Tuesday, November 26, 2024
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पंचायत चुनाव में लाखों खर्च करने वाले प्रधान भी ले रहे मुफ्त राशन


नियमों को दरकिनार कर प्रधान को निर्गत किया गया पात्र गृहस्थी का राशन कार्ड
रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता।सरकार गरीबों को मुफ्त राशन देकर और इस पात्र गृहस्थी की योजना से जोड़कर उन्हें राहत दे रही है लेकिन ऐसी शिकायतें भी सामने आ रही हैं कि जिले के अंदर काफी संख्या में अपात्र लोग भी इसका लाभ उठा रहे हैं। आज भी जिले के अंदर अपात्र राशन कार्ड धारकों की भरमार है और इनमें अधिकांश वही लोग शामिल हैं जिनकी नेताओं से और स्थानीय तहसील/ब्लॉक प्रशासन के अधिकारियों से अच्छी पकड़ है। जबकि अधिकतर वह लोग जो अपने को सरकार की इस योजना का अपात्र समझते हैं, उन्होंने स्वेच्छा से ही अपने राशन कार्ड क्षेत्र के आपूर्ति कार्यालय में समर्पण कर दिये हैं। अगर पात्र अपात्र जैसी इन बातों की पुष्टि करना है तो जिले की ऊंचाहार ब्लॉक क्षेत्र के खुर्रमपुर ग्राम सभा में अभी तक जारी राशन कार्ड धारकों की सूची की जांच करनी पड़ेगी।

शासन को ही दिखाया जा रहा ठेंगा

मामला जनपद रायबरेली की ऊंचाहार ब्लॉक क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। जहां के खुर्रमपुर ग्राम सभा की वर्तमान प्रधान निर्मला देवी द्वारा सरकारी राशन वितरण की दुकान से मुफ्त राशन का लाभ लिया जा रहा है। खुर्रमपुर ग्राम सभा की प्रधान निर्मला देवी के राशन कार्ड की संख्या 215840213907 की जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि यह राशन कार्ड पात्र गृहस्थी का है और अभी सक्रिय है। इसके साथ ही इसकी पुष्टि यहां के कोटेदार राजेंद्र कुमार ने भी की है और कोटेदार ने ग्राम प्रधान की सफाई में तो यहां तक कह दिया है कि उन्हें शासन से मिल रहे मानदेय के अनुसार उनकी वार्षिक आय के तहत वह पात्र गृहस्थी के राशन कार्ड की हकदार हैं और इस महीने भी उनके द्वारा राशन लिया गया है।गौरतलब यह है कि पंचायत चुनाव के दरमियान महिला प्रधान प्रत्याशी निर्मला देवी के द्वारा शासन को अपनी चल और अचल संपत्ति का जो विवरण दिया गया है या तो वह झूठा है या फिर जो विवरण मुफ्त राशन प्राप्त करने के लिए दिया गया है वह झूठा है। अब यह जांच का विषय है।परंतु प्रधान द्वारा पंचायत चुनाव के दरमियान दिए गए संपत्ति के विवरण के आधार पर तो इन्हें पात्र गृहस्थी का राशन कार्ड निर्गत ही नहीं होना चाहिए था और यदि बना था तो अब तक कैंसिल हो जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। अब यहां के प्रधान शासन को चूना लगा रहे हैं या फिर स्वयं को होशियार समझ रहे हैं। संबंधित क्षेत्रीय अधिकारी भी मामले से अनजान बने बैठे हैं उन्हें सिर्फ चाटुकारिता ही पसंद है और वह इन्हीं के सहारे अपनी अच्छी कमाई भी कर रहे हैं।
ग्रामीणों में नाराजगी

वहीं कुछ ग्रामीण नाम ना छापने की शर्त पर कहते हैं कि रिकवरी का डर दिखाकर इन्हीं ग्राम प्रधान और सचिव, कोटेदार इत्यादि ने हमारे पात्र गृहस्थी के राशन कार्ड को सरेंडर करवा दिया और अब खुद राशन कार्ड की पात्रता का लाभ ले रहे हैं।ग्रामीणों का कहना भी सही है सरकार द्वारा यह कैसे नियम लगाए गए हैं कि जहां अमीर, बड़े घरानों के लोग तो सरकार की राशन वितरण योजना का लाभ उठा रहे हैं और जो मेहनत मजदूरी करके अपना घर संवार रहा है उसे इस योजना से बेदखल किया जा रहा है।

अधिकारियों से मिला गोल मोल जवाब

➡️क्षेत्रीय खाद्य आपूर्ति अधिकारी अविनाश पांडेय ने बताया कि ऊंचाहार में अब तक सभी ग्राम सभाओं को मिलाकर करीब 400 राशन कार्ड सरेंडर किए गए हैं और अभी भी लोग स्वेच्छनुसार सरेंडर कर सकते हैं उन्होंने ग्राम प्रधान के पास पात्र गृहस्थी का राशन कार्ड होने पर कहा कि खुर्रमपुर विक्रेता से बात करके इस पर हम आगे की कार्रवाई करेंगे।

➡️एसडीएम राजेश कुमार ने ग्राम प्रधान का राशन कार्ड पात्र गृहस्थी का होने के मामले में कहा कि लिखित शिकायत मिलने पर ही हम कार्यवाही करेंगे।
➡️जिला आपूर्ति अधिकारी विमल शुक्ला को कई बार फोन लगाया गया,जिस पर उन्होंने बताया कि अभी मीटिंग में बैठा हूं, मीटिंग समाप्त होने के बाद हम स्वयं आपसे बात करेंगे।