कानपुर, अर्पण कश्यप। बर्रा थाना क्षेत्र के बर्रा गांव में रहने वाली ज्योति सिंह अपने पति संजय सिंह, ससुर कल्लू, सास मुन्नी देवी, देवर विजय व नन्दू के साथ रहती है। रायबरेली की रहने वाली ज्योति की शादी हुए तीन साल ही हुए है। ज्योति की एक डेढ़ साल की बेटी आस्था है। ज्योति का कहना है कि पति संजय आटो चालक है व नशेबाज किस्म का है। उसका किसी से अवैध समबंध भी है जिसकी जानकारी उसे शादी के एक साल बाद मिली। विरोध करने पर तब से ही ज्योति को उसका पति मारता पीटता है जिसमे उसका साथ उसकी सास मुन्नी देवी व बड़ा देवर विजय भी देता है। मुन्नी देवी भी मारपीट करते हुए अक्सर उलहाना देती है कि दहेज में दिया ही क्या है। विवाहिता ने आरोप लगाया कि जबरदस्ती मोटरसाईकिल की डिमांड करती है। वहीं सास मुन्नी देवी, ज्योति को अपने छोटे देवर नन्दू 24 वर्ष को शौच धुलाने को कहती है।
JAN SAAMNA DESK
स्नेहा ने रोशन किया शहर का नाम
कानपुर, जन सामना संवाददाता। भरपूर सुख-सुविधाओं और समुचित संशाधनों के माध्यम से तो कामयाबी पाने के उदाहरण तो अनेकों देखे जा सकते हैं लेकिन सीमित संशाधनों की बदौलत कामयाबी की पायदान हासिल करने वालों की संख्या कम ही दिखती है। जी हां, हम बात कर रहे हैं बर्रा-8 निवासी एक होनहार बेटी की जिसने सीमित संशाधनों व तमाम झंझावतों को झेलते हुए शहर का नाम रोशन करने का काम किया है।
बर्रा-8 के एफ ब्लाॅक निवासी आशुतोष सिंह की एक सामान्य गृहस्थी है और उनके दो बेटियां हैं- निहारिका व स्नेहा उर्फ डाॅली।
श्री सिंह की पत्नी आशा सिंह घर पर ही टेलरिंग का काम करके घर गृहस्थी में पूरा सहयोग करती हैं, उनकी बड़ी बेटी निहारिका इलाहाबाद में रहकर बीएड की शिक्षा प्राप्त कर रही है जबकि उनकी छोटी बेटी स्नेहा को खेलकूद से बेहद लगाव है। स्नेहा का साथ उनके माता-पिता भी दे रहे हैं और स्नेहा के हौंसलों को पंख लगाने का काम कर रहे हैं। इसी का परिणाम कहा जा सकता है कि स्नेहा ने तमिलनाडु के त्रिचनापल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की ‘‘सीनियर नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता’’ में प्रतिभाग कर शहर का नाम रोशन किया है।
स्वास्थ्य विभाग के विकास कार्यों की समीक्षा कर दिए निर्देश
कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। किसी भी दशा में सरकारी अस्पतालों में एम आर नहीं आने चाहिए सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें, कोई भी एम आर नजर आया तो संबंधित मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ही जिम्मेदार माना जायेगा। आईजीआरएस (जन शिकायत) शिकायतों के निस्तारण में मण्डल के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित करें, कोई भी शिकायत लम्बित न रहे। प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के अंतर्गत मण्डल के समस्त जनपदों के जिला चिकित्सालय एवं चयनित सी एच सी पर स्थान चिन्हित कर औषधालय खुलवाने की प्रकिया जल्द करायी जाये। मण्डल के चिकित्सकों की डियूटी रोस्टर के हिसाब से लगाना सुनिश्चित करें। मंडल के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित कर ले कि डेंगू से पीड़ित के लिए आइसोलेशन वार्ड भर्ती हेतु सुरक्षित रहे और उनकी दवा की उपलब्धता भी रहे।
Read More »आपरेशन स्माइल के तहत परिजनों को सौंपे बच्चे
मिर्जापुर, सच्चिदानन्द सिंहः पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी के निर्देशानुसार जनपद के समस्त थाना अंतर्गत आपरेशन स्माइल चलाया गया। थाना क्षेत्र के होटल, ढाबा आदि स्थानों पर चेकिंग की गयी जिसमें लावारिस नाबालिक बच्चों को चाइल्ड लाइन को सुपर्द किया गया। थाना को0 शहर कुल 1 बच्चा उनके परिजनो को सुपुर्द किया, थाना को0 कटरा अन्तर्गत 5 परिजनों को व 2 बच्चा चाइल्ड लाइन को, थाना विन्ध्याचल अन्तर्गत 5 बच्चे परिजनो को सुपुर्द किया। थाना को0 देहात अन्तर्गत 18 बच्चे परिजनों को सुपुर्द किया गये, थाना चील्ह अन्तर्गत 06 बच्चे परिजनों को सुपुर्द किये , थाना कछवा अन्तर्गत 2 बच्चे परिजनों को सुपुर्द किये, थाना पड़री अन्तर्गत 6 बच्चे चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किये गए, थाना चुनार अन्तर्गत 2 बच्चे परिजनों को सुपुर्द किया।
मिले बॉडी कैमरे, यातायात पुलिस होगी हाईटेक
मिर्जापुर, सच्चिदानन्द सिंह। यातायात पुलिस द्वारा किये जा रहे वाहन चेकिंग को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के उद्देश्य से बॉडी कैमरे दिए गए। इन कैमरों से वाहन चेकिंग की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई जाएगी। इन कैमरों से दिन के साथ-साथ रात्रि के समय भी साफ तस्वीरें निकाली जा सकेंगी। इन कैमरों की मदद से यातायात पुलिस निडर होकर निष्पक्ष कार्यवाही कर सकेगी। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी द्वारा यातायात प्रभारी को कड़े निर्देश दिये गए हैं।
Read More »मां विंध्यवासिनी दरबार में लगाए गए मेटल डिटेक्टर
मिर्जापुर, जन सामना संवाददाता। सावन महीने के पावन पर्व पर आने वाले मां विंध्यवासिनी दरबार में श्रद्धालुओं के सुरक्षा व्यवस्था हेतु जिला प्रशासन द्वारा 6 मेटल डिटेक्टर मशीन समेत एच एच एम डी अधिकारियों उपकरणों जांच उपरांत आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा मानकों को देखते हुए लगाया गया है। कड़ी सुरक्षा के बीच विंध्याचल में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा मानकों एवं उपकरणों की जांच उपरांत श्रद्धालु कर सकेंगे मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन।
नगर निगम की वजह से हो रहे हैं हादसे !
नगर निगम के कर्मचारी डोर टू डोर कूड़ा उठा कर फेक देते हैं हाईवे पर
कूड़े में पड़ा कचरा खाने को इकट्ठा होते हैै आवारा जानवर
हाईवे पर आवारा जानवर लड़ झगड़ कर राहगीरों को करते हैं घायल
आज भी छात्रा को किया घायल
नगर निगम कर रहा है किसी बड़ी धटना का इन्तजार
कानपुर, अर्पण कश्यप। बर्रा थाना क्षेत्र के गुजैनी चौकी से चंद कदम दूर नगर निगम के संविधा कर्मचारी डोर टू डोर कुड़ा उठा कर लाते हैं व गुजैनी बाईपास हाईवे पर ही कूड़ा फेंक जाते हैं जिससे मेन हाईवे पर ही कूड़े में पड़ा खाना खाने के लिये आवारा जानवर इकट्ठा होते हैं जिससे आधा हाईवे तो ऐसे ही जाम हो जाता है बाकि बचे रास्ते से निकलने वाले छोटे बड़े वाहन जानवरों के शिकार होते है आये दिन, आपस मे लड़ते जानवरों की वजह से राहगीर चुटहिल होते हैं पर न तो कभी नजदीकी चौकी पर बैठी पुलिस को दिखाई देता है न ही नगर निगम के अधिकारियों को, सबकी ऑख में पट्टी बंधी है।
मेकअप ट्रेंड जो आपको बनाते हैं कमसिन
अच्छी ड्रेसिंग सेंस, वैल मैनर्स सब कुछ होने के बावजूद यदि आपने मेकअप, हेयर स्टाइल और हेयर कलर सही से नहीं किया है तो सब कुछ अधूरा सा लगता है। किस समय कैसा मेकओवर करना है इसका आपको भलीभांति पता होना चाहिए। बेसिक मेकअप के अलावा कुछ ऐसा खास है जो आपको आकर्षित बनाएगा साथ ही और नेचुरल लुक देगा। वो है क्या, ये बता रही हैं सी डब्लू सी ब्यूटी एंड मेकअप स्टूडियो की सेलेब्रिटी ब्यूटी एन मेकअप एक्सपर्ट – शालिनी योगेन्द्र गुप्ता –
ब्राॅन्ज, एक्या और न्यूड नए मेकअप ट्रेंड हैं, जो आपको पहले से कहीं अधिक कमसिन और आधुनिक महसूस कराते है। आप स्वयं भी इन्हें कर सकती हैं।
ब्राॅन्ज मेकअप- फिल्मी हस्तियों के चेहरे खिले खिले इन्हीं मेकअप के जरिए नजर आते हैं। आप ब्राॅन्ज का उपयोग कर सकती हैं। ब्राॅन्ज रंग एक तरह से कांस्य व सुनहरे रंग का मिलाजुला रूप हैं। ब्राॅन्ज कलर दो तरह के उपलब्ध है मैट ओर मेटैलिक। ये लिक्विड, क्रीम, स्प्रे, जैल और पाउडर के रूप में मिलते हैं। पाउडर में प्लेन पाउडर और शिमर में उपलब्ध है।
ब्राॅन्ज कलर त्वचा को जवां और चमकीला होने का अहसास कराता है। शाम के समय यह मेकअप ज्यादा ग्लैमर दिखाई देता है। बदन में लगाने वाले और चेहरे पर लगाने वाले ब्राॅन्ज कलर अलग अलग मिलते हैं। अगर आपकी त्वचा पीली है और कमजोर है, तो ब्राॅन्ज मेकअप से त्वचा कुंदन सी दिख सकती है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वोट क्लब का निर्माण
कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तथा जल कीड़ा सुविधाएं विकसित करने के लिए बोटेनिकल गार्डन परियोजना के अन्तर्गत वोट क्लब का निर्माण कराया जा रहा हैं, वोट क्लब का निर्माण सिंचाई विभाग द्वारा केडीए के वित्त पोषण से कराया जा रहा है, पूरी परियोजना 13 करोड़ रूपये की है जिसमें घाटों के निर्माण भी कराया जायेगा। वोट क्लब को अक्टूबर 2017 से चालू कराने का लक्ष्य हैं। अपने शिविर कार्यालय में वोट क्लब निर्माण की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त पी. के. महान्ति ने कार्य को समय से गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिये। बैठक में विशेष रूप से आमन्त्रित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी आदित्य मिश्रा ;अपरमहा निदेशक कार्मिकद्ध जो कि जल कीड़ा के विशेषज्ञ भी है तथा कानपुर वोट क्लब के सलाहकार बनाये गये है, ने बताया कि वोट क्लब में साल भर जल कीड़ा की गतिविधिया चलती रहे तथा प्रशिक्षण देने के लिए कोच उपलब्ध हो सके इसके लिए पीएसी की जल कीड़ा टीम को यहां स्थापित कार दिया जायेगा, इसके लिए लगभग 22 लोगों के रहने के लिए एक बैरिक भी बनानी होगी।
भ्रष्टाचार समाप्त करने और नागरिकों के सशक्तिकरण में प्रभावी उपाय है आधारः रविशंकर प्रसाद
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। सामान्य सेवा केन्द्रों (सीएससी) के माध्यम से देश के गरीब और वंचित समुदायों को आधार सेवाएं उपलब्ध कराने में ग्रामीण स्तर के उद्यमियों (वीएलई) के प्रभाव और प्रगघ्ति के बारे में बताने के लिये 11 जुलाई 2017 को सीएससी एसपीवी ने ‘सीएससी के जरिये आधार सेवाएं- एक असाधारण पहल’ विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की।
केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी तथा विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इंडिया हेबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने जमीनी स्तर पर महत्घ्वपूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराने में उद्यमशील ग्रामीण स्तर के उद्यमियों के प्रयासों की सराहना की।
माननीय मंत्री महोदय ने कहा कि, ‘मुझे सीएससी वीएलई से काफी उम्मीद है। हमारे वीएलई भारत में परिवर्तन लाने वाले हैं। सीएससी ने देश के दस लाख लोगों को रोजगार दिया है। मुझे विश्वास है कि भविष्य में एक करोड़ लोग सीएससी में कार्य करेंगे।