सोची समझी योजना सफल, भ्रष्ट राजनेता और पुलिस वाले बने नायक -प्रियंका सौरभ
अंततः विकास दुबे कानपुर वाला कानपुर में पुलिस के हाथों मारा गया। वैसे भी हर अपराधी को उसके अपराध का उचित दण्ड अवश्य मिलना चाहिए। लेकिन ये दंड देश में संविधान द्वारा स्थापित कानून व्यवस्था के तहत ही मिलना चाहिए। यदि वर्तमान कानून व्यवस्था में कोई त्रुटियां हैं तो उनमें सुधार करना चाहिए, कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को भी नहीं है।
आज विकास दुबे के विवादास्पद एनकाउंटर पर ये हज़ारों प्रश्न उठ खड़े हुए है, किसकी नाकामी है ये? अगर ऐसा ही चलता रहा और ऐसे एनकाउंटर्स को ठीक समझा जाने लगा तो, कहीं ऐसा ना हो कि लोग अपना-अपना न्याय अपने ही हाथों से सड़कों पर ना करनें लग जाएं।
गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी और उसके कुछ साथियों के एनकाउंटर पुलिस की कामयाबी नहीं है। बल्कि पुलिस और राजनीति का बहुत बड़ा गठजोड़ है, जिसको समझने लायक छोड़ा नहीं गया मगर ये पब्लिक है जनाब सब समझ लेती है। अपराधी पकड़े जाते हैं और छूट भी जाते हैं।
विश्व जनसंख्या समस्या पर वैश्विक चेतना 2020
साल दर साल विश्व जनसंख्या विस्फोट की स्थिति में हो रही वृद्धि के मद्देनजर, इस स्थिति से अनभिज्ञ हो चुकी समस्त मानव जाति को एक मंच पर लाकर उन्हें बढ़ती हुई जनसंख्या के प्रति सचेत करने की एक पहल विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) के रूप में आयोजित की जाती है। जिसमें दुनिया के लगभग सभी देश मिलकर जनसंख्या विस्फोट से उत्पन्न हो रही समस्त समस्याओं पर आपसी विचार-विमर्श करते हुए इन समस्याओं से निजात पाने हेतु कई वैश्विक सुझावों पर सहमति जाहिर करते हैं। हालांकि इस वर्ष जनसंख्या दिवस का विषय ‘ परिवार योजना एक मानव अधिकार है’ के अंतर्गत स्वस्थ व सुदृढ़ परिवार की स्थापना में समस्त मानव जाति की भागीदारी को सुनिश्चित करना, मगर फिर भी हर वर्ष जनसंख्या दिवस की भाँति इस बार भी बढ़ती जनसंख्या को केंद्र में रखकर, समस्त मानव जाति को जनसंख्या के महत्व को समझाया जाएगा।
Read More »एनकाउंटर में मारा गया गैंगस्टर विकास दुबे
पचास हजार से पाॅच लाख का इनामी बना 8 पुलिस कर्मियों का हत्यारा पुलिस मुठभेड में ढ़ेर
गाड़ी पलटने के दौरान हुआ हादसा, बचाव के लिये पुलिस की पिस्टल छीन कर भागने पर हुई मुठभेड
रोकने पर नही रूका विकास, पुलिस कर्मी भी हुये घायल
अगर रहता जिन्दा तो उतरती परत दर परत, विकास के सहकर्मियों ने ली राहत की साॅस
वसूली कर की गयी काली कमाई की वसूली अब कौन करेगा
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। उज्जैन के महाकालेश्वर मन्दिर में पकडा गया हत्यारोपी विकास दुबे को उज्जैन कोर्ट में पेश करने के बाद यूपी पुलिस को सौंप दिया गया। जिसके बाद कानपुर पुलिस व एसटीएफ टीम विकास को लेकर बाईरोड कानपुर आ रहे थे। तेज बारिश के चलते हाईवे पर वो गाड़ी पलट गयी। जिसमे विकास सहित अन्य पुलिस कर्मी भी घायल हो गये। इसी दौरान विकास ने मौके का फायदा उठाकर पुलिस कर्मी की पिस्टल छीन कर भागने का प्रयास करने लगा वही पुलिस द्वारा रोकने पर विकास ने पुलिस पर भी गोली चला दी। जिसके बाद पुलिस ने जावाबी कार्यवाही में गोली मारी जिससे विकास गंभीर रूप् से घायल हो गया। जिसे सीएचसी ले जाया गया। जहाॅ मुठभेड़ मे विकास के मारे जाने की जानकारी होते ही खबर सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने लगी।
विकास दूबे मामले में मानवाधिकार आयोग को शिकायत
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से विकास दूबे मामले में पुलिस द्वारा की गयी तमाम गैरकानूनी कार्यों की जाँच की मांग की है।
अपनी शिकायत में नूतन ने कहा है कि विकास दूबे का कृत्य अत्यंत जघन्य था किन्तु जिस प्रकार से पुलिस ने इसके बाद तमाम गैरकानूनी कार्य किये हैं, वह भी अत्यंत निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि आरोप हैं कि विकास के मामा प्रेम प्रकाश पाण्डेय तथा अतुल दूबे को गाँव में मारा गया। जबकि वे कथित रूप से घटना में शरीक नहीं होने के कारण गाँव में मौजूद थे। इसी प्रकार उसके सहयोगी प्रभात मिश्रा तथा प्रवीण दूबे एवं अब स्वयं विकास को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मारे जाने की घटना से कई सारे प्रश्न खड़े हो रहे हैं तथा पुलिस की कहानी में कई जाहिरा खामियां हैं। ऐसे ही जैसे विकास का घर बिना आदेश के गिराया गया। अथवा उसकी पत्नी व बच्चे से बर्ताव किया गया, वह अवैधानिक व अनुचित था। नूतन ने इन आरोपों की जाँच की मांग की है।
ऑनलाइन स्कूटी खरीदारी में ठगी के हुए शिकार
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जे सेक्टर निवासी विकास सविता हुए ऑनलाइन ठगी के शिकार एक्टिवा स्कूटी की खरीदारी करने में ठगे गये।
सबसे बड़ी बात ये रही की पीड़ित ने ठगो के झांसे में आकर प्रोडेक्ट की कीमत से ज्यादा रकम दे डाली। पीड़ित के कहे अनुसार ओलेक्स पर एक्टिवा स्कूटी जिसकी कीमत ₹ 21000 हजार रूपये थी। बेचने वाले ने खुद को आर्मी मैन बताया साथ ही अपना आई कार्ड भी दिखाया और ये भी कहा की उसका कानपुर कैन्ट से आगरा ट्रांसफर हो गया है। जिसकी वजह से उसे अपनी स्कूटी बेचनी पड़ रही हैं। शातिर की बातों में विकास इस तरह फसा की अपनी जीवन भर की कमाई दे डाली।
विकास दुबे के दो और साथी एक कानपुर तो दूसरा इटावा मुठभेड में ढ़ेर
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। कानपुर पुलिस टीम द्वारा फरीदाबाद में गिरफ्तार बिकरू हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के दो और साथी प्रशांत और बउवा को यूपी पुलिस ने मुठभेड के दौरान मार गिराया।
विकास दुबे के कारखास प्रशांत को फरीदाबाद में गिरफ्तार कर कानपुर पुलिस रिमांड़ पर लेकर आ रही थी। आज तडके सुबह कानपुर के सरायमीता के पास पहुंचने पर आरोपी प्रशांत ने पुलिस की पिस्टल निकाल कर पुलिस पर फायरिंग कर भागने का प्रयास किया। जिस पर जवाबी कार्यवाही में पुलिस द्वारा गोली चलाने में आरोपी प्रशांत के गोली लगने से घायल हो गया। जिसे अस्पताल ले जाने पर डाक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वही इटावा एसएसपी आकाश तोमर के अनुसार दूसरा आरोपी बउवा भी इटावा पुलिस द्वारा मुठभेड में ढेर कर दिया गया है।
डीएम ने ईको पार्क का निरीक्षण कर देखी व्यवस्था
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने माती कलेक्ट्रेट के निकट स्थित ईको पार्क का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि बीती 5 जुलाई को ईको पार्क में जो वृहद रूप से वृक्षारोपण किया गया है उसके तहत सभी पौधे की देख रेख की जाये तथा जो बारिश के कारण जो ईको पार्क में ज्यादा पानी भर गया है उसे निकालने का कार्य किया जाये जिससे कि लगाये गये छोटे व फूलदार वाले पौधे खराब न हो। उन्होने कहा कि पार्क में बालू, मिट्टी की जहां कही कमी हो उसे डलाकर सही करे तथा ईको पार्क को हरा भरा किया जाये। जिलाधिकारी ने ईओ नगर पंचायत अकबरपुर, जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया कि जहां कही ईको पार्क में जहां कही अभी पौधे लगने रह गये है उन्हें भी लगवा दे तथा इसकी देख रेख सही प्रकार से की जाये इसमें किसी भी प्रकार की लारवाही न बरते तथा कर्मचारियों को लगाकर पौधे लगाने का कार्य करें। इस मौके पर जिलाधिकारी ने विस्तार से चर्चा की। इस दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा, ईओ अकबरपुर देवहूती पाण्डेय, जिला उद्यान अधिकारी आदि अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित रहे।
Read More »रक्षा मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण छह पुलों का ई-उद्घाटन किया
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के निकट स्थित संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों एवं पुलों की कनेक्टिविटी में एक नई क्रांति का सूत्रपात करते हुए रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज नई दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छह प्रमुख पुलों को राष्ट्र को समर्पित किया। सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण इन पुलों का निर्माण कार्य सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने रिकॉर्ड समय में पूरा किया।
रक्षा मंत्री ने रिकॉर्ड समय में छह पुलों का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए बीआरओ के सभी योद्धाओं को बधाई दी। रक्षा मंत्री ने इसके साथ ही सर्वाधिक दुर्गम इलाकों और अत्यंत खराब मौसम में भी मुस्तैदी के साथ काम करके राष्ट्र निर्माण में बहुमूल्य योगदान देने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि सड़कें एवं पुल किसी भी राष्ट्र की जीवन रेखा हैं और इसके साथ ही ये दूर-दराज के क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। रक्षा मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में विकास से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता देने संबंधी केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नियमित रूप से इन परियोजनाओं की प्रगति पर करीबी नजर रख रहे हैं। यही नहीं, इन परियोजनाओं का समय पर कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है।
भीमराव आम्बेडकर बाल विवाह के मुद्दे के खिलाफ उठाएंगे आवाज
एण्ड टीवी के शो एक महानायक डाॅ. बी. आर. आम्बेडकर में ढेर सारा ड्रामा और टेंशन देखने को मिलने वाला है, क्योंकि भीमाबाई (नेहा जोशी) अपनी बेटी मंजुला (वंशिका यादव) की शादी करवाना चाहती है। हालांकि, भास्कर (आदित्य कोनार), मंजुला के लिये बिल्कुल सही संभावित दूल्हा है, लेकिन सकपाल परिवार में बाकी लोगों को छोड़कर आम्बेडकर, उसके भाई-बहन और रामजी को नहीं लगता है कि मंजुला की शादी इतनी छोटी उम्र में की जानी चाहिये।
इस शो के आगामी एपिसोड्स में, सकपाल परिवार में मंजुला की शादी को लेकर कई बातों पर अहसहमतियां देखने को मिलेंगी और बहस होगी। भीमाबाई की तबियत हमेशा खराब रहती है और इसलिये वह चाहती है कि उसकी बेटी की शादी हो जाये। रामजी उसे निराश नहीं करना चाहते हैं और इस बात का ख्याल रखते हैं कि हर चीज अच्छे से हो। बाबासाहेब इसका पुरजोर विरोध करते हैं, क्योंकि वह बाल विवाह के खिलाफ हैं। लेकिन परिवार में कोई भी उनकी बात मानने को तैयार नहीं है, और इसलिये गुस्से में वह घर छोड़ देते हैं।
तरुण सिसौदिया के परिवार को एक करोड़ की आर्थिक सहायता दिलाने की मांग
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स-इंडिया और दिल्ली जर्नलिस्टस एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दैनिक भास्कर के पत्रकार रहे स्वर्गीय तरुण सिसौदिया के परिवार को एक करोड़ रुपए की सहायता देने की मांग की है। साथ ही उनकी पत्नी मोनिका श्रीवास्तव को नौकरी देने का अनुरोध भी किया गया है।
एनयूजे के अध्यक्ष रास बिहारी, डीजेए के अध्यक्ष राकेश थपलियाल और महासचिव के पी मलिक की तरफ से प्रधानमंत्री श्री मोदी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि तरुण सिसौदिया को कोरोना संक्रमित होने पर नई दिल्ली के आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। पत्र में कहा गया है कि तरुण सिसौदिया की रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु से मीडिया जगत दुखी है।
एनयूजे और डीजेए ने प्रधानमंत्री से तरुण सिसौदिया की मृत्यु की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। रास बिहारी, राकेश थपलियाल और के पी मलिक ने कहा है कि न्यायिक जांच के बिना तरुण सिसौदिया की मौत का सच सामने नहीं आ सकता है।