सासनीः हाथरसः जन सामना संवाददाता। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकारी कोशिशें खूब चल रही हैं, फिर भी यूपी में छेड़खानी के आंकड़े चैंकाने वाले हैं. यूपी में वीमेन पावर हेल्पलाइन में हर दिन 6 से 7 हजार फोन आ रहे हैं. पहले फोन कॉल की संख्या 10 हजार तक पहुंच जाती थी छेड़खानी करने वाले में सिर्फ नौजवान नहीं, बल्कि हर उम्र के लोग हैं. जिन मामलों में मुकदमे दर्ज होते हैं, उनमें 50 फीसदी से ज्यादा अधेड़ उम्र के हैं। यूपी में महिलाओं की सुरक्षा और उनमें जागरूकता के लिए 1090 हेल्पलाइन की शुरुआत की गई. इसे ‘वीमेन पावर हेल्पलाइन’ का नाम दिया गया है।
यह बातें महिला शक्ति दिवस के दौरान प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार, एसएसआई देवेन्द्र , व एसआई अनिल कुमार ने गांव जरैया, सीकुर अकबरपुर, ऊतरा, ममौता, गोहाना, आदि दर्जनों गांव में जाकर महिलाओं को जागरूक करने के लिए संयुक्त रूप से बताई गई। उन्होंने बताया कि कोई भी पीड़ित महिला अश्लील कॉल, मैसेज आने पर अपनी शिकायत इस नंबर पर निरूशुल्क दर्ज करवा सकती है। शिकायत करने वाली महिला की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। हेल्पलाइन में हर हाल में पीड़िता से महिला पुलिस अधिकारी ही बात कर शिकायत दर्ज करती है। महिला पुलिसकर्मी अपने सीनियर पुरुष पुलिसकर्मियों को पीड़ित की केवल उतनी ही जानकारी या सूचना उपलब्ध कराती हैं, जो मामले की जांच में सहायक हो सके। कॉल सेंटर दर्ज शिकायत पर तब तक काम करता रहता है, जब तक उस पर कार्रवाई पूरी नहीं हो जाती। महिला पुलिस अधिकारियों को इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स कराया गया है। कॉल सेंटर में बैठने वाली महिलाओं को खास ट्रेनिंग दी गई है कि वो पीड़िता से विनम्रता और संवेदनशीलता के साथ बात कर उनकी शिकायत दर्ज करें। साथ ही छेड़खानी के खिलाफ बोलने के लिए महिलाओं की हिचक दूर करना ही इसका मकसद है साथ ही छोटे अपराधों को बड़े अपराध में तब्दील होने से पहले ही रोक दिया जाए