200 रूपए पैकेट पर भी लेने को तैयार नहीं लोग
फिरोजाबाद/टूंडला, जन सामना संवाददाता। नोट बंदी के असर से आलू व्यापारी भी प्रभावित हैं। पूर्व में जहां छह सौ रूपए प्रति बोरी तक बिक चुके सब्जियों के राजा को आज कोई 200 रूपए में भी लेने को तैयार नहीं है। स्थिति ये है कि किसान कोल्ड से आलू की निकासी तक नहीं कर रहा है। सब्जियों का राजा आलू जहां पहले तक आंखें तरेरे हुआ था। वहीं अब आलू के खरीददार नहीं मिल रहे हैं। स्थिति ये है कि नोट बंदी से आलू व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो गया है। किसान कोल्ड स्टोर में रखे आलुओं को निकालने की जहमत नहीं उठा पा रहा है। वहीं कोल्ड संचालक आलू निकासी के लिए किसानों से आग्रह कर रहे हैं। बता दें कि क्षेत्र का आलू दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मद्रास, मुंबई, बैंगलुरू समेत अन्य प्रदेशों में जाता है। जहां काफी अच्छे दामों पर आलू की बिक्री होती थी। जब से नोट बंदी हुई है तब से किसी भी प्रदेश में आलू के खरीददार नहीं मिल रहे हैं। अन्य प्रदेशों में तो छोडिए यहां भी किसानों की स्थिति इससे जुदां नहीं है। नगर की मंडी में किसान आलू लाने से बच रहे हैं। आलू के स्थान पर लोग हरी सब्जियों की पैदावार को बढावा दे रहे हैं। कोल्ड से आलू की निकासी न होने के कारण कोल्ड संचालकों ने आलू फेंकना शुरू कर दिया है।
ये कहते हैं किसान-
बुधवार को कई सरकारी स्कूलों में नहीं बंटा दूध
मिड डे मील न मिलने से परेशान रहे बच्चे
फिरोजाबाद/टूंडला, जन सामना संवाददाता। सभी परिषदीय विद्यालयों में बुधवार को दूध देने का सरकार का आदेश है। बावजूद इसके बच्चों को दूध नहीं मिल पा रहा है। कई स्कूलों में कम मात्रा में बच्चों को दूध दिया गया जबकि कई में मिड डे मील नहीं बना। परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को दूध देने के आदेश को स्कूल के शिक्षक ही आईना दिखाने का काम कर रहे हैं। बुधवार को कई स्कूलों की जांच में सच सामने आ गया। जिसमें कई स्कूलों में दूध नहीं बांटा गया था। तहसील क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सिकरारी में प्रधानाध्यापिका सरोज कुमारी बच्चों को शिक्षा ग्रहण करा रही थीं। विद्यालय में 133 बच्चे पंजीकृत हैं जबकि मौके पर 58 बच्चे उपस्थित मिले। 58 बच्चों के लिए मात्र 10 लीटर दूध मंगाया गया था जो मानक के अनुरूप कम था। वहीं उच्च प्राथमिक विद्यालय सिकरारी में प्रधानाध्यापक शिवकुमार शर्मा उपस्थित थे। 98 पंजीकृत बच्चों के स्थान पर 47 बच्चे उपस्थित मिले। इनके लिए आठ लीटर दूध मंगाया गया था। प्राथमिक विद्यालय मोती गढी में प्रधानाध्यापक नरेन्द्र सिंह अकेले बच्चों को संभाल रहे थे। सहायक अध्यापिका बीरेश कुमारी अवकाश पर थीं। विद्यालय में 12 बजे तक दूध नहीं आया था। वहीं रसोई पर भी ताला लटका हुआ था। पूर्व माध्यमिक विद्यालय कन्या कोटकी पर भी बच्चियां दूध के इंतजार में बैठी थी। शिक्षिकाओं ने बताया कि दूध वाला नहीं आया है। ऐसे में सरकार की मंशा पूरी होती नहीं दिख रही है।
तहसील दिवस में कमिश्नर के पहुंचने से अधिकारियों के उड़े होश
शिकायत का निस्तारण संतोष जनक न मिलने पर जताई नाराजगी कमिश्नर और डीआइजी ने संयुक्त रूप से किया तहसील का निरीक्षण
टूंडला, जन सामना संवाददाता। बुधवार को आयोजित तहसील दिवस में अचानक कमिश्नर और डीआइजी के पहुंचने से अधिकारियों के होश उड़ गए। कमिश्नर ने तहसील दिवस में फरियादियों की शिकायतें सुनी। वहीं शिकायतों का निस्तारण संतोष जनक न मिलने पर नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान तहसील का निरीक्षण भी किया। मंगलवार को अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस का अवकाश होने के चलते बुधवार को तहसील दिवस का आयोजन किया गया। सुबह करीब 11 बजे मंडलायुक्त आगरा चन्द्रकांत और डीआइजी महेश चन्द्र शर्मा तहसील दिवस में पहुंच गए। जहां सामने कमिश्नर को देख अधिकारियों के पसीने छूट गए। कमिश्नर ने तहसील दिवस में आए फरियादियों की शिकायतों को सुना। इसी दौरान कमिश्नर ने तहसील दिवस में आने वाली शिकायतों के निस्तारण की प्रगति रिपोर्ट भी देखी। रिपोर्ट संतोषजनक न मिलने पर नाराजगी व्यक्त की। वहीं तहसील दिवस में आने वाली शिकायतों का शीघ्र निस्तारण कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने खासतौर से झगडे और जमीन से संबंधित मामलों पर गंभीरता से ध्यान देने के निर्देश दिए। तदोपरांत कमिश्नर और डीआइजी ने संयुक्त रूप से तहसील का निरीक्षण किया। जहां रख रखाव ठीक मिलने और साफ सफाई मिलने पर प्रशंसा भी की। इस मौके पर एसडीएम संगम लाल यादव, थाना प्रभारी अरूण कुमार सिंह, तहसीलदार रामअवतार वर्मा आदि उपस्थित रहे।
बैंक की लाइन में युवक को हटाने पर पत्थरबाजी, हंगामा
नगर की स्टेशन रोड स्थित केनरा बैंक का मामला युवक को बैंक के अंदर लेने के बाद शांत हुआ हंगामा
टूंडला, जन सामना संवाददाता। बुधवार को बैंक के बाहर अजब नजारा देखने को मिला। सुबह से कैश निकालने को बैंक की लाइन में लगे युवक को हटाने पर पत्थरबाजी शुरू हो गई। जिसमें बैंक में लगा शीशा टूट गया। बाद में युवक को बैंक के अंदर लिए जाने के बाद ही मामला शांत हुआ। नगर के लाइनपार निवासी राहुल बुधवार सुबह बैंक खुलने से पहले ही बैंक की लाइन में आकर खडे हो गए। उनसे पहले भी लोग लाइन में खडे हुए थे। सुबह करीब 11 बजे कुछ लोग जबरन राहुल को लाइन से हटाकर स्वयं आगे आकर खडे हो गए। जिसे लेकर दोनों में कहासुनी हो गई। मामला इतना बढा कि मारपीट शुरू हो गई। बात यहीं नहीं रूकी युवक ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। पत्थर लगने से बैंक में लगे खिडकी के शीशे तक टूट गए। पत्थरबाजी होते ही बैंक की लाइन में लगे उपभोक्ताओं में भगदड मच गई। हर कोई लाइन छोडकर सुरक्षित स्थान खोजने लगा। तभी बैंक कर्मचारी बाहर निकल आए और युवक की पीड़ा सुनी। युवक ने लाइन से बाहर निकाले जाने की बात बताई। जिस पर बैंक कर्मचारी युवक को अपने साथ अंदर ले गए और कैश दिलवाया। तब जाकर मामला शांत हो सका। इस मामले को लेकर बैंक कर्मचारियों ने किसी भी उपभोक्ता के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही नहीं की है। बैंक कर्मचारियों ने लाइन में लगे उपभोक्ताओं से संयम से काम लेने की नसीहत दी।
पत्रकारों की समस्याओं को लेकर उपजा ने प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट (इण्डिया) के आव्हान पर बुधवार को पूरे देश के पत्रकारों की समस्याओं को लेकर दिये जा रहे ज्ञापनों के क्रम में फिरोजाबाद में उपजा शाखा के प्रतिनिधि मण्डल ने जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन दिया गया। उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसियेशन जनपद फिरोजाबाद शाखा एनयूजेआई के सदस्य व उपजा के प्रदेश मंत्री द्विजेन्द्र मोहन शर्मा के नेतृत्व में सौंपे गये ज्ञापन में भारत देश में ‘पत्रकार सुरक्षा कानून’ बनाया जाये, ‘मीडिया काउन्सिल’ का गठन किया जाये, ‘मीडिया आयोग’ का गठन किया जाये, वर्तमान केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में निर्मित डी0ए0वी0पी0 तथा आर0एन0आई0 की नीति में परिवर्तन करके उसे लघु व मध्यम श्रेणी के समाचार पत्रों के अस्तित्व की रक्षा एवं उनके हित में नीति बनाकर लागू किया जाये, इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में
Read More »स्वयं सहायता समूह पर भारी पड़ी नोटबंदी
स्वरोजगार चलाने वाली महिलाएं लगा रहीं मुख्यालय के चक्कर
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। नोटबंदी की मार स्वयं सहायता समूह के माध्यम से स्वरोजगार चलाने वाली महिलाओं पर भारी पड रही है। निजी एवं सरकारी क्षेत्रों से लोन प्राप्त करने वाली महिलाएं लोन की किश्त जमा नहीं कर पा रही है। ऐसे दर्जन भर महिलाएं नित रोज मुख्यालय पहुंच अधिकारियों से राहत की गुहार लगाती दिख रही है। नोटबंदी के बाद से स्वरोजगार संचालित करने वाली महिलाओं के सामने समूह चलाने को जद्दोजहद की स्थिति तो है ही। निजी एवं सरकारी बैंकों से ऋण प्राप्त करने वाले समूहों के सामने ऋण की किश्त भुगतान करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं लोन उपलब्ध कराने वाले संस्थान भी समूह संचालकों पर लोन अदा करने का दबाब बना रहे हैं। नोटबंदी की मार के कारण रोजगार कार्यक्रम को भूल दर्जनों समूहों से जुडी महिलाएं आजकल काम धाम की जगह जिला मुख्यालय पर दस्तक दे अधिकारियों से कोई समाधान निकालने अथवा स्थिति सामान्य होने तक लोन वसूलयावी को स्थिगित कराने की मांग कर रही है। इसी क्रम में बुधवार को भूरी देवी, दारी देवी,मुन्नी देवी, पुष्पादेवी, राजवती, रचना कुमारी, मीरा, विमलेश, विनीता, गौरवदेवी, खिलौना देवी, रामलली, इद्रवती, मच्छलादेवी, चांदनी, जय लक्ष्मी फायनेंस से जुडी पूरनदेवी, मिथलेश, आशादेवी, सीमा, कुदंनदेवी आदि मुख्यालय पर भटकती दिखाई दीं।
केवल बयान के लिए ही मैदान में है बसपा – केशव प्रसाद मौर्य
कानपुर, महेन्द्र कुमार। कानपुर में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद ने आगामी विधान सभा चुनाव में बसपा का खेल खत्म होने की बात कही उनका कहना है बसपा केवल बयान के मैदान में बची है, प्रदेश अध्यक्ष केसव प्रसाद मौर्य 19 दिसंबर को कानपुर के निराला नगर रेलवे ग्राउंड को में होने वाली रैली स्थल का निरीक्षण् करने पहुंचे थे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ने कहा कि बसपा का खेल खत्म हो गया है सपा का भी लगभग खेल खत्म है लेकिन वह सत्ता में है थोड़ी बहुत जो लड़ाई बची वह सिर्फ सपा से बची हुई है। बसपा पूरी तरह से चुनावी लड़ाई से बाहर है, केवल बयान के मैदान में बची है, जब तक वोटो की गिनती नहीं हो जाएगी तब तक मायावती बयान जारी करती रहेगी। 2014 में जैसा उनका हाल हुआ था वैसा ही उनका हाल 2017 में भी होगा। नोट बंदी पर बोलते हुए उन्होंने ने कहा कि नोट बंदी के फैसले से लोग नाराज नही है वह जानते है कि प्रधानमंत्री गरीबों व देश के लिए काम कर रहे है। भ्रष्टाचार मिटाने के लिए काम कर रहे है, देश उनका साथ दे रहा है सपा, बसपा और विरोधी दल जनता को भड़काने का काम कर रहे है, लेकिन जनता ने इसका जवाब दिया और जनता प्रधानमंत्री जी के साथ है।
Read More »जल दिवस के रूप में मनाया जाएगा डॉ.अम्बेडकर का जन्मदिन: उमा भारती
समावेशी विकास के लिए जल संसाधन प्रबंधन पर डॉ. अम्बेडकर के विचारों पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने जल संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को याद करते हुए घोषणा की है कि उनके जन्म दिवस 14 अप्रैल को ‘‘जल दिवस’’ के रूप में मनाया जायेगा। सुश्री भारती केंद्रीय जल आयोग की ओर से समावेशी विकास के लिए जल संसाधन प्रबंधन पर डॉ.अम्बेडर के विचारों पर आज नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहीं थीं।
मंत्री महोदया ने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में पानी भारत सरकार का महत्वपूर्ण एजेंडा बनने वाला है।’’ सुश्री उमा भारती ने आह्वान किया कि अब समय आ गया है जब हम विचार करें कि क्या हर कार्य के लिए स्वच्छ जल का इस्तेमाल किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि संशोधित और गैर संशोधित जल का किस प्रकार से बेहतर इस्तेमाल हो।
विभिन्न प्रकार की योजनाओं में पानी की भूमिका को रेखांकित करते हुए मंत्री महोदया ने कहा कि देश में पानी की व्यवस्था में सुधार और उसका दुरूपयोग करने वालों को दंडित किये जाने की जरूरत है। केंद्रीय जल आयोग और केंद्रीय भूजल बोर्ड के पुनर्गठन के बारे में डॉ. मिहीर शाह समिति की रिपोर्ट की चर्चा करते हुए सुश्री भारती ने कहा ‘‘हमें रिफोर्म तो लाना है, लेकिन वह सर्वसम्मत होना चाहिए।’’
जयललिता को पीएम ने दी श्रद्धांजलि
चेन्नई, ब्यूरो। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके पार्थिव शरीर वाले ताबूत के समक्ष पहुंचे तो व्यथित मौजूदा मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम कई बार भावुक होकर उनके गले से लिपट गए। वहीं जब कड़ी सुरक्षा के बीच प्रधानमंत्री मोदी जब राजाजी हाॅल में पहुंचे तो वहां का माहौल बहुत ही गमगीन दिखाई दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब जयललिता के पार्थिव शरीर के समक्ष पुष्प चक्र रखकर पनीरसेल्वम की ओर बढ़े तो वह बिलखकर बिखर से गए और मोदी से लिपटकर रोने लगे। इसपर प्रधानमंत्री मोदी ने पनीरसेल्वम की पीठ पर हाथ फेरा और हिम्मत बनाए रखने के लिए कहा। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने शशिकला को ढांढस बंधाया था जो कि रो रहीं थीं। शशिकला जयललिता की करीबी रही हैं।
Read More »मुख्यमंत्री ने सुश्री जे जयललिता के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री सुश्री जे जयललिता के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। आज जारी एक शोक सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि अम्मा के नाम से लोकप्रिय सुश्री जयललिता जी का व्यक्तित्व बहुआयामी था। उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर तमिलनाडु के गांव, गरीब, महिलाओं एवं किसानों की भलायी के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि एक सफल राजनीतिज्ञ के रूप में सुश्री जयललिता ने तमिलनाडु के जन जीवन पर जो छाप छोड़ी है उसकी भरपायी कर पाना कठिन है। सुश्री जयललिता के निधन से तमिलनाडु की जनता ने जन-कल्याणकारी नेता खो दिया है।