प्रयागराज, जन सामना संवाददाता। इलाहाबाद विश्व विघालय के नवनियुक्त कार्यवाहक कुलपति आर. आर. तिवारी को इ.वि.वि. का कुलपति बनाए जाने के बाद से उनके चाहने वालो का हुजूम उमड़ पड़ा। उनके मिलने वालों में से कुछ विशेष गणमान्य लोग रहे जिसमे प्रोफेसर नीलम यादव, डॉक्टर पिंकी सैनी, डॉक्टर देवेंद्र कौर, इंजीनियर सलमान हाशमी, संजय मिश्रा, उर्वशी शर्मा, राहुल अग्रवाल ने श्री तिवारी से शिष्टाचार भेट की और चल रहे कोर्स पर भी चर्चा की गयी। इस दौरान कुलपति ने न्यायहित में निर्णय लेकर समस्याओं के निस्तारण की बात कही।
Read More »शिक्षा के स्तर में सुधार जरूरी
किसी भी देश के आर्थिक विकास को ही नहीं बल्कि समाज और राजनीति दोनों को वहाँ की शिक्षा का स्तर प्रभावित करता है शिक्षा के महत्व को लेकर कभी भी और कहीं भी कोई मतभेद नहीं रखा जाना चाहिये क्योंकि निजी तौर पर कोई भी व्यक्ति शिक्षा को रोजगार और व्यक्तिगत आर्थिक तरक्की से जोड़ता है। आज के दौर में किसी भी व्यक्ति की जीविका अथवा रोजगार काफी हद तक उसकी शिक्षा के स्तर पर ही निर्भर है। इसके अलावा राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में देखें तो शिक्षा का आर्थिक तौर के अलावा व्यक्ति के सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी अपना एक महत्व है। लेकिन इस समय सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक पाठशालाओं अथवा जूनियर हाई स्कूलों में शिक्षा का स्तर बहुत ही दयनीय है और यह स्तर ज्यादातर स्कूलों में देखा जा सकता है। इन स्कूल में जाकर कुछ सीखकर ये कहा जाये कि यह बच्चा भविष्य में एक अच्छी कमाई करेगा ऐसी उम्मीद ना के बराबर हो सकती है। हां इतना तो कह सकते हैं कि मिड-डे-मील योजना, बैग, पुस्तकें व ड्रेस आदि के वितरण होने के बाद सरकारी विद्यालयों में काफी बच्चे आने तो लगे हैं, पर वो कितनी पढ़ाई कर रहे हैं यह किसी से छुपा नहीं है। यह कटु किन्तु सत्य है कि सरकारी प्राथमिक व जूनियर पाठशालाओं में पंजीकरण दर और शिक्षा के स्तर में सुधार के बीच एक बड़ा सा अंतर दिखता है।
Read More »भारत के अभ्युत्थान में पत्रकारिता की भूमिका
भारत का अभ्युत्थान अर्थात भारत के विकास का अभ्युदय। भारत आज विकास के जिस पायदान पर खड़ा है वहां तक पंहुचने का आधार यदि शिक्षा, संस्कृति, तकनीक, श्रम, समर्पण रहा है, तो इस आधार को सुदृढ़ता प्रदान करने का काम हमारी मीडिया ने किया है। विकास और मीडिया अन्योन्याश्रित है। जब तक ज्ञान का प्रचार प्रसार नहीं होगा वह लोगों तक नहीं पंहुच पायेगा। सूचनाएं ही यदि प्रचारित नहीं होंगी तो लोग उन पर काम कैसे कर पाएंगे। जब हम भारत के अभ्युदय की बात करते हैं तो यह किसी एक बिंदु की नहीं बल्कि इसके बहुआयामी कलेवर की बात होती है अर्थात भारत का सर्वांगीण विकास।इस बहुआयामी अभ्युदय में हमारी मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह भूमिका हमारा संचारतंत्र तीन तरह से निभाता है- इलेक्ट्राॅनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया और मुखाग्र मीडिया।
भारत के अभ्युदय को दो श्रेणी में विभाजित कर देखते हैं-शहरी विकास, ग्रामीण विकास: शहरों में सुविधाओं की सहज उपलब्धता के चलते इलेक्ट्राॅनिक व प्रिंट मीडिया की महती महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत अभ्युदय से जुड़े ऐतिहासिक तथ्य, भौगोलिक जानकारी, आर्थिक स्थिति, देश व समाज की वर्तमान स्थिति,वैश्विक स्तर पर भारत अभ्युदय की स्थिति, राजनैतिक परिप्रेक्ष्य में तथ्यों को उजागर करने, तत्संबंधित आंकड़े जुटाने, उन्हें जन जन तक पंहुचाने, जन मानस को जागरूक बनाने में मीडिया उत्तरदायित्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
जहाँ इलेक्ट्राॅनिक मीडिया स्रोतों में मोबाइल, कंप्यूटर, टी वी, इन्टरनेट, सैटेलाइट चैनल का बड़ा योगदान है, वहीं प्रिंट मीडिया, पत्रकारिता,संपादन दैनिक पत्र, पत्रिकाओं व लेखन के माध्यम से शिक्षित प्रबुद्ध वर्ग तक विविध क्षेत्रों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराती है। शहरों में जीवन की व्यस्तताओं के चलते प्रिंट मीडिया के मुकाबले इलेक्ट्राॅनिक मीडिया अधिक सक्रिय भूमिका में है। मोबाइल पर चलते फिरते सामाचर पत्र पढ़े जा सकते हैं, कोई भी पुस्तक सर्च कर कभी भी,कहीं भी पढ़ी जा सकती है। ज्ञानार्जन के साथ व्यक्ति अपने व समाज के अभ्युदय-विकास के साथ साथ देश की उन्नति में भी अपना अमूल्य योगदान करता है। यह मीडिया के कारण ही संभव है। मीडिया के बिना व्यक्ति तथ्यों व परिस्थितिजन्य जानकारी से अनभिज्ञ रहता है और अपने दायित्व निर्वहन मात्र अपने जीवन की आधारभूत आवश्यकता पूर्ति के अतिरिक्त क्षमतावान, सामर्थ्यवान होने के उपरांत भी देश व समाज के अभ्युदय उत्थान में अपना कोई योगदान देने की स्थिति में नहीँ होता।
पुरुषोत्तम श्रीराम महा विद्यालय में त्रिदिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता संपन्न
घाटमपुर/कानपुर, शिराजी। शुक्रवार को नंदना स्थित पुरुषोत्तम श्रीराम पीजी कॉलेज में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली त्रिदिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता का आज समापन हो गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे समरजीत सिंह यादव सदस्य जिला पंचायत पडली लालपुर व महाविद्यालय के प्रबंधक /चेयरमैन मनोज सिंह भदोरिया ने प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। प्रतियोगिता में विजई छात्र-छात्राओं को मेडल व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रबंधक मनोज सिंह भदोरिया ने कहा कि स्वस्थ जीवन और सफलता के लिए व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी है। किसी भी व्यक्ति की सफलता मानसिक व शारीरिक ऊर्जा पर निर्भर करती है। तीन दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता में तीसरे दिन बालक वर्ग की वालीबाल प्रतियोगिता में निर्भय सिंह की टीम विजई रही।
Read More »पुरुषोत्तम श्रीराम डिग्री कॉलेज में द्वितीय दिवस की प्रतियोगिता संपन्न
मतदाता दिवस पर सिविल जज ने कराया शपथ ग्रहण
घाटमपुर/कानपुर, शिराजी। शुक्रवार सुबह मतदाता दिवस पर सिविल जज जूनियर डिविजन न्यायालय हाल में न्यायाधीश रामगोपाल यादव द्वारा मौजूद न्यायालय कर्मियों अधिवक्ताओं मुंशी एवं अन्य कर्मचारियों को शपथ ग्रहण करवाते हुए शपथ दिलवाई की हम भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं, कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे तथा स्वतंत्र निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्य रखते हुए निर्भीक होकर धर्म वर्ग जाति समुदाय भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस मौके पर सिविल जज जूनियर डिविजन रामगोपाल यादव के अलावा वरिष्ठ लिपिक शिवराम पचौरी पेशकार जगदीश चंद्र यादव लिपिक विमलेश तिवारी हनुमान यादव जयंत सिंह धर्म चंद्र कमलेश सिंह तथा वरिष्ठ अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह बार एसोसिएशन महामंत्री रामगोपाल कुरील सूर्य प्रताप भान सिंह माधुर्य सिंह सचान मनीष बाजपेई सत्यनारायण शर्मा अशोक कुमार राजेश सोनकर अभिषेक सचान इरशाद मंसूरी नीरज प्रजापति आदि आधा सैकड़ा अधिवक्ता जूनियर अधिवक्ता मुंशी मौजूद रहे।
Read More »नेता जी सुभाषचन्द्र बोस की जयन्ती मनाई
कानपुर। कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड कानपुर नगर ग्रामीण कैंप कार्यालय मेहरबान सिंह का पुरवा में नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती भव्यता के साथ मनाई गई। मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष संगीत तिवारी ने बताया तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा….! जय हिन्द। जैसे नारों से आजादी की लड़ाई को नई ऊर्जा देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के उन महान स्वतंत्रता सेनानियों में शुमार होते हैं जिनसे आज के दौर का युवा वर्ग प्रेरणा लेता है। उनका ‘जय हिन्द’ का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया। उन्होंने सिंगापुर के टाउन हाल के सामने सुप्रीम कमांडर के रूप में सेना को संबोधित करते हुए दिल्ली चलो का नारा दिया। गांधी जी को राष्ट्रपिता कहकर सुभाष चंद्र बोस ने ही संबोधित किया था। जलियांवाला बाग कांड ने उन्हें इस कदर विचलित कर दिया कि वह आजादी की लड़ाई में कूद पड़े। उनकी जयंती पर पुष्प अर्पित किए। जिला अध्यक्ष सुशील सोनी ने बताया कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 में हुआ था। उन्होंने पहले भारतीय सशस्त्र बल की स्थापना की थी जिसका नाम आजाद हिंद फौज रखा गया था। उनके तुम मुझे खून दो मैं, तुम्हें आजादी दूंगा के नारे से भारतीयों के दिलों में देशभक्ति की भावना और बलवान होती थी। आज भी उनके इस नारे से सभी को प्रेरणा मिलती है।
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