Friday, March 29, 2024
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बैंक की कारगुजाीर से किसान परेशान,बैंक के लगा रहा चक्कर नहीं मिल रही राहत

सासनी, हाथरसः जन सामना संवाददाता। सन् 2015 में ग्रामीण बैंक आॅफ आर्यावत से किसान क्रेडिट कार्ड पर लोन लेने के बाद किसान किसान द्वारा कोई रकम जमा न  कराने के बाद भी बैंक ने उसके खाते में लोन लिए हुए पैसे से कहीं अधिक धनराशि जमा कराकर निकासी भी करा दी। जिससे किसान काफी परेशान है। और वह बैंक के चक्कर लगा रहा है। मगर बैक से कोई राहतभरा जबाव नही मिल रहा है। पीडित किसान ने अपनी समस्या के समधान हेतु अधिकारियों की शरण ली है।  गांव रूदायन निवासी किसान पन्ना लाल उर्फ बनियां पुत्र भगवान सहाय ने बताया कि उसने 27 अगस्त 2015 को बैंक से 1 लाख 30 हजार रूपये कृषि कार्र हेतु कर्ज लिया था। जिसे वह किन्हीं कारणोंवश चुका नहीं सका। इसे बाद बैंक ने उसे 31 मार्च 2016 मंे मय ब्याज के 1 लाख 43 हजार 343 रूपये का नोटिस भेज दिया। मगर इतने पर भी किसान बैंक में कर्ज को जाम नहीं करा सका। पन्नालाल ने बताया कि बैंक ने उसके बिना जमा कराए उसके खाते में 01 अक्टूबर 2016 को 3 लाख 28 हजार पचास रूपये जमा करा दिए, और इस राशि को बैंक ने चार बाद निकाल किया। सरकार द्वारा किसान के एक लाख कर्ज को माफ करने का आदेश दिया तो पन्नालाल जब बैंक में कर्ज की जानकारी लेने पहुंचा तो उसे इस बात की जानकारी हुई कि उसके खाते में इतनी बडी रकम डाल दी और निकाल भी ली। इसके बारे में किसान ने जब बैंक मैनेजर से जानकारी हासिल की तो मैनेजर ने बताया कि बैंक में 31 दिसंबर 2016 तक कुछ खातों के दर्ज करने में कमी आ गई थी। जिन्हें ठीक कराने के लिए उच्चाधिकारियों के पास भेज दिया है। करीब एक वर्ष से पन्नालाल बैंक और अधिकारियों के चक्कर लगा रहा हैं मगर उसे कोई यह बताकर नहीं दे रहा कि उसके खातें इतनी रकम किसने डाली और बिना उसकी मर्जी के कैसे निकाल ली गई। पन्नालाल ने बताया कि खाते में जमा और निकाली गई रकम की बात से वह मानसिक रूप से काफी परेशान है। इसे लेकर वह मुख्यमंत्री को पत्र लिखने का मन बना रहा है।   वहीं बैंक मैनेजर साहब अली सिद्दीकी ने बताया कि पन्नालाल के खाते में गलतीवश एक अन्य किसान ने यह रूपया जमा करा दिया गया था। जब किसान को पता चला कि उसका रूपया गलत खाते में चला गया है। तो इसकी शिकातय किसान ने बैंक में आकर की तो पन्नालाल के खाते से बैंक ने रूपया उसी किसान के खाते में स्थानानंतरण कर दिया। जिसने यह रूपय जमा कराया था। इसके लिए बैंक ने किसान पन्नालाल को बैंक एक अवगत पत्र उपलब्ध करा दिया गया है।