राजनीतिक पटल पर अब एक नई चुनौती के रूप में उभर कर आ रही प्रियंका वाड्रा को भाजपा पचा नहीं पा रही है। आप उसे चाहे तो महिला सशक्तिकरण का नाम दे लें या कांग्रेस को मजबूती प्रदान करने का स्तंभ मान लें। कारण जो भी हो लेकिन राजनीति में प्रियंका वाड्रा के कदम अब मजबूती से पड़ चुके हैं। हालांकि पहले से ही उनके लिए पथरीली राहें मौजूद है। वो चाहे कांग्रेस का बीता हुआ इतिहास हो या फिर वर्तमान में जब कांग्रेस अपना अस्तित्व बचाने की जद्दोजहद कर रही है।
प्रियंका कांग्रेस की एक नई ताकत बनकर उभर रही है और उनकी तुलना दूसरी इंदिरा गांधी के तौर पर की जा रही है। ध्यान दें कि इंदिरा गांधी को अटल जी ने ‘दुर्गा’ कहकर संबोधित किया था और यह तब कहा था जब भारत ने पाकिस्तान पर 1971 की लड़ाई में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए उसके दो टुकड़े कर एक नया देश बांग्लादेश बनवा दिया था । जिस तरह से उनकी तुलना इंदिरा गांधी से की जा रही है तो क्या इंदिरा गांधी जैसी संकल्पबद्धता और मजबूत इरादे की झलक फिर से देखने को मिलेगी ? क्या कांग्रेस फिर से एक बड़ी मजबूत पार्टी के रूप में उभर पाएगी? यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है।
वृद्धावस्था पेंशन हेतु वृद्धजन करें आवेदन
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। शासन के निर्देशों के तहत जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि जनपद में विधानसभावार प्रत्येक विकास खण्ड एवं नगर पंचायत/नगर पालिका स्तर पर दिनांक 24, 28 जनवरी 2019 को वृद्धावस्था पेंशन, निराश्रित महिला(विधवा) पेंशन, दिव्यांग पेंशन योजना के अन्तर्गत पात्रता की श्रेणी में आने वाले परन्तु लाभ से वंचित व्यक्तियों के चिन्हीकरण हेतु कैम्प का आयोजन किया गया तथा 29 जनवरी को कैम्प का आयोजन किया जाना है। उक्त के क्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी ने ऐसे समस्त पात्र वृद्धजनों से अपील की है कि जिनके पास आय एवं आयु से सम्बन्धित प्रमाण पत्र नही है, वह उपरोक्त तिथि को कैम्प में उपस्थित होकर अपना वृद्धावस्था पेंशन हेतु आवेदन कर सकते है। आय एवं आयु प्रमाण पत्र के अभाव में कोई भी पात्र वृद्धजन आवेदन करने से वंचित न रहने पाये। उनके आय प्रमाण पत्र के सम्बन्ध में अन्य औपचारिकतायें बाद में पूर्ण करा ली जाएगी।
Read More »जिलाधिकारी ने रोवर्स- रेन्जर्स समागम 2019 का अकबरपुर महाविद्यालय प्रांगण में किया शुभारम्भ
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर अन्तर्महाविद्यालयी रोवर्स- रेन्जर्स समागम 2019 का शुभारम्भ अकबरपुर महाविद्यालय प्रांगण में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा माॅं शारदे का माल्यार्पणएवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्री सिंह ने कहा कि रोवर्स एवं रेंजर्स का ब्यक्तित्व एवं कृतित्व सामान्य नागरिकों से अलग होता है इसीलिए उन्हे वर्दी दी गयी है। वे प्रतिकूल परिस्थतियों के लिये प्रशिक्षित होते हैं तथा समाज को आवश्यकता पड़ने पर प्राथमिक सहायता भी उपलब्ध कराते हैं। इस समय शासन की प्रमुख योजनाओं में सामाजिक उन्नयन से जुडी तीन प्रमुख योजनाओं पर कार्य चल रहा है, जिनमें बेटी बचाओ-बेटी पढाओं, स्वच्छ भारत अभियान तथा मतदाता जागरूकता अभियान सामिल हैं। अतः रोवर्स एवं रेजर्स का भी दायित्व है कि इस दिशा में भी सहयोग प्रदान करते हुये राष्ट्र धर्म का पालन करें। लिंग अनुपात में अन्तर तथा बालिकाओं की कम संख्या समाज में असन्तुलन को जन्म देगी। ब्यक्तिगत एवं सामाजिक स्वच्छता स्वस्थ एवं निरोगी जीवन के लिये आवश्यक है तथा अच्छी सरकार चुनने के लिये मतदान का प्रतिशत बढाना भी नितान्त आवश्यक है। अतः इन तीनो क्षेत्रों में कार्य करना आवश्यक है।
मतदाता जागरूकता के लिए केवी के बच्चे चले उकड़ूँ चाल
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। केन्द्रीय विद्यालय माती के बच्चों के घर वालों में मतदान के प्रति जागरूकता पैदा करके मतदान प्रतिशत बढ़ाने व लोगों में मतदान के प्रति आकर्षण पैदा करने के उद्देश्य से उक्त विद्यालय के बच्चों के बीच उकड़ूँ चाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर उकड़ूँ चाल प्रतियोगिता को झण्डी दिखाने से पूर्व केन्द्रीय माती के प्राचार्य अरविन्द कुमार राय ने कहा कि लोकतांत्रिक शासन प्रणाली विश्व की सर्वोत्तम् प्रजातांत्रिक संकल्पना है जिसमें एकता व अखण्डता को प्रभावित करने वाला भाषण देने पर 3 साल की सजा का प्राविधान है। इस अवसर पर रजत गुप्ता, नवीन कुमार दीक्षित ने बच्चों से पास पडोस के हर मतदाता को पोलिंग बूथ तक ले जाकर मतदान कराने का अनुरोध किया। कल्पना शुक्ला के साथ साथ शिक्षकों में रजनी त्रिवेदी, निखिल मिश्रा, सुन्दर लाल, विनोद मिश्रा, मंजू मिश्रा, एकता, पूर्णिमा व बच्चों में प्राँजल राय, शान्या, अविष्का, शिवम, श्रुति मिश्रा, आदर्श त्रिपाठी, कृति, युवराज, सौम्या, अनुराग, श्रेया राय आदि उपस्थित रहे।
शहीदों की स्मृति में 30 जनवरी को दो मिनट का रखा जाये मौन धारण: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। शासन के निर्देशों के तहत भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वाले शहीदों की स्मृति में प्रतिवर्ष 30 जनवरी को पूर्वान्ह 11 बजे देश भर में दो मिनट का मौन धारण करने के निर्देश दिये गये है।
उपरोक्त के क्रम में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, प्रशासन, समस्त विभागाध्यक्षों आदि को निर्देश दिये है कि प्रतिवर्ष 30 जनवरी को पूर्वान्ह 11 बजे देश भर में दो मिनट का मौन रखा जाना चाहिए तथा काम और गतिविधियों को रोक दिया जाना चाहिए। जहां उपलब्ध हो, दो मिनट का मौन रखा जाना चाहिए तथा काम और गतिविधियाॅ रोक दी जानी चाहिए। दो मिनट का मौन शुरू होने की सूचना पूर्वान्ह 10ः59 बजे से 11 बजे तक सायरन बजाकर दी जानी चाहिए और फिर दो मिनट बाद 11ः02 से 11ः03 बजे तक पुनः ऑल क्लीयर सायरन बजाये जाने चाहिए। जहां सायरन उपलब्ध हो वहीं यहीं कार्यवाही अपनाई जाये। सिग्नल जहां उपलब्ध हो सुनकर सभी व्यक्ति खडे हो जाये और मौन धारण करें। मौन धारण करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने कमरे में अथवा किसी दूसरे स्थान पर अकेले खडे होने के बजाये सभी व्यक्तियों द्वारा एक ही स्थान पर इकट्ठे खडें होना अधिक प्रभावशाली होगा फिर भी यदि कार्य में अत्यधिक अस्त-व्यवतता होने की आशंका हो तो सब को एक जगह एकत्रित किये जाने के प्रयास करने की आवश्यकता नही है। जिन स्थानों पर सिग्नल की कोई व्यवस्था न हो पूर्वान्ह 11 बजे दो मिनट का मौन धारण करने के लिए सभी सम्बन्धितों को उपयुक्त अनुदेश दिये जा सकते है।
वाणिज्य सचिव ने बीजिंग में चीन के उपमंत्री से मुलाकात की
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। वाणिज्य सचिव डॉ. अनूप वधावन पिछले सप्ताह बीजिंग के दो दिवसीय सरकारी दौरे पर थे। 21 से 22 जनवरी, 2019 तक अपने दौरे के अवसर पर डॉ. वधावन ने भारत के कृषि और संबद्ध उत्पादों के लिए बाजार पहुंच तथा अन्य मुद्दे के परीक्षण के लिए चीन के सीमा शुल्क सामान्य प्रशासन (जीएसीसी) मामले के उपमंत्री श्री झांग जीवेन के साथ द्विपक्षीय बैठक की।
श्री झांग जीवेन के साथ बैठक के दौरान, वाणिज्य सचिव ने भारतीय उत्पादों के लिए कृषिगत बाजार पहुंच संबंधी काफी समय से लम्बित उन मामलों के त्वरित समाधान को लेकर जीएसीसी की सराहना की। इन मुद्दों पर पिछले वर्ष राष्ट्रपति शी जिनपिंग तथा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के बीच वूहान में अनौपचारिक बैठक के दौरान सहमति कायम हुई थी। उस बैठक के बाद, एससीओ शिखर सम्मेलन के साथ-साथ जून 2018 में गैर-बासमती चावल के निर्यात के बारे में संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। जीएसीसी ने 6 भारतीय मिलों को चीन के लिए रैपसीड खाद्य के निर्यात के लिए भी मंजूरी दी। नवंबर 2018 में चीन के जीएसीसी उपमंत्री के नई दिल्ली के दौरे के अवसर पर मछली खाद्य और मछली तेल के निर्यात के लिए संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे।
सीएससी ने कांठ, मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) में पहला कैश एंड कैरी स्टोर लांच किया
सीएससी अब देश के प्रत्येक ब्लाक में कैश एंड कैरी स्टोर प्रोत्साहित करेंगे
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। डिजिटल इंडिया मिशन के अंतर्गत समान सेवा केंद्र (सीएससी) नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। समान सेवा केंद्र देश भर के ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिको को अनेक सरकारी और गैर-सरकारी सेवाएं दे रहे हैं। समान सेवा केंद्रों में पतंजली, आई-बाल, सैमसंग जैसे उत्पाद लांच किए हैं और अनेक सेवा प्रदाताओं के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। संमान सेवा केंद्र देश में अपने व्यापक नेटवर्क के माध्यम से इफको के खाद और बीज बेच रहे हैं।
सीएससी ने ग्रामीण मार्केटिंग को प्रोत्साहित करने और रोजगार सृजन के अपने प्रयास में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के कांठ तहसील में पहला कैश एडं कैरी स्टोर लांच किया है। देश के प्रत्येक ब्लाक में एक कैश एंड कैरी स्टोर खोलने के प्रयास जारी हैं। स्टोर में अभी गोदरेज, पतंजलि, जीवा, क्रॉम्पटन, आई-बाल के उत्पाद हैं। स्टोर अन्य सीएससी वीएलई तथा सरकारी कर्मचारियों को निशुल्क सदस्यता लाभ भी देता है। प्रत्येक कैश एडं कैरी स्टोर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कम से कम 4 लोगों को रोजगार देंगे।
बाघ संरक्षण पर दो दिन के अंतर्राष्ट्रीय समीक्षा सम्मेलन का नई दिल्ली में उद्घाटन
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। बाघ संरक्षण पर तीसरे समीक्षा सम्मेलन का उद्घाटन आज नई दिल्ली में हुआ। यह समीक्षा सम्मेलन की रेंज में तीसरा सम्मेलन है और यह 2012 के बाद भारत में आयोजित होने वाला दूसरा समीक्षा सम्मेलन है। सम्मेलन में बाघ रेंज के 13 देशों द्वारा वैश्विक बाघ पुनःप्राप्ति कार्यक्रम (जीटीआरपी) की स्थिति और वन्य जीव तस्करी से निपटने जैसे विषयों पर चर्चा होगी।
केंद्रीय पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ, हर्षवर्धन ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि बाघ संरक्षण एक कर्तव्य है जिसे अच्छे ढंग से निभाना चाहिए और अधिक से अधिक नवाचारी उपाय किये जाने चाहिए ताकि हम रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में 2010 में बाघ रेंज के देशों द्वारा अपनाए गए लक्ष्यों को बेहतर तरीके से प्राप्त कर सकें। डॉ. वर्धन ने कहा कि हमारी सोच का नया भारत न केवल मानव के लिए है बल्कि इसमें वन्यजीव सहित सभी पहलू शामिल हैं।
स्कूल के दिनों से बच्चों के लिए एनएसएस, एनसीसी जैसी स्वैच्छिक सेवाएं अनिवार्य हों : उपराष्ट्रपति
छात्रों में एकताए सहानुभूति एवं दया की भावना विकसित करने में एनएसएस मददगार है
दुःखी लोगों की सेवा करना सच्ची देशभक्ति है
युवा सामाजिक परिवर्तन, आर्थिक विकास एवं नवाचार के दूत बनें
गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वाली एनएसएस स्वयंसेवियों को संबोधित किया
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू ने कहा कि स्कूल के दिनों से ही बच्चों के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) जैसी स्वैच्छिक सेवाओं को अनिवार्य किया जाना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण छात्रों में एकता, सहानुभूति और दया की भावना विकसित करने में मददगार हैं। इससे छात्र वंचित लोगों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील बनते हैं।
गणतंत्र दिवस परेड में भाग ले चुके एनएसएस के स्वयंसेवियों से आज नई दिल्ली में बातचीत करते हुए श्री नायडु ने कम उम्र से ही सामुदायिक सेवा का काम हाथ में लेने के लिए उनके उत्साह और प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसा करते हुए आप सभी महात्मा गांधी के आदर्शों को साकार कर रहे हैं, जिन्होंने कहा था दूसरों की सेवा में खुद को खो देना, अपने आपको तलाशने का सबसे अच्छा उपाय है।
दुःखी लोगों की सेवा को सच्ची देशभक्ति बताते हुए उपराष्ट्रपति ने छात्रों से कहा कि वे कम उम्र से ही सामाजिक सेवा की आदत डालें। उन्होंने युवा पीढ़ी से अपेक्षा करते हुए कहा कि वे सुंदर भविष्य के लिए प्रकृति से प्यार करें और उसके साथ जीएं।
अस्थिरता से भरी राजनीति….!
अस्थिरता से भरी राजनीति में आज साफ सुथरी सरकार का गठन होना एक सपने जैसी बात हो गई है। आज राजनीति में विचार,नीति नियम के कोई मायने नहीं रह गए हैं, यह बात पिछले कुछ सालों से दिखाई दे रही है। स्तरहीन राजनीति आज सिर्फ सत्ता के लिए राजनीति करती दिखाई देती है और अवसरवादी नेताओं ने इस का माहौल और भी खराब कर दिया है। अस्थिरता से भरे दौर में लोकसभा चुनाव करीब आते जा रहे हैं और धीरे-धीरे चुनावी सरगर्मियां भी बढ़ती जा रही हैं। अभी एक बात जो जाहिर है वह यह कि अभी भी इनके मुद्दों में किसानों की समस्या, रोजगार,शिक्षा और स्वास्थ्य आदि नहीं है। अभी भी राम मंदिर, जीएसटी,आरक्षण जैसे मुद्दों को हवा देकर वोट हासिल करने की फिराक में है।
राजनीतिक अस्थिरता के माहौल में सरकार बनाने के लिए राजनीतिक दलों को गठबंधन का सहारा लेना पड़ रहा है या फिर विरोधी दलों को एकजुट होना पड़ रहा है। आगामी चुनावों को मद्देनजर रखते हुए सपा+बसपा का गठबंधन अपनी मजबूती का एहसास करा रहा है। देश में दो ही दल दिखाई देते हैं, कांग्रेस और भाजपा। कांग्रेस के विकल्प के तौर पर सपा+बसपा का गठबंधन एक चुनौती के रूप में सामने आया है।