हाथरस। देश और प्रदेश में आज शुक्रवार के दिन जुमे की नमाज को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराए जाने के लिए शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान द्वारा आला अफसरों के साथ शहर की मस्जिदों का निरीक्षण किया गया और शांतिपूर्ण तरीके से जुमे की नमाज अदा कराई गई।जनपद में शांति एवं कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने के दृष्टिगत जुमे की नमाज के मौके पर जिलाधिकारी रमेश रंजन ने पुलिस अधीक्षक विकास कुमार वैद्य के साथ जामा मस्जिद किला गेट तथा मधुगढी स्थित मस्जिद का मौका मुआयना किया। उन्होंने जनपद वासियों से शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण माहौल बनाये रखने का आह्वान किया।जिलाधिकारी ने प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जिस स्थान पर जिस अधिकारी व कर्मचारी की तैनाती की गई है वहीं पर उपस्थित रहकर जिम्मेदारी पूर्वक दिये गये दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस विभाग को ड्रोन के माध्यम से निगरानी करने के निर्देश दिए।
Read More »दंगा नियंत्रण का पुलिस कर्मियों को कराया अभ्यास
हाथरस। पुलिस अधीक्षक द्वारा आज रिजर्व पुलिस लाइन में परेड का निरीक्षण कर सलामी ली तथा जनपद में कानून एवं शांति व्यवस्था सुदृढ रखने हेतु परेड ग्राउंड में दंगा नियंत्रण अभ्यास (एंटी रायट ड्रिल) किया गया और पुलिसकर्मियों को हथियार चलाने व अन्य वेपन्स के बारे में जानकारी दी गई।पुलिस लाइन में इस दौरान क्षेत्राधिकारी लाइन सुश्री रूचि गुप्ता, प्रतिसार निरीक्षक बिहारी सिंह यादव, प्रभारी डायल-112 आदि अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। पुलिस अधीक्षक के आगमन पर परेड द्वारा उनको सलामी दी गई तथा पुलिस कप्तान द्वारा परेड का निरीक्षण किया गया।
Read More »हाथरस। कोतवाली सदर क्षेत्र में शहर के किला गेट स्थित अद्धा मोड़ पर निर्माणाधीन एक मकान आज भरभरा कर गिर गया। जिससे निर्माणाधीन मकान में कार्य कर रहे मजदूरों में से 3 मजदूर दबकर घायल हो गए। जबकि एक मजदूर को गंभीर हालत में प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की खबर से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और मौके पर लोगों की भीड़ लग गई तथा फायर बिग्रेड की टीम भी पहुंच गई।
Read More »विशाल कलश यात्रा में उमड़ी भक्तों की भीड़,मलूक पीठाधीश्वर करे रहे कथा प्रवचन
सासनी,हाथरस। कस्बा सासनी से सटे गांव रूदायन (रूद्रायन) स्थित श्री राधा गोपाल जी मंदिर जीर्णोद्धार एवं प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष में आज से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव शुभारंभ से पूर्व पूरे गांव में दिव्य एवं भव्य विशाल कलश यात्रा बैंड बाजों व भजन कीर्तन मंडलियों के साथ निकाली गई तथा विशाल कलश यात्रा में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और कलश यात्रा पूर्ण होने के उपरांत श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव का विधिवत रूप से शुभारंभ हो गया। भक्त भागवत कथा के प्रवचनों का रसपान कर रहे हैं।कस्बा सासनी से सटे गांव रुदायन में श्री राम चौक स्थित श्री राधा गोपाल जी मंदिर जीर्णोद्धार एवं प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष में व योगीराज परम तपस्वी देवा दास जी महाराज पहाड़ी बाबा की तपोस्थली पर आज से शुरू हुई श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव के शुभारंभ से पूर्व सुबह विशाल कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा श्री राम चौक से शुरू हुई जिसमें भारी संख्या में पीत वस्त्र धारण किए महिला भक्तगण सिर पर कलश विराजमान कर चल रही थीं।
Read More »डीएम-एसपी ने संवेदनशील क्षेत्रों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का लिया जायजा
लोगों किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें, अफवाह फैलाने वाले की जानकारी दें: माला श्रीवास्तव
कानून एवं शांति व्यवस्था निरंतर बनाये रखे: डीएम-एसपी
रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव व पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने जनपद में जुमे की नमाज को मद्देनजर रखते हुए कानून एवं शांति व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए शहर के कैपरगंज, जहानाबाद, घंटाघर, रेलवे स्टेशन, कहारों का अड्डा, किला बाजार संवेदनशील आदि स्थानों सहित तहसील सलोन के विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों का भ्रमण कर जायजा लिया है। कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए आम जनमानस व पुलिस कर्मियों से सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने की अपील भी करते रहे के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिम्मेदार बुद्धिजीवी अल्पसंख्यक जनों को अपील करे कि अफवाहों से दूर रहकर सभी जन पूर्व के भांति भाईचारा कायम रखने के साथ-साथ गंगा जमुनी तहजीब को भी कायम रखें।
Read More »परीक्षा केन्द्रों पर सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पूरी तरह से प्रतिबन्धित: डीएम
11711 परीक्षार्थी जनपद के 29 परीक्षा केन्द्रों पर होंगे शामिल: एडीएम
रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता।जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने निर्देश दिये है कि सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारम्भिक) परीक्षा 2022 हेतु उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रयागराज द्वारा संचालित जनपद के निर्धारित 29 परीक्षा केंद्रों पर 12 जून रविवार को कोविड-19 गाइड लाइन को दृष्टिगत रखते हुए परीक्षा को निर्विघ्न, नकलविहीन व शांतिपूर्वक सकुशल सम्पन्न कराने की समुचित तैयारियां दुरूस्त रखी जाये। सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारम्भिक) परीक्षा 12 जून को दो पालियों में पूर्वान्ह 09ः30 बजे से 11ः30 बजे तक एवं अपरान्ह 02ः30 बजे से 4ः30 बजे तक 29 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जायेगी। जिसमें जनपद में 29 केन्द्रो पर उक्त परीक्षा में 11711 परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रयागराज के दिशा निर्देशों के अनुरूप कराने के लिए सभी तैयारियां प्रधानाचार्य/केन्द्र व्यवास्थापन तथा पर्यवेक्षक, समन्वयी पर्यवेक्षक, अतिरिक्त पर्यवेक्षक, सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, सहायक पर्यवेक्षक, निरीक्षण पर्यवेक्षक, परीक्षा सहायको एवं नोडल अधिकारी आदि पूरी कर लें तथा दिये गये दिशा निर्देशों व आदेशों को भली-भांति पढ़ लें।
Read More »साइबर सेल द्वारा ऑनलाइन ठगी के 10,000/- रुपये खाते में वापस कराये गए
रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के निर्देशन में काम कर रही जनपदीय पुलिस लगातार अपराध और अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई कर रही है।बीते दिनों शिकायतकर्ता राहुल सिंह पुत्र भीम सिंह निवासी लदाखेडा थाना सरेनी रायबरेली द्वारा जनता दर्शन में पुलिस अधीक्षक के समक्ष उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र दिया गया था जिसमें उसके द्वारा बताया गया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसके खाते से 10,000/- रुपये निकाल लिये गये है।
पुलिस अधीक्षक ने प्राप्त प्रार्थना-पत्र के आधार पर साइबर सेल रायबरेली को तत्काल आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया था। जिसके बाद प्रभारी साइबर सेल के नेतृत्व में साइबर सेल टीम द्वारा सम्बंधित बैंक से सम्पर्क करके तत्परतापूर्वक आवश्यक कार्यवाही करते हुये शिकायतकर्ता राहुल सिंह पुत्र भीम सिंह निवासी लदाखेडा थाना सरेनी रायबरेली के खाते में 10,000/- रुपये वापस कराये गये हैं।
यह कैसा नियम: बड़ों को राशन और छोटों पर शासन
(पंचायत चुनाव में लाखों खर्च करने वाले प्रधान भी ले रहे मुफ्त राशन)
ऊंचाहार/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। जनपद के अंदर आज भी अपात्र राशन कार्ड धारकों की भरमार है और इनमें वही लोग शामिल हैं जिनकी नेताओं से और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों से अच्छी पकड़ है। यहां तक कि कुछ ग्राम सभा के प्रधान और प्रधान प्रतिनिधि तक इसका उपभोग कर रहे हैं। जबकि गांव के अन्य लोग जो अपने को सरकार की इस योजना का अपात्र समझते हैं, उन्होंने स्वेच्छा से ही अपने राशन कार्ड तहसील के आपूर्ति कार्यालय में समर्पण कर दिये हैं।
निष्पक्ष जांच से और भी मिलेंगे अपात्र
अगर पात्र अपात्र जैसी इन बातों की पुष्टि करना है तो ऊंचाहार तहसील क्षेत्र के खुर्रमपुर ग्राम सभा में अभी तक जारी राशन कार्ड धारकों की सूची की जांच करनी पड़ेगी। जहां पर कई ऐसे राशन कार्ड धारक हैं जो अपात्रता की श्रेणी में आते हैं फिर भी पात्र गृहस्थी का लाभ ले रहे हैं। हालांकि यह एक गांव का मामला नहीं है ऊंचाहार ब्लॉक के करीब प्रत्येक ग्राम सभा का यही हाल है जो कि जांच का विषय है। फ़िलहाल खुर्रमपुर ग्राम सभा के प्रधान निर्मला देवी के राशन कार्ड की संख्या 215840213907 की जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि यह राशन कार्ड पात्र गृहस्थी का है और अभी सक्रिय है। जब गांव के प्रधान ही सरकारी योजनाओं का उपभोग करेंगे तो आम जनता क्या करेगी। पंचायत चुनाव के दरमियान लाखों रुपए पानी की तरह बहाने वाले प्रधान जब इन सरकारी योजनाओं के लाभार्थी हो सकते हैं तो अपनी मेहनत से अपना घर संवारने वाले गरीब क्यों नहीं।
चन्दौली कौशल विकास के क्षेत्र में अभिनव प्रयोगों के लिए सम्मानित
चन्दौली। कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जनपद चन्दौली को कौशल विकास के क्षेत्र में अभिनव प्रयोगों के लिए सम्मानित किया गया हैं।आकांक्षी जनपद चन्दौली को जिला कौशल विकास योजना पुरस्कार 2020-21 के अन्तर्गत Certificate Of Excellence से सम्माानित किया गया। यह पुरस्कार समारोह 09 जूनए 2022 को नई दिल्ली स्थित डा0 अम्बेडकर इंटरनेशनल सेन्टर में आयोजित हुआ जिसमें सचिव कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार राजेश अग्रवाल द्वारा जिलाधिकारी चन्दौली संजीव सिंह को डी0एस0डी0पी0 पुरस्कार प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उ0प्र0 के चन्दौली जनपद को श्रेष्ठ जिला कौशल विकास योजना 2020-21 बनाने के लिए प्रदान किया गया है।भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 में जनपद की स्किल गैप को ध्यान में रखते हुए जिला कौशल विकास योजना डी0एस0डी0पी0 का प्रस्ताव आमंत्रित किया गया था।
Read More »नारी नर से ज़रा भी कमतर नहीं
नर और नारी एक दूसरे का पर्याय है, न केवल नर के बिना संसार की कल्पना शक्य है न नारी के बिना। फिर सदियों से नारी को कमतर क्यूँ आँका जाता है? क्यूँ कुछ दिमागों में आज भी पितृसत्तात्मक वाली मानसिकता पनप रही है। ईश्वर ने जब सृष्टि का सर्जन किया तब स्त्री और पुरुष को एक जिम्मेदारी देकर मैथुनी क्रिया से सृष्टि को आगे बढ़ाने के लिए पैदा किया। नर नींव, तो नारी स्तंभ है, दोनों ही जीवनाधार है फिर कोई एक कैसे अति महत्वपूर्ण हो गया? नारी आईने में दिखते प्रतिबिम्ब की भाँति पुरुष का पर्याय है।शिवजी के अर्धनारीश्वर स्वरुप का अर्थ है आधी स्त्री और आधा पुरुष। भगवान शिव के इस अर्धनारीश्वर स्वरुप के आधे हिस्से में पुरुष रुपी शिव का वास है तो आधे हिस्से में स्त्री रुपी उमा यानि शक्ति का वास है। भगवान का यह रुप यही दर्शाता है की स्त्री और पुरुष एक ही सिक्के के दो पहलु है और दोनों एक दूसरे के बिना अधूरे है।
जब ब्रह्मा जी को सृष्टि की उत्पत्ति की जिम्मेदारी सौंपी गई तब तक भगवान शिव ने सिर्फ विष्णु और ब्रह्मा जी को ही अवतरित किया था और किसी भी नारी की उत्पति नहीं हुई थी। जब ब्रह्मा जी ने सृष्टि के निर्माण का काम शुरु किया, तब उनको एहसास हुआ की उनकी सारी रचनाएं तो जीवनोपरांत नष्ट हो जाएंगी और हर बार उन्हें नए सिरे से सृजन करना पड़ेगा। उनके सामने बड़ी दुविधा थी कि इस तरह से सृष्टि की वृद्धि आखिर कैसे होगी। तभी एक आकाशवाणी हुई कि वे मैथुनी यानी प्रजनन सृष्टि का निर्माण करें, ताकि सृष्टि को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया जा सकें। अब उनके सामने एक नई दुविधा थी कि आखिर वो मैथुनी सृष्टि का निर्माण कैसे करें? तब ब्रह्मा जी भगवान शिव के पास पहुँचे और शिवजी को प्रसन्न करने के लिए ब्रह्मा जी ने कठोर तपस्या की और उनके तप से भगवान शिव प्रसन्न हुए। ब्रह्मा जी के तप से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने अर्धनारीश्वर स्वरुप में दर्शन दिया। उनके शरीर के आधे भाग में साक्षात शिव नज़र आए और आधे भाग में स्त्री रुपी शिवा यानि शक्ति अपने इस स्वरुप के दर्शन से भगवान शिव ने ब्रह्मा को प्रजननशिल प्राणी के सृजन की प्रेरणा दी। उन्होंने ब्रह्मा जी से कहा कि मेरे इस अर्धनारीश्वर स्वरुप के जिस आधे हिस्से में शिव हैं वो पुरुष है और बाकी के आधे हिस्से में जो शक्ति है वो स्त्री है। आपको स्त्री और पुरुष दोनों की मैथुनी सृष्टि की रचना करनी है, जो प्रजनन के ज़रिए सृष्टि को आगे बढ़ा सकें। इस तरह शिव से शक्ति अलग हुईं और फिर शक्ति ने अपनी मस्तक के मध्य भाग से अपने ही समान कांति वाली एक अन्य शक्ति को प्रकट किया। इसी शक्ति ने फिर दक्ष के घर उनकी पुत्री के रूप में जन्म लिया, जिसके बाद से मैथुनी सृष्टि की शुरुआत हुई।
यूँ संसार के दो अहम भूमिका अदा करने वाले दो किरदारों का निर्माण हुआ, जिसमें ईश्वर ने पुरुष को परिवार निर्वहन का अहम किरदार बनाया, जबकि जीव को जन्म देने का अधिकार स्त्री को दिया गया। ईश्वर जानते है स्त्री शक्ति का स्वरूप है, प्रसूति की पीड़ा झेलने में सक्षम। क्यूँकि जीव को जन्म देने के लिए सौ भुजाओं का बल चाहिए, नासिका में से नारियल निकालने का दम नारी ही रखती है तो कहो नारी नर से कैसे कमतर या कम अक्कल हुई। बेटियाँ हर लिहाज से अपने आप में एक शक्ति का और उर्जा का प्रमाण है बस मौके की मोहताज है, मौका देकर देखिए अपना परचम लहराकर मानेगी।
भावना ठाकर ‘भावु’ बेंगलोर