लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने फैमिली आईडी बनाये जाने के कार्य की प्रगति की समीक्षा की। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में फैमिली आई0डी0 के बारे में आम जनमानस को जागरूक करते हुये फैमिली आईडी बनाने के कार्य में तेजी लायी जाये। इससे रोजगार से वंचित परिवारों का चिन्हांकन कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने तथा पात्र परिवारों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि फैमिली आईडी जारी करने से पहले परिवार के संबंध में सभी जानकारियों को विधिवत प्रमाणित किया जाए। फैमिली आईडी को डिजी लॉकर से जोड़ा जाये। फैमिली आईडी की ई-पासबुक में परिवार को मिल रही सरकारी योजनाओं के लाभ का पूरा विवरण सम्बन्धित विभाग द्वारा दर्ज किया जाये। इससे प्रदेश के हर परिवार के स्वावलम्बन और सशक्तिकरण का अभियान पूरा किया जा सकेगा।
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है विजयादशमी का पर्वः परियोजना प्रमुख
ऊंचाहार, रायबरेली। विगत दस दिनों से चल रही श्री रामलीला का अंतिम मंचन स्टेडियम परिसर के विशाल मेले में हुआ। राम-रावण युद्ध का मनोहारी और भाव-विहंगम दृश्य हजारों नर-नारियों ने देखा और कलाकारों का मंचन देखकर भाव विभोर हो उठे। भगवान राम ने जैसे ही रावण को बाण मारा और उसके वध के तुरंत बाद विशाल आतिशबाजी एवं सत्तर फुट ऊंचे बनाए गए रावण, कुंभकरण तथा मेघनाथ के पुतले धू-धू कर जल उठे। करतल ध्वनि के बीच जय श्री राम के उद्घोष के साथ इन पुतलों का दहन किया गया।
इससे पूर्व एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा, प्रियदर्शिनी महिला क्लब की अध्यक्षा तरुणा छाबड़ा, पूजा समिति के सभी पदाधिकारी, डीसी सीआईएसएफ प्रतीक रघुवंशी, पुलिस क्षेत्राधिकारी डलमऊ (ऊंचाहार) अरुण कुमार नौहार , कोतवाली प्रभारी आदर्श कुमार सिंह तथा यूनियन व एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं महामंत्रियों ने भगवान राम और माता सीता की आरती उतारी तथा रामलीला के कलाकारों का अभिनंदन किया। समारोह को संबोधित करते हुए परियोजना प्रमुख श्री छाबड़ा ने कहा कि विजय दशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक पर्व है और हम सभी को समाज में व्याप्त अनेक तरह की कुप्रथाओं, आपसी द्वेष, दुर्भावना तथा नकारात्मक शक्तियों से लड़ते हुए परस्पर सद्भाव एवं सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना है एवं समन्वय स्थापित कर अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना है। यही सीख हम सभी को दशहरा से मिलती है।
रावण, कुंभकर्ण एवं मेघनाद के पुतलों का हुआ दहन
पवन कुमार गुप्ताः रायबरेली। विजयादशमी पर एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना के आवासीय परिसर के स्टेडियम में बांस और पेपर से बना हुआ करीब 70 फीट ऊंचे रावण को और साथ ही कुंभकर्ण एवं मेघनाद को भी खड़ा किया गया। कारीगरों ने पुतले में इलेक्ट्रिक लाइट , मोटर भी फिट कर रखी थी, जिसकी आंख और मुंह खुलते और बंद होते रहे जिसकी वजह से यह पुतले बिल्कुल सजीव और आकर्षक दिख रहे थे। विधवत के पूजन और मुहूर्त के अनुसार रावण और उसके भाइयों के पुतले का दहन हुआ। इससे पूर्व भगवान राम और रावण में भीषण युद्ध हुआ आखिरकार रावण के अहंकार के कारण सत्य और धर्म के रास्तों ने उससे मुंह मोड़ लिया और अंत में बुराई पर अच्छाई की जीत हुई, अधर्म पर धर्म की विजय प्राप्त हुई।
बता दें कि एनटीपीसी ऊंचाहार में आज रावण दहन के साथ ही दशहरा मेला भी संपन्न हुआ। सत्तर फिट ऊंचे रावण, कुंभकर्ण एवं मेघनाद के पुतलों का दहन हुआ। परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा ने किया सभी कलाकारों को सम्मानित किया। साथ ही विशाल आतिशबाजी के प्रदर्शन को देखकर हजारों लोग साक्षी बने। दशहरा का पर्व प्रत्येक वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है, इसलिए इस त्यौहार को विजयादशमी भी कहते हैं।
मेले की सुरक्षा व्यवस्था केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों एवं स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम की देखरेख में रही। सड़क से लेकर आम रास्तों तक चारों तरफ सीसीटीवी से निगरानी की जा रही थी।
सुहागनगरी में धूमधाम से मना विजयादशमी का पर्व
फिरोजाबाद। विजयदशमी का पर्व मंगलवार को सुहागनगरी में बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रमों में हवन करने के बाद शस्त्र पूजे गए। इस दौरान कहीं एकजुटता का आह्वान किया गया।
शहर के आरएसएस चंद्र नगर महानगर के नेतृत्व में महानगर की 60 शाखाओं पर विजय दशमी पर्व मनाया गया। सुबह सात बजे पदाधिकारियों ने भारत माता एवं संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रमों में स्वयंसेवक अनुशासित तरीके से पूर्ण गणवेश में पंक्तिबद्ध नजर आए। स्वयंसेवकों ने शस्त्रों का पूजन करने के बाद पुष्प अर्पित किए। इसके बाद विचार गोष्ठी हुईं। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि अधर्म पर धर्म की जीत और बुराई पर अच्छाई की जीत का यह पर्व सभी लोगों के लिए प्रेरणादायी है। इसी दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की थी। वहीं दूसरी मान्यता यह भी है, कि इसी दिन मां दुर्गा ने महिषासुर नामक असुर का वध किया था। वहीं माता प्रसाद कलावती देवी कालेज में विभाग प्रचारक प्रमोद ने भी विजयादशमी पर्व मनाया। आरएसएस सदर खंड के स्वयंसेवकों ने गांव फुलायची में कार्यक्रम किया।
श्री श्याम मित्र मंडल द्वारा निकाली गई बाबा खाटू श्याम की पालकी
फिरोजाबाद। मंगलवार को नगर में श्री श्याम मित्र मंडल द्वारा गाजेबाजे के साथ बाबा खाटू श्याम की पालकी यात्रा निकाली गई। वहीं, रात को रामनगर बीआर मिलन वाटिका में भजन संध्या हुई। जिसमें आए गायकों ने समा बांध दिया।
दोपहर 12 बजे छोटा चौराहा स्थित श्रीराधा कृष्ण मंदिर से पालकी यात्रा शुरु हुई। सबसे आगे चल रहे बैंडबाजे बाबा खाटू श्याम के भजन गाते हुए चल रहे थे। उनके पीछे भक्त नृत्य करते हुए आगे बढ़ रहे थे। सबसे पीछे फूलों से सजी पालकी को भक्त अपने कंधों पर रखकर चल रहे थे। वहीं कुछ भक्त सुरक्षा घेरा बनाए हुए थे। यात्रा घंटाघर चौराहा, लोहा मंडी, पैमेश्वर गेट होती हुई रामनगर बीआर मिलन वाटिका में पहुंचकर संपन्न हुई। इस दौरान भक्तों ने जयकारों के साथ जगह-जगह पुष्पवर्षा और इत्र वर्षा कर स्वागत किया।
भगवान श्रीराम ने किया बुराई के प्रतीक दशानन रावण का अंत
फिरोजाबाद। मंगलवार को दशहरा के अवसर पर रामलीला महोत्सव में को रावण वध की लीला हुई। जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में महिला, पुरुष और बच्चे पहुंचे। विभिन्न स्थानों पर चल रहीं रामलीलाओं में भगवान राम ने अपने बाण से बुराई के प्रतीक रावण का अंत कर दिया। इसके साथ ही रामलीला मैदान जयश्रीराम के उद्घोषों से गुंजायमान हो गए।
रामलीला में रावण वध देखने के लिए शहर की प्रमुख रामलीला में रामलीला मैदान के साथ ही आसपास की गलियों और संपर्क मार्गों पर जाम जैसी स्थिति थी। अहिरावण का वध होने के बाद रावण स्वयं युद्ध भूमि में पहुंचा और श्री राम का ललकारा। दोनों के बीच घमासान युद्ध हुआ। जिसे देखने के लिए देवता भी आकाश में प्रकट हो गए। धरती ढोलने लगी। अंत में राम ने 31 बाण एक साथ छोड़े। जिनसे रावण के 10 शीश, 20 भुजाएं कटकर जमीन पर गिर पड़ीं। वहीं एक तीर उसकी नाभि में लगा, जिससे रावण का अंत हुआ। 45 फीट का पुतला दहन हुआ तो रामलीला मैदान भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान जी के जयकारों से गूंजने लगा।
दीपावली मेले में महिलाओं ने की खरीदारी
फिरोजाबाद। मंगलवार को रिद्धि सिद्धि द ग्रैंड एग्जिबिशन द्वारा फिरोजाबाद क्लब में लगाए गए दीपावली और करवा चौथ मेले में महिलाओं ने जमकर खरीदारी की।
मुख्य अतिथि मेयर कामिनी राठौर और अनुपम शर्मा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद मेयर ने विभिन्न स्टालों की अवलोकन कर दुकानदारों से सामान के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर लखनऊ, आगरा, दिल्ली, मथुरा, हाथरस से आए दुकानदारों ने स्टाल लगाई। पीजीबाइजी आगरा के फुटवियर, दिल्ली की अंकित के हैंड बैग सहित सोना-चांदी ज्वैलर्स ने प्रदर्शनी को और भव्य बना दिया। महिलाओं ने रात आठ बजे तक अपने खरीदारी की।
अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा ने मनाया स्थापना दिवस
फिरोजाबाद। मंगलवार को माथुर वैश्य युवा संगठन द्वारा अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा का स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पदाधिकारियों ने ओमप्रकाश गुप्ता और प्रमोद कुमार गुप्ता की विभूति सम्मान से सम्मानित किया। सुबह 11 बजे संगठन अध्यक्ष पंकज गुप्ता के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने सुभाष तिराहा पर स्थित माथुर वैश्य स्तंभ पर माल्यार्पण किया। इसके बाद समाज के बुजुर्ग ओमप्रकाश गुप्ता, प्रमोद कुमार गुप्ता को समाज की विभूति सम्मान और पंकज गुप्ता को गौरव रतन सम्मान से सम्मानित किया। इस दौरान सत्यवीर गुप्ता ने कहा कि लाला गणेश लाल ने 136 वर्ष पूर्व अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा की नींव रखी गई थी, जो आज वटवृक्ष का रूप धारण कर चुकी है।
Read More »अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने किया शस्त्र व शास्त्र पूजन
जयपुर। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा राजस्थान प्रदेश इकाई द्वारा विजय दशमी पर्व पर धार्मिक विधि विधान से शस्त्र एवं शास्त्र पूजन किया गया। पंडित जी ने उम्मेद सिंह शेखावत राष्ट्रीय संगठन महामंत्री एवं राजस्थान प्रदेश प्रभारी तथा डॉ शक्ति सिंह राजावत प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा पूर्ण धार्मिक तरीके से पूजन करवाया गया। इस अवसर पर सभी उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा महाराव शेखा को उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए गए । अजय चौहान महामंत्री ने बताया कि इस अवसर पर लाखन सिंह राजावत , मानसिंह राठौड़, समंदर सिंह तंवर, शिवसिंह भुरटिया, उदय सिंह कल्याणवत, बजरंग सिंह शेखावत एवं शत्रुंजय सिंह आदि प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहे।
Read More »शरद पूर्णिमा पर भक्तों को दर्शन नहीं देंगे ठाकुर बांके बिहारी
मथुरा (श्याम बिहारी भार्गव )। शरद पूर्णिमा की धवल चांदनी में ठाकुर श्री बांकेबिहारी के साल में एक बार होने वाले दिव्य दर्शन इस बार भक्तो को सुलभ नहीं हो सकेंगे। जन जन के आराध्य की इस अद्भुत छवि को निहारने पर चंद्र ग्रहण की छाया पड़ रही है। भक्तो को अपने लाड़ले के दर्शन शरद पूर्णिमा की दोपहर तक ही हो पायेंगे। संगीत शिरोमणि स्वामी हरिदास जी के लाड़ले ठाकुर श्री बांकेबिहारी लाल शरद पूर्णिमा पर्व पर साल में केवल एक बार रेशम जरी युक्त श्वेत वस्त्रों के साथ मोर मुकुट, कटि काछिनी और रजत निर्मित पायल के साथ अधरों पर बांसुरी धारण करते हैं। खास बात यह है, कि सांयकाल जब पूर्णिमा के पूर्ण चंद्र की कलाएं विस्तार लेती हैं। तब उसकी रोशनी सीधे मंदिर के जगमोहन और गर्भगृह में श्रीबांके बिहारीलाल की इस दिव्य छटा का स्पर्श करती है। जिसकी एक झलक पाने के लिए असंख्य श्रद्धालु लालायित रहते हैं। लेकिन इस बार पूर्णिमा तिथि पर खगास चंद्रग्रहण दृस्तव्य होने के कारण सूतक काल होने से मंदिर के पट मध्यान्ह साढ़े तीन बजे शयन आरती के उपरांत बंद कर दिए जायेंगे।
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