ने तो मात्र एक दिया जलाने की अपील की थी| परन्तु लोगों ने उत्साह में आकर अपनी-अपनी बालकनियों और दरवाजों को दीप मालाओं से सजा दिया| आम से लेकर खास तक, मन्त्री से लेकर सन्तरी तक, राज्यपाल से लेकर राष्ट्रपति तक हर किसी ने मोदी जी की अपील पर अमल करने का पूर्ण प्रयास किया| अनेक लोगों ने तो पटाखे भी जमकर फोड़े| लगा जैसे पूरा देश दोबारा दीवाली मना रहा हो| लेकिन दियों की जगमगाहट के बीच शायद ही किसी ने यह विचार किया हो कि देश के उन 89 परिवारों पर क्या बीत रही होगी जिनके चिराग कोविड-19 की महामारी ने बुझा दिये हैं और उन 3900 लोगों की मनः स्थिति क्या होगी जो इस महामारी की चपेट में आकर जिन्दगी और मौत के बीच झूल रहे हैं| दियों की जगमगाहट से प्रसन्न सत्ता पक्ष जहाँ अन्तर्मन से प्रधानमन्त्री की बढ़ती लोकप्रियता का दर्शन करते हुए भविष्य के परिणामों का सुखद आभास कर रहा है वहीँ बहिर्मन से इसे देश की एक जुटता का द्योतक बताते हुए नहीं थक रहा है| विपक्षी दल इसे भाजपा के स्थापना दिवस 6 अप्रैल की पूर्व सन्ध्या पर अघोषित जश्न की संज्ञा दे रहे हैं तो अन्ध भक्त और स्वयंभू विद्वान इसे सनातन धर्म के पौराणिक विज्ञान से जोड़कर कोरोना के विरुद्ध लड़ाई का एक बड़ा हथियार बता रहे हैं|
Read More »मानव सेवा संगठन की ओर से गरीब परिवारों में खाद्य सामग्री वितरित की गई
कानपुर देहात, जन सामना संवाददाता। आज मानव सेवा संगठन की ओर से गरीब परिवारों में खाद्य सामग्री व रोजमर्रा की जरूरत में आने वाली वस्तुएं वितरित की गई। मानव सेवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष त्रिवेदी ने कहा कि ऐसी विषम परिस्थिति में हम लोग तन मन और धन के साथ निर्धन और असहायों की सेवा में तत्पर हैं। संगठन की ओर से कानपुर नगर, लखनऊ में भी गरीबों की सहायता के लिए संगठन के उपाध्यक्ष शुभम तिवारी और कोषाध्यक्ष रजनीश अवस्थी दिन रात लगे हुए हैं।
इस मौके पर संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ता राजू यादव ने नर सेवा नारायण सेवा पर जोर देते हुए कहा कि मानव सेवा ही हमारी जिंदगी का एकमात्र उद्देश्य है, राहुल अवस्थी ने कहा कि हम हर संभव गरीबों की मदद करने के लिए तत्पर हैं। वही आशुतोष ने बताया कि ग्राम निवादा देवराय, चम्पतपुर और दाईताला में जरूरतमंदों को राशन पहुंचाया गया। इस मौके मानव सेवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष त्रिवेदी, औनहाॅ चौकी इंचार्ज देवेश यादव, मानव सेवा संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ता राजू यादव, संकल्प अवस्थी, विपिन राजपूत, वीरेन्द्र कमल, कुलदीप कमल, शिवम मिश्रा, रजनीश मिश्रा, कुलदीप यादव, नीरज कमल, विवेक शुक्ला, ध्रुव दुबे आदि लोग उपस्थित रहे।
कम्युनिटी किचन में गरीबों के लिए तैयार हो रहा भोजन
इटावा, राहुल तिवारी। इटावा जनपद में कोरोनावायरस को लेकर 21 दिन का लॉक डाउन लागू किया गया है इसी दौरान गरीब जनता खाने पीने के लिए परेशान नहीं हो प्रशासन इस बात पर भी ध्यान देता नजर आ रहा है इसी दौरान प्रशासन के द्वारा गरीबों के लिए इटावा क्लब में कम्यूनिटी किचन के द्वारा खाना तैयार करवाए जा रहा है वहीं अधिशासी अधिकारी ने बताया कि इस समय गरीबों के लिए प्रशासन के द्वारा खाना बनवाए जा रहा है और हम यह खाना उन तक पहुंचा रहे हैं जिनके पास खाने की कोई भी व्यवस्था नहीं है रोजाना हजारों लोगों के पास प्रशासन के द्वारा खाना पहुंचाए जा रहा है और आगे भी इसी तरह से लगातार हम सभी लोग खाना पहुंचाते रहेंगे।
Read More »जिला प्रशासन ने दुकानों को किया सीज
इटावा, राहुल तिवारी। शहर में कोरोना वायरस को लेकर 21 दिन का लॉक डाउन लागू किया गया है लेकिन जनता लॉक डाउन का पालन करते हुए नहीं दिखाई दे रही। यही नजारा इटावा जनपद का भी है जहां पर जनता लॉक डाउन का उल्लंघन करती हुई दिखाई दे रही है और उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ प्रशासन कठोर कार्रवाई कर रहा है।
इटावा जनपद में लॉक डाउन लागू हुए आज 13 दिन हो चुके है इसी दौरान पुलिस उन लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है जो लॉक डाउन का उल्लंघन कर रहे हैं इसी दौरान सदर एसडीएम सिटी मजिस्ट्रेट और क्षेत्राधिकारी नगर वैभव पांडेय क्षेत्र का जायजा लेने पहुंचे इस दौरान लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए कुछ लोग पाए गए जिसके बाद दुकानों को सीज किया गया। वहीं सड़कों से गुजरने वाले वाहनों को रोका गया इस दौरान क्षेत्राधिकारी ने वाहनों की हवा भी निकाली। वहीं सदर एसडीएम सिद्धार्थ ने जनपद वासियों से अपील की है कि आप सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें वही लॉक डाउन के दौरान आप सभी लोग अपनी दुकानों को पूरी तरह से बंद रखें और अगर आप दुकानों को बंद नहीं रखते हैं तो आप के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
टिमटिमाते दीयों से जगमगा उठा बिल्हौर
बिल्हौर/कानपुर, जन सामना संवाददाता। कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर पूरा बिल्हौर जिस दियों की रोशनी से जगमगा उठा। यह नजारा अद्भुत और अलौकिक था।
रविवार की रात एक अनोखी रात थी। ना दीपावली और ना रामनवमी जैसा कोई त्यौहार, मगर पूरा कस्बा दीपों से जगमगाया रहा था। ऐसा लग रहा था मानो असंख्य सितारे जमीन पर बिखर गए हो। हर मोहल्ले, गली, कोने, छत और बालकनी में दीपक टिमटिमा रहे थे। जिसके पास दीपक नहीं था, वह मोमबत्ती लेकर खड़ा था। हजारों लाखों मोबाइल भी अपनी रोशनी से अंधेरे को चुनौती दे रहे थे। टिमटिमाते दिए जानलेवा वायरस के खिलाफ जंग जीतने की उम्मीद को रोशन कर रहे थे। बिल्हौर से लगे गांव भी रोशनी से जगमगा रहे थे। गरीबों की झोपड़ी भी दियो की रोशनी से जगमग थीं। कोरोना के खिलाफ रोशनी का यह आलम हर ओर देखने को मिला। सरिगवां गांव के लोगों ने धार्मिक रीति-रिवाज से पूजन भी किया। किसी ने महामृत्युंजय मंत्र का जप किया तो किसी के हाथ दुआ के लिए उठे। कहीं शंख बजा तो कहीं घंटे-घड़ियाल भी गूंजे। यही नहीं बीच-बीच में आतिशबाजी सन्नाटा तोड़ती रही। महामारी की कालिमा के खिलाफ रोशनी की इस खामोश तकरीर ने लोगों को आनंदित कर दिया। मानो इस लड़ाई में सब एक दूजे के साथ खड़े हैं। कक्षा दो के छात्र ईशान बाजपेई अपनी छत पर काफी देर पहले से दीप सजा रहे थे। साठ वर्षीय पुजारी सोमनाथ बाजपेई मंदिर में बैठकर महामृत्युंजय का जप करते दिखाई दिए। उन्होंने कहा मोदी जी असल में लोगों के हृदय पर राज करते हैं। कोरोना के खिलाफ पूरा विश्व लड़ाई लड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे नेता हैं, इसलिए उनके आवाहन पर हम सबने दीपक जलाकर एकता का संदेश दिया है।
डीएम ने धर्मगुरुओं एवं संभ्रांत नागरिकों से लॉकडाउन का लिया फीडबैक
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनपद के विभिन्न धर्मगुरुओं एवं सम्भ्रान्त व्यक्तियों के साथ बैठक कर कोरोना के सम्बंध में लागू किए गए लॉकडाउन को सफल बनाने मे प्रशासन को और अधिक सहयोग सुनिश्चित करने के सम्बंध में वार्ता की।
वार्ता के दौरान सभी धर्माचार्यो एवं संभ्रांत व्यक्तियों ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए सजग रहने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। उन्होंने प्रशासन एवं पुलिस द्वारा किये गए प्रयासों की भी सराहना करते हुये हर सम्भव सहयोग देने के लिये आश्वस्त किया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि बुजुर्ग व्यक्तियों को अधिक खतरा है क्योंकि उनकी इम्युनिटी कम होती है,इसलिये वह अधिक सावधान रहे और घर में ही रुके। जिलाधिकारी ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति का फीडबैक भी लिया। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा एएसपी अनूप कुमार आदि संभ्रांत नागरिक व धर्मगुरु उपस्थित रहे।