अनुशासित जीवन जीने का विज्ञान है योग – पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव
वाराणसी। डाक विभाग द्वारा विभिन्न मंडलों और डाकघरों में ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ उत्साहपूर्वक मनाया गया। कैण्ट प्रधान डाकघर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने इसका शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने डाक विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को नियमित योगाभ्यास करने और इसे अपनी नियमित जीवन शैली में जोड़ने पर जोर दिया। पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने अपने उदबोधन में कहा कि योग वस्तुत: अनुशासित जीवन जीने का विज्ञान है। ‘योग: कर्मसु कौशलम्’ के माध्यम से भारतीय संस्कृति की इस अमूल्य और विलक्षण धरोहर को वैश्विक स्तर पर अपनाया गया है। आज के भौतिकवादी युग में योग न केवल निरोग रहने का साधन है, बल्कि मानवता के संरक्षण का प्रबल अवलंबन भी है। इस ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ को ‘मानवता के लिए योग’ की थीम को समर्पित कर इसे चरितार्थ भी किया गया है। वाराणसी पश्चिमी मंडल के अधीक्षक डाकघर पी.सी. तिवारी ने कहा कि, योग न सिर्फ हमें नकारात्मकता से दूर रखता है अपितु हमारे मनोमस्तिष्क में अच्छे विचारों का निर्माण भी करता है। सहायक निदेशक ब्रजेश कुमार शर्मा ने कहा कि, योग को अपनाकर हम सभी स्वस्थ भारत के निर्माण में सहभागी बन सकते हैं। योग प्रशिक्षक हरीशचंद्र प्रजापति ने इस अवसर पर एक घण्टे तक विभिन्न आसनों की महत्ता बताते हुए योगाभ्यास कराया।इस अवसर पर डाक अधीक्षक पी.सी. तिवारी, सहायक निदेशक ब्रजेश शर्मा, सहायक डाक अधीक्षक आर.के. चौहान, अजय मौर्या, निरीक्षक इन्द्रजीत पाल, वी.एन. द्विवेदी एवं एन.बी. सिंह, श्री प्रकाश गुप्ता, राजेंद्र यादव, राहुल वर्मा, श्रवण सिंह, अजिता, अभिलाषा सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।