सैफई । सैफई थाना क्षेत्र के ग्राम नगला अज़ाब में एक युवक ने अपने पिता की गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कराया है। उसने आरोप लगाया कि झोला छाप डॉक्टर / शिक्षा मित्र ने मेरे पिता के इंजेक्शन लगा दिया जिसकी बजह से उनकी मौत हो गयी। प्राप्त विवरण के अनुसार मनोज कुमार पुत्र योगेंद्र पाल सिंह ग्राम नगला अजाब ने बताया कि हमारे पिता योगेंद्र पाल सिंह उम्र करीब 51वर्ष पुत्र रामेश्वर दयाल बीते कुछ दिनों से उनके पैर में फोड़ा निकल आया। वह लगड़ा कर चल रहे थे 6अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय के बाहर से निकले तो उक्त गांव निवासी शिक्षामित्र मुकेश पुत्र रामसहाय ने हमारे पिताजी से कहा कि आपके हम इंजेक्शन लगा देंगे जिससे आप सही हो जाएंगे जिसके लिए शिक्षामित्र ने ढाई सो रुपये भी लिये और विद्यालय परिसर में ही इंजेक्शन लगा दिया। कुछ ही समय में तबीयत खराब होती गई। जिसके बाद हमें सूचना दी गई तो हम मौके पर पहुंचे तब तक शिक्षा मित्र मुकेश वहां से भाग गया। जिसके बाद हम परिवारीजन पिता जी को तत्काल मेडिकल यूनिवर्सिटी सैफई में ले गये जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। जिसके बाद थाना सैफई पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया गया था।थाना प्रभारी मु० तारिक खान ने बताया मृतक के पुत्र की तहरीर के आधार पर धारा 304, 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में जब सैफई के खंड शिक्षा अधिकारी सर्वेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी मामला संज्ञान में नहीं आया था अगर मामला संज्ञान में आता है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी जिसके लिए टीम भी गठित की जाएगी। इस मामले में जब शिक्षा मित्र मुकेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि में 6 सितम्बर को विद्यालय में शिक्षण कार्य कर रहा था उसी दौरान गांव के योगेंद्र पाल सिंह आये और बोले कि मेरे फोड़े में दर्द हो रहा था तो सैफई इंजेक्शन लगवाकर आये है रास्ते मे कई जगह चक्कर आ रहे थे और उल्टी भी आ रही है कोई दवा दे दो तो हमने कहा कि किसी डॉक्टर से सलाह लो हम कोई डॉक्टर नही हैं। तो योगेंद्र चले गए और नल के पास गिर गए जिसकी सूचना तत्काल योगेंद्र के परिजनों को भिजवा दी बाद में जानकारी मिली कि योगेंद्र का निधन हो गया इस मामले से मेरा कोई लेना देना नही है और न में डॉक्टरी करता हूँ। और न किसी को कोई दवा इंजेक्शन दिया है। मुझे फर्जी फंसाया जा रहा है