Saturday, April 12, 2025
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सड़क हादसे के घायलों व मृतकों के परिजनों से मिले मुख्यमन्त्री, हर मदद का दिया भरोसा

कानपुरः जन सामना डेस्क। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने जी0एस0वी0एम0 मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध हैलट चिकित्सालय में मीडिया को सम्बोधित करते हुये कहा कि घाटमपुर के पास एक दुखद घटना घटित हुई थी, जिसमें 26 जाने गई हैं, जिन लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है उन सब के प्रति हमारी पूरी संवेदना है। इस दुर्घटना में जो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उन्हें यहां पर मेडिकल कॉलेज में एडमिट किया गया है। उन सभी 9 लोगों को मैंने अभी देखा है। उनकी स्थिति को देखा है। उनसे बातचीत की है। सभी लोग आउट ऑफ डेंजर हैं और मेडिकल कॉलेज की टीम पूरी तत्परता के साथ उनका उपचार का कार्य कर रही है, जो 26 जाने कल दुर्घटना में गई थी। उन सभी के अंतिम संस्कार की कार्यवाही लगभग पूरी होने जा रही है। हमारा पूरा प्रशासन और प्रदेश सरकार के मंत्री व जनप्रतिनिधि वहां पर शोक संतप्त परिजनों को संबल बंधाने और उनके साथ इस पूरे कार्यक्रम में उनका सहयोग करने के लिए उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि एक दुखद घटना आज प्रातः 3 बजे भी हुई चकेरी थाना क्षेत्र में विन्ध्याचल धाम की ओर प्रस्थान कर रहे श्र(ालुओं के एक डम्पर पर ट्रक ने पीछे से ठोकर मारी थी, जिसमें भी 5 मौतें हुई हैं और 9 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जो 9 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, उनका उपचार भी यहीें मेडिकल कॉलेज में हो रहा है। मेडिकल कॉलेज की पूरी टीम उपचार में लगी है, पूरी तत्परता के साथ उन्हें स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध करा रही है। जिन परिवार वालों ने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है, उन सबके प्रति संवेदना व्यक्त करने, घायलों को देखने के लिए मैं आया हूं। परिवार के सदस्यों से हमने बातचीत की है और अपनी संवेदना उन सभी के प्रति भी व्यक्त की है, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समय-समय पर अनेक जागरूकता के कार्यक्रम भी चलाएं जा रहे हैं। कल की दुखद घटना पर देश के प्रधानमंत्री, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, रक्षा मंत्री व गृह मंत्री ने भी अपनी संवेदना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री राहत कोष से पीड़ित परिवारों को राहत देने के लिए मृतक परिवार के परिजनों को दो लाख की आर्थिक सहायता व घायलों को पचास हजार की आर्थिक सहायता दी है और राज्य सरकार की ओर से भी उतनी ही सहायता उन सभी के परिवार के सदस्यों को जिन्होंने अपने परिवार को खोया है व गंभीर रूप से घायल हैं, उन्हें उपलब्ध कराने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार की कार्यवाही सम्पन्न होते ही यह राशि संबंधित के परिजनों को उपलब्ध होगी। मैंने कल व इससे पहले भी अपील की थी कि सड़क सुरक्षा हमारे लिए प्राथमिकता का विषय होना चाहिए, बहुत बड़ी संख्या में जन हानि होती है सड़क दुर्घटनाओं के कारण और यह हम सबकी चिंता का विषय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने आज सुबह ही गृह विभाग, परिवहन विभाग व सड़क से जुड़े हुए विभागें के अधिकारियों को बुलाकर स्पष्ट रूप से कहा है कि सड़क सुरक्षा से जुड़े हुये जागरूकता के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक रूप से ट्राली, ट्रैक्टर, ट्रक का उपयोग जिस कार्य के लिए है, उसी कार्य के लिए ही उसका उपयोग किया जाना चाहिए, सवारी को ढोने में यदि नहीं करेंगे तो हम लोग काफी बड़ी संख्या में जनहानि को रोक सकते हैं। इसके अलावा भी जागरूकता के कार्यक्रम में स्कूल कॉलेज से लेकर के अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों को इसके साथ जोड़ने व अर्न्तविभागीय समन्वय से जागरूकता के एक बड़े कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए हमने कहा है और इस कार्यक्रम को हम पूरी मजबूती के साथ आगे बढ़ाएंगे। जन सहयोग और जागरूकता से सड़क दुर्घटनाओं मे जो इतने बड़े पैमाने पर हो रही है उन दुर्घटनाओं में मौत को नियंत्रित करने के लिए एक बड़े कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए गृह विभाग, परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग, शिक्षा से जुड़े हुए सभी विभागों, सड़क निर्माण से जुड़ी हुई सभी एजेंसियों को कहा गया है कि कहां पर किन खामियों के कारण इस प्रकार की घटनाएं/ दुर्घटनाएं हो रही हैं और व्यापक पैमाने पर जन धन की हानि हो रही है। यह घटनाएं हमारे लिए अत्यंत दुखद है। सभी पीड़ितों व शोक संतप्त परिजनों के प्रति केंद्र व राज्य सरकार की पूरी संवेदना है और सरकारें उन्हें हर संभव सहयोग करेंगी, लेकिन समाज को भी इसके लिये जागरूक करना पड़ेगा। सड़क, परिवहन से जुड़े हुये, सुरक्षा से जुड़े हुये नियमों का सभी व्यक्ति पालन करेंगे, तो काफी बड़े पैमाने पर हम लोग जन व धन की हानि को रोकने में सफल होंगे।
इस मौके पर मुख्यमन्त्री ने घायल हुये पीड़ितों व परिजनों से मिलकर उनका हाल-चाल लिया व सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि घायलों का पूरी तत्परता के साथ बेहतर से बेहतर उपचार उपलब्ध कराया जाये ।