Wednesday, November 27, 2024
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शहर के महानगर में नगर निगम का अजीब रवैया

लखनऊ।उत्तर प्रदेश में नई सरकार का गठन होते ही सभी विभागीय अधिकारी अपनी विभागीय कार्यशैली को सुधारने में लग गए हैं। सरकार में नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह के दिन तो पूरी राजधानी के अंदर जगह-जगह जाम जैसा माहौल बना रहा। भीड़ भाड़ वाले इलाकों में भी लोग इधर-उधर गाड़ी खड़ी करके घूमते रहे लेकिन प्रशासन और नगर निगम ने तनिक भी उन पर अपनी नजर टेढ़ी नहीं की क्योंकि इन्हीं गाड़ियों में कब कौन किस मंत्री का करीबी निकल जाए। शपथ ग्रहण समारोह के समापन होने के अगले दिन से ही राजधानी लखनऊ के महानगर क्षेत्र सेक्टर ए मंदिर मार्ग, गोले मार्केट के पास में देखा गया कि यातायात पुलिस से ज्यादा सक्रिय तो लखनऊ का नगर निगम ही है। महानगर क्षेत्र की गलियों में सड़क किनारे खड़े वाहनों को नगर निगम की गाड़ी द्वारा उठाया जा रहा था। जबकि उसी जगह पर दुकानों के सामने सड़क के ऊपर कई ऐसे वाहन खड़े थे। जिन्हें नगर निगम के कर्मचारियों को पहले उठाना चाहिए था। लेकिन दुकानों के सामने सड़क पर खड़े इन वाहनों से आसानी से जुर्माना नहीं वसूला जा सकता है। इसके लिए मुख्य मार्ग को छोड़कर सड़क किनारे खड़े वाहनों को उठाने में नगर निगम तनिक भी संकोच नहीं करता है। जबकि उसी क्षेत्र में कई प्रतिष्ठानों के सामने देखा गया कि वाहनों की कतारें लगी हुई थी, लेकिन लखनऊ के नगर निगम का यह रवैया अजीबोगरीब ही मालूम पड़ता है। बताते चलें कि सड़क के किनारे खड़े किए गए इन वाहनों को यातायात पुलिस की अनुपस्थिति में ही नगर निगम की गाड़ी द्वारा उठाया गया।

⇒शहर के अधिकतर इलाकों में अतिक्रमण नगर निगम मूक दर्शक 

लखनऊ शहर के अंदर आए दिन जाम जैसी स्थिति बनी रहती है इन स्थितियों को कंट्रोल करने के लिए यातायात पुलिस से अधिक सक्रिय तो यहां के नगर निगम ही रहती है। लेकिन शहर के कई इलाके ऐसे हैं, जहां की सड़को पर गाड़ियों का आवागमन भी रहता है। इसके साथ ही लोग सड़कों पर अपने वाहन खड़े करके चले जाते हैं लेकिन इन गलियों में नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते हैं। फिलहाल हम बात कर रहे हैं शहर के हजरतगंज के नासा बाजार की जो कि इलेक्ट्रॉनिक डिवाइशो जैसे लैपटॉप, मोबाइल इत्यादि कि सैकड़ों दुकानें हैं। हजरतगंज के रिलायंस डिजिटल के सामने से होकर नावेल्टी की तरफ जा रहा यह मार्ग काफी व्यस्त रहता है। इस पर सुबह से लेकर रात तक जाम जैसी स्थिति ही बनी रहती है। इसका मुख्य कारण यह है कि आधे से ज्यादा दुकानदार इस मार्ग में सड़क पर अतिक्रमण कर रखे हैं। दुकान पर में बिकने वाली कुछ सामग्री को वह निकाल कर सड़क पर सजा कर रख देते हैं जिससे कि आवागमन का मार्ग बाधित होता है। इसके साथ ही दुकानों पर पहुंचे हुए ग्राहक भी अपने वाहनों को सड़क पर ही खड़ा कर देते हैं, जिससे शहर के इस नासा मार्केट में सुबह से लेकर शाम तक जाम जैसी स्थिति बनी रहती है। यहां तक कि आज जब इसी बाजार की एक बिल्डिंग के पीछे की तरफ हल्की चिंगारी से आग लगने की अफवाह उड़ी, तब उस स्थित में दमकल को बाजार तक पहुंचने में काफी समय लगा। खैर, अधिकारियों द्वारा जांच पड़ताल के बाद वहां पर आग लगने जैसी कोई समस्या नहीं पाई गई। शहर के हजरतगंज क्षेत्र के नासा बाजार में इस जाम से निपटने को लेकर, नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के द्वारा उठाए गए कदम का धरातल पर कोई नतीजा देखने को नहीं मिलता है। लगता है कि इस नासा मार्केट में दुकानदारों को लाभ दिलाने के चलते नगर निगम इस आवागमन वाले मार्ग में हुए अतिक्रमण को नहीं हटाना चाहता या फिर नगर निगम और इन दुकानदारों का कुछ आपसी समझौता पहले से हो चुका है। यह तो विभागीय अधिकारी ही समझ सकते हैं। वैसे तो शहर के अंदर जगह-2 नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस की क्रेन सड़क पर तैनात रहती है। अगर कोई नो पार्किंग व सड़क के किनारे वाहन खड़ा करके चला जाता है तो क्रेन गाड़ी उठा ले जाती है और फिर जुर्माना भी देना पड़ता है लेकिन जाम से छुटकारा कोई भी नहीं दिलाता।