बिजली संकट के समय बड़ी बिजली उत्पादक के रूप में ऊंचाहार ntpc परियोजना उभर कर आई सामने
रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता।देश में जब जब बिजली संकट की स्थित बनी है, तब तब एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना ने अपनी शानदार क्षमता का प्रदर्शन किया है। एक बार फिर ऊंचाहार परियोजना बिजली संकट के समय बड़ी बिजली उत्पादक परियोजना के रूप में सामने आई है और अपनी पूरी क्षमता से बिजली उत्पादन किया है।
इस समय उत्तर भारत में भारी बिजली संकट है। देश के करीब एक चौथाई पावर प्लांट बंद हो गए है। उत्तर भारत में करीब दस हजार मेगावाट की बिजली कटौती की जा रही है। जिसके कारण शहर से लेकर गांव तक बिजली के लिए हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे समय में उत्तरी ग्रिड ने ऊंचाहार परियोजना की ओर आशा भरी निगाहें देखी तो ऊंचाहार परियोजना ने भरपूर मदद शुरू कर दी है। ऊंचाहार परियोजना ने 210 मेगावाट क्षमता की यूनिट नंबर एक इस समय मरम्मत के लिए बंद चल रही है। इसके बावजूद चल रही कुल पांच इकाइयों को पूरे भार पर चला दिया गया है। कुल 1550 मेगावाट की ऊंचाहार परियोजना में एक यूनिट बंद होने के कारण वर्तमान में कुल उपलब्धता 1340 मेगावाट है। इसके सापेक्ष शुक्रवार को परियोजना को 12 सौ से अधिक मेगावाट के भार पर चलाकर बिजली समस्या से निपटने में सरकार को पूरा सहयोग दिया जा रहा है। एनटीपीसी की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि इस समय सभी यूनिटों को पूरे भार पर चलाया जा रहा है , जबकि एक नंबर यूनिट में मरम्मत का काम चल रहा है ।
बीते वर्ष भी बिजली उत्पादन में अग्रणी थी ऊंचाहार परियोजना
पिछले वर्ष अक्टूबर नवंबर के महीने में भी उत्तर भारत में बिजली की बड़ी समस्या पैदा हुई थी। उस समय कोयले की किल्लत के कारण कई बिजली परियोजनाएं प्रभावित हुई थी। तब भी ग्रिड की मांग को देखते हुए ऊंचाहार परियोजना ने इस संकट से उबरने में सरकार के साथ खड़ी हुई और अपनी इकाइयों को क्षमता से अधिक भार पर चलाकर लोगों को राहत पहुंचाई थी।
यह रहा उत्पादन
ऊंचाहार परियोजना में कुल 1206.29 मेगावाट का बिजली उत्पादन हो रहा है। जिसमे दो नंबर यूनिट में 177.45 मेगावाट , तीन नंबर यूनिट में 194.46 मेगावाट , चार नंबर यूनिट में 203.28 मेगावाट , पांच नंबर यूनिट में 198.92 मेगावाट और छः नंबर यूनिट में 495.317 मेगावाट और सोलर प्लांट में 2.484 मेगावाट का उत्पादन हो रहा है। यह भार शुक्रवार की दोपहर बाद सवा चार बजे का है।