Sunday, November 24, 2024
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दहेज लेना मत समझो शानः इसने ली है बहुत मासूमों की जान

हाथरस। जिलाधिकारी अर्चना वर्मा के निर्देशन व जिला प्रोबेशन अधिकारी सीमा मौर्या के मार्गदर्शन में मिशन शक्ति फेज-4 के अंतर्गत जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में महिला कल्याण विभाग द्वारा दहेज प्रथा पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें जिला बाल संरक्षण इकाई से संरक्षण अधिकारी विमल कुमार शर्मा ने डीएलएड प्रशिक्षू को उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य), किशोर न्याय अधिनियम, बाल श्रम, एक युद्ध नशे के विरुद्ध, दत्तक ग्रहण, पोक्सो अधिनियम 2012 एवं बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में बताने के साथ ही दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि दहेज लेने, दहेज देने, दहेज के लिए उकसाने अथवा इसके लेने-देन में सहभागी होने पर न्यूनतम पांच वर्ष की कैद एवं 15 हजार रूपये का जुर्माना हो सकता है। धारा 3 दहेज लेने अथवा देने के अपराधी को न्यून्तम पांच वर्ष के कारावास के साथ ही न्यूनतम 15 हजार रूपये अथवा उपहार की कीमत, इनमें से जो भी अधिक हो, के जुर्माने का प्रावधान है। धारा 4-यदि किसी पक्षकार के मां बाप, अभिभावक अथवा रिश्तेदार किसी भी तरह प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से दहेज की मांग पर 6 माह से 2 वर्ष तक की जेल तथा 10000 रुपए जुमाने का प्रावधान है।
इस अवसर पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान उप शिक्षा निदेशक डॉक्टर ऋचा गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किये तथा महिला कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का पात्रता के अनुसार लाभ लेने के साथ ही दहेज एक सामाजिक अभिशाप है इसे दूर करने का हम सबको मिलकर के आव्हान करने की आवश्यकता है तथा जन भागीदारी से इस सामाजिक कुरीति को दूर किया जा सकता है।
प्रबंधक, वन स्टॉप सेंटर मनीषा भारद्वाज द्वारा कन्या सुमंगला योजना, वन स्टॉप सेंटर के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ-साथ सभी डीएलएड प्रशिक्षु को अपने लोगों संबंधियों तथा बेटे बेटियों को दहेज न लेने न देने के लिए प्रेरित करें तथा समाज में होने वाले दहेज वाली शादियों का सामाजिक बहिष्कार करने के लिए प्रेरित करें, दहेज की शिकायत पीड़ित महिला, स्वयं उसके माता-पिता या अन्य कोई रिश्तेदार या कोई स्वयंसेवी संस्था शिकायत कर सकती है।
वरिष्ठ प्रवक्ता विश्वनाथ प्रताप सिंह ने दहेज के लिए बेटियां जलाइ न जाए सब मिलकर दहेज रुपी दानव को परिवार समाज तथा देश से बहिष्कृत करें ताकि एक समृद्ध समाज व सशक्त समाज का निर्माण हो सके।
इस अवसर पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान उप प्राचार्य शौकीन सिंह यादव, प्रवक्ता अर्चना राणा, अर्चना सिंह, देवराज सिंह, राजकिशोर एवं जिला बाल संरक्षण इकाई से बंटी कुशवाह आदि उपस्थित रहे।